रायपुर 15 सितंबर 2023:- प्रवर्तन निदेशालय ने ऑनलाइन गेमिंग ऐप महादेव बुक पर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। देशभर में इस धंधे से जुड़े पैसों का खेल करने वालों की नकदी 417 करोड रुपये को ED ने सीज कर लिया है। बता दें ED ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर बाकायदा ट्विट कर कहा है कि छत्तीसगढ़, कोलकाता, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में महादेव बुक की काली कमाई को ठिकाने लगाने वालों पर मनी लॉन्ड्रिंग की रकम जो 417 करोड़ के करीब है उसे सीज किया गया है और इससे जुड़े हवाला करने वालों पर भी ED की नजर है।


ED ने भोपाल में धीरज आहूजा और विशाल आहूजा की रैपिड ट्रैवल्स नाम की कंपनी के दफ्तर में छापा मारा। ये दोनों छत्तीसगढ़ के ऑनलाइन सट्टेबाजों के लिए काम किया करते थे। कोलकाता के विकास छपारिया, गोविद केडिया नाम के लोगों के घरों में छापे मारे गए। पता चला कि सट्टेबाजी का पैसा यहां से शेयर मार्केट में इन्वेस्ट किया जा रहा था। यहां से 236.3 करोड़ रुपये की डीमैट होल्डिंग्स को जब्त कर लिया गया है। यहां से 18 लाख कैश, 13 करोड़ के जेवरात भी मिले हैं। ED का दावा है कि सट्टेबाजों के इस रैकेट के सरगनाओं तक पहुंचने की कार्रवाई जारी है।


ED ने पहले छत्तीसगढ़ में छापे मारी की थी। पता चला है कि वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को ‘संरक्षण राशि’ (प्रोक्टेक्शन मनी) के रूप में रिश्वत दी जा रही थी। उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी में ED है।

दो के खिलाफ़ गिरफ्तारी वारंट
महादेव गेमिंग ऐप के मुख्य अभियुक्त भिलाई निवासी क्रमशः रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर के खिलाफ पुलिस समेत ED ने भी गिरफ्तारी वारंट जारी कर पतासाजी में जुटी हुई है । बीच में हल्ला उड़ गया था कि एक को श्रीलंका में गिरफ्तार किया गया है। इतना ही नहीं यह भी हल्ला उडा की रवि उप्पल की भाभी को मुंबई एयरपोर्ट पर विदेश जाने के दौरान ही गिरफ्तार कर लिया क्या जिसकी भी अब तक पुष्टि नहीं हो पाई है।

ईडी का कहना है कि ऑनलाइन सट्टा महादेव बुक को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से ऑपरेट किया जा रहा है। इसके प्रमोटर्स सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल हैं जो कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं। वे ऑनलाइन सट्टा खेलने के लिए पैनल / शाखाओं की फ्रेंचाइजी देते हैं। कमाई का 70 फीसदी रकम खुद रखते हैं और 30 फीसदी पैनल – शाखा चलाने वालों को देते हैं।
भिलाई के सटोरिए की 200 करोड़ की शादी
ED की ओर से जांच में सामने आए तथ्यों के बाद अधिकारियों ने खुद कहा है कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने UAE में अपने लिए एक साम्राज्य बनाया है। फरवरी 2023 में, सौरभ चंद्राकर ने दुबई में शादी की और इस विवाह समारोह के लिए, लगभग 200 करोड़ रुपये नगद खर्च किए। परिवार को लाने-ले जाने के लिए निजी जेट किराये पर लिए गए।
शादी में परफॉर्म करने के लिए मशहूर सेलिब्रिटीज को बुलाया गया था। वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर मुंबई से हायर किए गए। हवाला चैनलों का इस्तेमाल कर इन्हें पैसे दिए गए थे। योगेश पोपट नाम के व्यक्ति की कंपनी आर-1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को हवाला के जरिए 112 करोड़ रुपये पहुंचाए गए थे और 42 करोड़ रुपये की होटल बुकिंग करवाई गई थी।

ईडी ने बताया कि सट्टेबाजी से हुई आय को हवाला के जरिए विदेशी खातों में भेजा जाता है। महादेव बुक के प्रमोटर्स द्वारा नए यूजर्स और फ्रेंचाइजी (पैनल) चलाने लोगों को विज्ञापन के जरिए आकर्षित किया जाता था। विभिन्न वेबसाइट और प्लेटफॉर्म में इसके विज्ञापन के लिए भारत में एक बड़ी रकम खर्च की जाती है।

आज स्पेशल कोर्ट में 4 होंगे पेश
रायपुर जिला कोर्ट के विशेष न्यायालय में स्पेशल मजिस्ट्रेट अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में ED से जुड़े कथित 4 आरोपियों को पेश किया जाएगा। इसमें चर्चित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, समेत 4 आरोपियों को ED ने रिमांड पर लिया था फिर चारों को जेल में न्यायिक अभिरक्षा में रखा गया था। आज उनकी 10 दिन की न्यायिक रिमांड खत्म होगी।
ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म महादेव बुक ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की शादी फरवरी में संयुक्त अरब अमीरात में हुई थी. इसके लिए वहां एक आलीशान शादी समारोह का आयोजन किया गया था. जिसका वीडियो भारतीय एजेंसियों के हाथ लगा है. उस शादी समारोह में कई बॉलीवुड गायकों और अभिनेताओं को परफॉर्म करने के लिए बुलाया गया था और हवाला के ज़रिए 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान किया गया था.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में मुंबई, भोपाल, कोलकाता के उन हवाला ऑपरेटरों के यहां छापे मारे, जिन्होंने इस इवेंट के लिए रकम मुंबई की इवेंट फर्म को भेजी थी. उस शादी के कार्यक्रम में गायिका नेहा कक्कड़, सुखविंदर सिंह, अभिनेता भारती सिंह और भाग्यश्री को परफॉर्म करने के लिए पैमेंट किया गया था. इसके अलावा बॉलीवुड से जुड़े शीर्ष नाम भी परफॉर्मेंस देने वालों की लिस्ट शामिल हैं. ईडी ने जांच में पाया कि महादेव बुक ऐप और सट्टेबाजी का यह मामला छत्तीसगढ़ के कुछ राजनेताओं, पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं के सहयोगियों से जुड़ा है. इस सट्टेबाजी एप का टर्नओवर करीब 20000 करोड़ रुपये है.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) मेसर्स महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप की जांच कर रहा है, जो अवैध सट्टेबाजी कराने वाली वेबसाइटों के लिए नए यूजर्स का इंतजाम करता है. साथ ही ये एप सट्टेबाजों की यूजर्स आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों में वेब के जरिए पैसे की हेराफेरी करने में सक्षम ऑनलाइन प्लेटफार्मों की व्यवस्था करने वाला एक प्रमुख सिंडिकेट है.
ईडी ने हाल ही में कोलकाता, भोपाल, मुंबई आदि शहरों में महादेव एप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क के खिलाफ व्यापक तलाशी अभियान चलाया है और बड़ी पैमाने पर आपत्तिजनक सबूत हासिल किए हैं और 417 करोड़ रुपये की क्राइम इन्कम को फ्रीज और जब्त किया है. इस मामले की जांच के दौरान ईडी को पता चला है कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक के मुख्य प्रमोटर हैं और दुबई से ऑपरेट करते हैं. उनकी कंपनी मेसर्स महादेव ऑनलाइन बुक संयुक्त अरब अमीरात में एक केंद्रीय प्रधान कार्यालय से चलती है और 70% – 30% लाभ अनुपात पर अपने ज्ञात सहयोगियों को “पैनल / शाखाओं” की फ्रेंचाइजी देकर संचालित होती है.
सट्टेबाजी से होने वाली आय को विदेशी खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन किए जाते हैं. भारत में सट्टेबाजी वेबसाइटों के विज्ञापन और नए उपयोगकर्ताओं और फ्रेंचाइजी (पैनल) चाहने वालों को आकर्षित करने के लिए प्रमोशन किया जाता है, और उसके लिए बड़े पैमाने पर पैसा खर्च किया जा रहा है. ईडी ने पहले छत्तीसगढ़ राज्य में तलाशी ली थी और इस सट्टेबाजी सिंडिकेट के मुख्य संपर्ककर्ता सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जो वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को ‘प्रोटेक्शन मनी’ के रूप में रिश्वत दिया करते थे.