महादेव ऐप ब्रेकिंग:भोपाल से 18 सटोरियों की हुई गिरफ्तारी दुर्ग पुलिस की कार्यवाही….सिवनी में हुई गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले का भंडाफोड़…..सटोरिए ने 6 लाख में सौरभ चंद्राकर से खरीदी महादेव ऐप की आईडी…… दुर्ग पुलिस ने अब तक 12 पैनल को किया ध्वस्त…..160 मोबाइल 39 लैपटॉप जप्त सवा दो करोड़ से अधिक रकम सीज….

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भिलाई नगर 24 नवंबर 2022:! पुलिस की टीम ने एमपी भोपाल के अरेरा कॉलोनी और तिलक नगर में दबिश देकर बुधवार तड़के महादेव बुक के तीन पैनल संचालित करने वाले 18 सटोरियों को पकड़ा इन सटोरियों से 12 लैपटॉप और 41 मोबाइल जब्त हुए हैं। पुलिस की टीम सटोरियों को गुरुवार को लेकर दुर्ग पहुंचेगी। पुलिस के मुताबिक बीते कुछ दिनों में पुलिस जगदलपुर, छिंदवाड़ा, बिलासपुर, दिल्ली और सिवनी में छापामार कार्रवाई करके महादेव एप के 9 पैनल संचालित करने वालों को गिरफ्तार कर चुकी है।

मध्यप्रदेश के सिवनी में पकड़ाए सटोरिए पोल्ट्री फार्म व्यवसायी नीरज गुप्ता ने पहली बार कबूल किया है कि उसने महादेव बुक का पैनल सीधे सौरभ चंद्राकर से 6 लाख रुपए में खरीदा था। इसके बाद पहले दोस्त के जरिए सिवनी में किराए के मकान लेकर पैनल संचालित करने लगा था। सौरभ चंद्राकर से उसकी पहचान नेहरू नगर जूस फैक्ट्री में हुई थी। पोल्ट्री फार्म के व्यवसाय में नुकसान होने के बाद उसने अपनी प्रिंसिपल मां से 6 लाख रुपए उधार लिए और महादेव बुक का पैनल . संचालित करने लगा था इसके आधार पर कई जरूरी जानकारी मिलने की खबर है। हालांकि पुलिस ने अब तक उन बातों का खुलासा नहीं किया है। पुलिस ने बताया कि जल्द ही महादेव एप के मामले में और भी बड़े खुलासे होने वाले हैं। एमपी और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में टीम कामकर रहे थे। इस वजह से वह अपनी फीस जमा करने के लिए महादेव केत को बुक के पैनल में करने लगा था। नीरज और पुलिस ने उसके बाकी साथियों के साथ सिवनी से मंगल वार को गिरफ्तार किया था। सभी को पुलिस लेकर दुर्ग आ गई है। सुपेला थाने में कार्रवाई की जा रही है। बुधवार को इन दोनों आरोपियों से पुलिस ने कर रही है।

संचालित करने लगा था। 8 प्रतिशत कमीशन मिलने की वजह से उसे ज्यादा फायदा नहीं हो पा रहा था। उसने सेटअप लगाने में 2 लाख रुपए खर्च किए। 12 से 15 हजार रुपए में काम करने वाले को नौकरी पर रखा था। पूछताछ में इंजीनियरिंग छात्र अनिकेत कुर्रे ने बताया कि उसके परिजन कॉलेज की 28 हजार रुपए फीस जमा नहीं नहीं कर रहे थे इस वजह से वह अपनी फीस जमा करने के लिए महादेव बुक के पैनल में काम करने लगा नीरज और अनिकेत को पुलिस ने उसके बाकी साथियों के साथ मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में गिरफ्तार किया सुपेला थाने से इनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है


सटोरियों को आज लेकर दुर्ग आएगी पुलिस की टीम

एसपी के मुताबिक टीम ने भोपाल के अरेरा कॉलोनी के पारस अर्बन इलाके में दबिश देकर अन्ना रेड्डी का पैनल संचालित करने वाले 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें रवि देवांगन निवासी कैलाश नगर बिरगांव रायपुर, रोहित साहू निवासी सुभाष चौक कैम्प 1 भिलाई, दीपिल सैनी निवासी ग्राम पटे सतना (मध्यप्रदेश), देवेंद्र यादव निवासी दाऊपारा मुंगेली, पप्पू वर्मा निवासी राजेंद्र नगर उरला रायपुर, रविकांत प्रसाद निवासी राधिका नगर उरला रायपुर, अक्षय अर्नाल्ड निवासी रविदास नगर कैंप 2 और रोशन कुमार निवासी अछोली मार्केट उरला रायपुर को पकड़ा गया है। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए सभी 18 आरोपियों को दुर्ग लाया जा रहा है। रास्ते में भी उनसे पूछताछ की गई है। आने के बाद मामले में कई अन्य खुलासे होने की संभावना है।
तिलक नगर भोपाल में पकड़ाए 10 सटोरिए, पूछताछ जारी

भोपाल के तिलक नगर इलाके में दबिश देकर दो पैनल संचालित करने वाले 10 सटोरियों को पकड़ा गया है। इनमें लव प्रीत सिंह निवासी जोन 3 खुर्सीपार, विकास शाह निवासी जोन 2 खुर्सीपार, अनिल लुकुंद उर्फ सन्नी निवासी रामनगर सुपेला, शुभम साहू निवासी ग्राम कोनी बिलासपुर, विवेक सिंह नेताम निवासी सोनारी झारखंड, श्रीकान्त देशमुख निवासी वैशाली नगर, सलमान सिद्धकी निवासी प्रगति नगर रिसाली, अजय पासवान निवासी कैम्प 1, सुमित भौमिक निवासी शक्ति नगर मोहन नगर, पिनेश साहू निवासी ग्राम भोईनापार बालोद को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को ठिकाने का पता सिवनी से पकड़े गए आरोपियों से मिली। इसके आधार पर कार्रवाई की।
इंस्टाग्राम के जरिए सौरभ से किया था संपर्क

एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि सिवनी में पैनल संचालित करने वाले मास्टरमाइंड नीरज गुप्ता निवासी फौजी नगर ने कबूला है कि उसने इंस्टाग्राम के जरिए सौरभ चंद्राकर से संपर्क किया था। इसके बाद उसने दोनों के बीच वाट्सएप कॉल पर महादेव पैलन को लेकर चर्चा हुई। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनसे जब्त बैंक अकाउंट में कुछ ऐसे खाते शामिल हैं जिनमें 5 लाख से अधिक का लेन-देन होता था। इन बैंक खातों से पैसों का ट्रांजेक्शन दुबई में बैठे लोग सीधे करते थे। बाकी 5 लाख से कम ट्रांजेक्शन वाले अकाउंट से वे लोग लेन-देन करते थे। पुलिस ने आरोपियों से तीन लैपटॉप जब्त किए हैं। एक लैपटॉप का उपयोग पैनल संचालित करने में, दूसरे का पैसा निकालने और तीसने का पैसा जमा करने के लिए किया जाता था।


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