बिलासपुर 18 दिसंबर 2022 :!वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने आज संध्या आज रात्रि आज रात्रि आयोजित पत्रकार वार्ता में संजीव त्रिपाठी संजू संजू त्रिपाठी हत्याकांड मामले का खुलासा करते हुए बताया कि इस मामले में मृतक के पिता छोटा भाई भाई की पत्नी वतनतक पुत्री सहित 11 आरोपियों को धर दबोचा गया है इस मामले में पांच और आरोपियों की तलाश जारी है जो झारखंड रायगढ़ के बताए जाते हैं.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने बताया कि इस हत्याकांड में जय नारायण त्रिपाठी पिता हरगोविन्द त्रिपाठी उम्र 73 साल नि0 मछली मार्केट के पीछे शनीचरी बाजार थाना सिटी कोतवाली बिलासपुर हामु० रोड नंबर 18 रामलू चौक पावर हाउस थाना छावनी भिलाई जिला दुर्ग :- मृतक संजू त्रिपाठी का पिता है। तथा पैतृक संपत्ति विवाद के कारण अपने छोटे बेटे कपिल त्रिपाठी के साथ मिलकर मोबाईल फोन में बात कर घटना साजिश रचा तथा घटना के बाद लगातार गुमराह कर मुख्य आरोपी कपिल त्रिपाठी को बचाने का प्रयास करता रहा। भिलाई स्थित घर से एक नग पिस्टल बरामद हुआ है। जिसमें 02 राउंड 7.65 एमएम जिन्दा राउंड मैग्जीन में लगा है।
कपिल त्रिपाठी पिता जय नारायण त्रिपाठी उम्र 38 साल नि0 शैलेन्द्र नगर अमेरी थाना सकरी जिला बिलासपुर छ०ग० :- घटना का मास्टर माइंड संपत्ति विवाद के कारण मृतक संजू त्रिपाठी की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता है। पैतृक संपत्ति के कारण पूर्व में इसके साथ कुदुदंड के मकान में मृतक द्वारा मारपीट की गठ थी। इसके द्वारा स्थानीय एवं बाहर के अन्य शूटरो को बुलाकर अंजाम दिया गया है। योजना के तहत घटना के बाद छिपने हेतू जम्मू कश्मीर नेपाल, दिल्ली का पूर्व से रैकी कर चुका था । तथा घटना में खर्च हुये एवं हथियार खरीदी में खर्च हुये रकम की व्यवस्था भी इसी के द्वारा किया गया था। इसके पहले भी शूटरो को बुलाकर हत्या करने की योजना बना चुका था, परंतु योजना सफल नही हो सका था। शूटरो को अपने घर के पीछे स्थित स्वयं के मकान में रूकने की व्यवस्था किया। इसने अपराध में शामील अन्य आरोपियों को विश्वास दिलाया कि यह स्वयं बाहर रहकर इनकी मदद करेगा तथा भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी हथियार के साथ गिर० होते, उक्त हथियार को नियोजित तरीके से दो नग पिस्टल को शनीचरी वाले घर तथा एक नग पिस्टल को भिलाई से जप्त कराते, जो इस घटना में प्रयुक्त ही नही हुये है। कपिल त्रिपाठी इन्हें न्यायालय से दोषमुक्त कराने का भी आश्वासन दिया था।
सुमीत निर्मलकर पिता पंचराम निर्मलकर उम्र 24 साल नि० घूरू अमेरी थाना सकरी जिला बिलासपुर छ०ग० :- यह कपिल का मुख्य सहयोगी है। जिसने कपिल एवं अन्य आरोपियो के साथ मिलकर घटना की संपूर्ण योजना बनायी। घटना दिनांक को घटना के बाद से किराये की स्कार्पियो से भिलाई पहुंचा गया था। और कपिल त्रिपाठी के फरार होने में सहायोग किया तथा स्वयं भी कपिल त्रिपाठी के साथ फरार हो गया। प्रेम श्रीवास उर्फ बजरंग श्रीवास पिता राजेश श्रीवास उम्र 30 साल नि0 मिनीबस्ती जरहाभाठा थाना सिविल लाईन जिला बिलासपुर छ0ग0 :- इस आरोपी के द्वारा कपिल त्रिपाठी की योजना के अनुसार उत्तरप्रदेश से 05 शूटरो को बुलाया तथा प्रकरण में प्रयुक्त पिस्टल खरीदने में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन किया ।
श्रीमति सुतित्रा त्रिपाठी पति कपिल त्रिपाठी उम्र 36 साल नि0 शैलेन्द्र नगर अमेरी थाना सिविल लाईन जिला बिलासपुर छ०ग० :- यह कपिल त्रिपाठी की पत्नी है, जो षडयंत्र में आरोपियो की सहभागी थी। तथा घटना के बाद भारत-नेपाल सीमा में स्थित अपने मायके पिथौरागढ (उत्तराखंड) में आरोपी कपिल त्रिपाठी के छिपने की व्यवस्था कराई थी। दत्तक पुत्री :- आरोपी जयनारायण त्रिपाठी के शनीचरी बाजार स्थित मकान की दावेदार थी। संजू त्रिपाठी इसका शरीरिक शोषण करता था। जो संजू त्रिपाठी की हत्या करने के लिये अन्य आरोपियो को उकसाया। इसके घर से एक नग पिस्टल, एक नग देशी कट्टा बरामद हुआ है।
अमन गुप्ता पिता यशवंत गुप्ता उम्र 23 साल नि० मुंगेली नाका थाना सिविल लाईन जिला बिलासपुर छ०ग० घटना में प्रयुक्त हुये वाहन स्विफ्ट डिजायर, एलेन्द्रा का स्वामी है। जिसके द्वारा अपने वाहन का उपयोग अन्य आरोपियो के द्वारा घटना कारित करने व घटना बाद भागने में किया गया है। आरोपी अमन गुप्ता अपने अन्य साथियो के साथ मृतक संजू त्रिपाठी का रेकी कर शूटरो को घटना स्थल पर पहुंचने की सूचना दिया तथा घटना के बाद शूटरो को भागने में सहयोग किया। आरोपियो को शहडोल छोड़कर बिलासपुर वापस आ गया।
भरत तिवारी पिता रामफल तिवारी उम्र 42 साल नि० मछली मार्केट के पीछे शनीचरी थाना सिटी कोतवाली जिला बिलासपुर छ०ग० :- दत्तक पुत्री का पति है। जिसे मृतक संजू त्रिपाठी द्वारा दत्तक पुत्री के शारीरिक शोषण करने की जानकारी थी तथा मृतक संजू त्रिपाठी भी इसके साथ आये दिन मारपीट करता था, जिसके कारण कपिल त्रिपाठी की योजना में शामील होकर घटना दिनांक को संजू त्रिपाठी का रैकी किया और घटना के बाद अन्य आरोपियों के साथ फरार हो गया था।
आशीष तिवारी पिता विजय तिवारी उम्र 29 साल नि0 मछली मार्केट के पीछे शनीचरी थाना सिटी कोतवाली जिला बिलासपुर छ0ग0 :- यह आरोपी भरत तिवारी का भतीजा है। इसने कपिल त्रिपाठी, भरत तिवारी आदि के साथ मिलकर घटना की योजना बनायी तथा शूटरो को भगाने में सहयोग किया। घटना स्थल का रैकी किया।
रवि तिवारी पिता व्यास तिवारी उम्र 32 साल नि० मछली मार्केट के पीछे शनीचरी थाना सिटी कोतवाली जिला बिलासपुर छ०ग० :- यह आरोपी भरत तिवारी का भांजा है। इसने कपिल त्रिपाठी, भरत तिवारी आदि के साथ मिलकर घटना की योजना बनायी तथा शूटरो को भगाने में सहयोग किया। घटना स्थल का रैकी किया।
राजेन्द्र सिंह ठाकुर :- यह आरोपी प्रेम श्रीवास के वाहन का चालक है। जिसे योजना के संबंध में पूर्ण जानकारी थी। जो घटना दिनांक को प्रेम श्रीवास के साथ था तथा शूटरो का भगाने में सहयोग किया है। इसके बाद फरार हो गया।
प्रारंभिक स्तर पर प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक अपनी हैक्टर कार क्रमांक सीजी / 10/एजेड / 2608 से ग्राम सांवाताल स्थित अपने फार्म हाउस से वापस बिलासपुर आ रहा था। घटना समय मृतक संजू त्रिपाठी खनिज बैरियर के पास बायपास रोड सकरी पहुंचा था। इसी समय पूर्व से योजनाबद्ध तरीके से घटना घटित करने की तैयारी के साथ मारुती डिजायर, बेलेनो कार में सवारो के द्वारा मृतक संजू त्रिपाठी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना पर से थाना सकरी में अपराध क्रमांक 641 / 2022 धारा 302, 341, 34 भादवि0, 25, 27 आर्म्स एक्ट पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।
मृतक की पत्नी श्रीमती किरण त्रिपाठी से पूछताछ करने पर वह बतायी कि मृतक संजू त्रिपाठी का अपने पिता जयनारायण त्रिपाठी तथा सगे छोटे भाई कपिल त्रिपाठी से पैतृक संपत्ति को लेकर विवाद था। पिता जयनारायण त्रिपाठी तथा सगे छोटे भाई कपिल त्रिपाठी के द्वारा योजना बनाकर हत्या करने की आशंका जताई। प्रारंभिक जानकारी प्राप्त होने पर वरिष्ठ अधिकारियो के दिशा निर्देश पर संदेही तथा अज्ञात आरोपियो की पतासाजी हेतु टीम गठित कर विभिन्न क्षेत्रों में रवाना किया गया। विवेचना पतासाजी के दौरान आरोपियो द्वारा घटना में उपयोग किये गये बेलेनो कार को कोटा रोड पर स्थित ग्राम पोड़ी, स्कार्पियो वाहन को भिलाई, ऐलेन्द्रा कार को मुंगेली रोड पर स्थित दाउ मेडिकल स्टोर के पास से बरामद किया गया है।
मृतक की पत्नी से प्राप्त जानकारी के आधार पर मृतक के पिता आरोपी जय नारायण त्रिपाठी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई तथा उसके मोबाईल का परीक्षण अवलोकन किया गया। जिससे यह तथ्य ज्ञात हुआ कि संदेही जय नारायण त्रिपाठी के कुल सगे चार पुत्र पुत्री है तथा आरोपी जय नारायण त्रिपाठी द्वारा एक लड़की को गोद लिया गया है। गोद ली हुई पुत्री पर मृतक संजू त्रिपाठी हमेशा बुरी नीयत रख उसका शारीरिक शोषण करता था आरोपी जय नारायण त्रिपाठी की संपत्ति जो शनीचरी बिलासपुर में है, उसे अपने हिस्से में लिखवाने हेतु निरंतर दबाव बनाता था व अपने छोटे भाई कपिल त्रिपाठी को हिस्सा न देने हेतु भी दबाव बनाता था। उक्त संपत्ति को मृतक संजू त्रिपाठी अपने नाम पर पिता द्वारा लिखकर नही देने के कारण मृतक संजू त्रपाठी द्वारा कई बार अपने आरोपी पिता के साथ मारपीट, हमला किया जा चुका है।
प्रारंभिक विवेचना में यह भी तथ्य ज्ञात हुआ कि दत्तक पुत्री के साथ आरोपी जय नारायण त्रिपाठी का भी अवैध संबंध है। मृतक संजू त्रिपाठी द्वारा जय नारायण त्रिपाठी की दत्तक पुत्री के साथ बलपूर्वक शारीरिक संबंध बनाना व शनीचरी में स्थित मकान व दुकान जहां दत्तक पुत्री एवं उसका परिवार रहता था, उसे जय नारायण त्रिपाठी दत्तक पुत्री को देना चाहता था। पैतृक संपत्ति के बटवारे को लेकर निरंतर विवाद था। इसी विवाद के कारण आरोपी जय नारायण त्रिपाठी, आरोपी कपिल त्रिपाठी, दत्तक पुत्री, भरत तिवारी और आशीष तिवारी सभी के द्वारा एक राय होकर संजू त्रिपाठी की हत्या करने की योजना बनाया गया। जिसकी पुष्टि जय नारायण के मोबाईल में सुरक्षित ऑडियो रिकार्ड से हुई है। जिसमें कपिल अपने पिता जय नारायण त्रिपाठी को बोल रहा है कि उसके द्वारा संजू त्रिपाठी हत्या करने के बाद कपिल त्रिपाठी को हत्या करने के पश्चात नेपाल भागने की बात भी बोल रहा है।
जय नारायण त्रिपाठी, कपिल त्रिपाठी, दत्तक पुत्री भरत तिवारी और आशीष तिवारी द्वारा संजू त्रिपाठी की हत्या की योजना को मूर्त रूप देने के लिये के कपिल त्रिपाठी के द्वारा अपने नजदीकी सहयोगियो सुमीत निर्मलकर तथा प्रेम श्रीवास से संजू त्रिपाठी की हत्या करने के संबंध में चर्चा किया। तत्पश्चात कपिल त्रिपाठी के कहने पर प्रेम श्रीवास द्वारा उत्तरप्रदेश से 05 शूटर बुलाया गया। शूटर लगभग एक माह पूर्व बिलासपुर पहुंचे। जिनको कपिल त्रिपाठी द्वारा अपने घर के पास स्थित अपने ही फार्म हाउस शैलेन्द्र नगर अमेरी में रूकवाने की व्यवस्था किया। रायगढ़ निवासी एक हथियार सप्लायर के साथ कपिल त्रिपाठी एवं प्रेम श्रीवास अंबिकापुर गये, जहां कपिल त्रिपाठी द्वारा झारखंड के हथियार सप्लायर से दो लाख रूपये नगद देकर एक पिस्टल तथा 10 राउंड खरीदा था। जिसका पता तलाश जारी है।
कपिल त्रिपाठी अपने भाई संजू त्रिपाठी की हत्या करने के लिये बनाये गये योजना के अनुसार कपिल त्रिपाठी अपने साथ स्थानीय सहयोगी सुमीत निर्मलकर, प्रेम श्रीवास, अमन गुप्ता, भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी, राजेन्द्र ठाकुर को मृतक की गोली मारकर हत्या करने के अपराध को अंजाम देने के लिये शामील किया गया। पूरी
योजना को कपिल त्रिपाठी ही तैयार किया था। लगभग एक माह पूर्व से ही मृतक की हत्या किये जाने का प्रयास जारी था। कपिल त्रिपाठी अपने भाई संजू त्रिपाठी की गतिविधी जानने के लिये अपने सहयोगियो के माध्यम से लगातार रैकी करा रहा था। संजू त्रिपाठी की हत्या करने के पश्चात सुमीत निर्मलकर और कपिल त्रिपाठी, प्रेम श्रीवास नेपाल भाग जायेंगे सुमीत की पत्नी का घर नेपाल की सीमा पर है। इसकी व्यवस्था कपिल त्रिपाठी की पत्नी सुतित्रा त्रिपाठी द्वारा की जा रही थी। भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी हथियार के साथ गिर० होते. उक्त हथियार को नियोजित तरीके से दो नग पिस्टल को शनीचरी वाले घर तथा एक नग पिस्टल को भिलाई से जप्त कराते, जो इस घटना में प्रयुक्त ही नही हुये है। कपिल त्रिपाठी इन्हें न्यायालय से दोषमुक्त कराने का भी आश्वासन दिया था।
दिनांक 14.12.2022 को कपिल त्रिपाठी के पास खबर आयी कि आज दोपहर को संजु त्रिपाठी अपने फार्म हाउस सावाताल जाएगा। तब कपिल त्रिपाठी हम सभी को बताया कि संजू त्रिपाठी को सांवाताल से वापसी में उसकी हत्या करना है। तब हम सभी आपस में मिलकर यह तय किये कि सकरी पुराना थाना चौक ब्रिज (खनिज बेरियर के सामने बायपास रोड) पर स्थित स्पीड ब्रेकर में जब संजु त्रिपाठी अपनी कार की गतिसीमा को धीमी करेगा. इसी समय उसकी कार को घेर कर दोनों तरफ से फायरिंग कर संजू त्रिपाठी की हत्या कर देंगे।
योजना के अनुसार सभी पहले से ही रेकी किये स्थान कोटा रोड में पोडी ग्राम की तरफ एक सुनसान जगह में नीले रंग की बेलेनो कार को छोड़कर कर डिजायर कार क्रमांक सीजी / 10/ बीएल/0577 में पांचो शुटर एवं प्रेम श्रीवास भागेंगे तथा मेरी एलाट्रा कार में अमन गुप्ता, भरत तिवारी, आशीष तिवारी एवं रवि तिवारी बैठकर शहडोल जायेंगे तथा अमन वापस बिलासपुर आ जायेगा। कपिल त्रिपाठी पूर्व नियोजित तरीके से सुमीत निर्मलकर को सफेद स्कार्पियो से भिलाई पहुंचेगा और कपिल त्रिपाठी किसी अन्य साधन से भिलाई तक पहुंच जाएगा। कपिल त्रिपाठी योजना बनाते समय बोला था कि मैं बाहर रहुंगा तो तुम सभी को केस से बरी करा लूंगा और जल्दी बेल भी करा लूंगा, और जब- जब मै जिसको जिसको सरेंडर करने बोलूंगा सरेंडर करते जाना। नीले रंग के बेलेनो कार में बाहर से आये हुये तीन शुटर बैठेंगे तथा अमन गुप्ता की डिजायर कार में दो शुटर को लेकर राजेन्द्र ठाकुर बैठा। जो पहले से ही सकरी पुराना थाना चौक ब्रिज (खनिज बेरियर के सामने बायपास रोड) के आसपास मौजूद थे तथा अमन गुप्ता व भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी एवं प्रेम श्रीवास अमन गुप्ता की एलांट्रा कार में संजु त्रिपाठी की रेकी किये। तब अमन गुप्ता अपनी एलांट्रा कार में भरत तिवारी, आशीष तिवारी रवि तिवारी एवं प्रेम श्रीवास को बैठाकर संजू तिवारी का रेकी करने तखतपुर रोड की तरफ आगे बढ़ गये। कानन पेण्डारी से लगभग एक किलोमीटर आगे, संजु त्रिपाठी की महामंत्री कांग्रेस कमेटी बिलासपुर लिखी सफेद रंग की एमजी हेक्टर कार दिखी। तब प्रेम श्रीवास द्वारा वाटसअप कॉल के माध्यम से मौके में उपस्थित एक शुटर को कॉल कर बताया कि संजू त्रिपाठी की गाडी बिलासपुर की ओर जा रही है, तुम लोग देख लेना। इसके बाद एलेंदा कार में बैठे सभी तखतपुर की ओर कुछ दूर आगे बढे, फिर यूटर्न मोड कर बिलासपुर की ओर आ रहे थे, तभी कोटा मोड़ के पास आरोपियो को नीले रंग की बेलेनो कार जिसमें शूटर बैठे थे, दिखाई दी। बेलेनो कार देखकर आरोपी गण समझ गये कि शूटरो ने संजू त्रिपाठी हत्या कर दिये है। इसके बाद सभी पूर्व में नियोजित योजना के अनुसार बेलेनो कार के पीछे-पीछे कार को छोड़ने पोड़ी गये और घटना में प्रयुक्त वाहन को पोंड़ी में छोड़कर पांच शूटर व प्रेम श्रीवास डिजायर कार कमांक सीजी/10/बीएल/0577 में बैठककर शहडोल की तरफ भाग गये तथा अमन गुप्ता की एलांट्रा कार अमन सहित भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी और राजेन्द्र ठाकुर भी शहडोल की तरफ भागे तथा अमन गुप्ता ने एलेन्द्रा कार में सवार भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी एवं राजेन्द्र ठाकुर को शहडोल शराब भट्ठी के पास छोड़कर वापस बिलासपुर आकर अपनी कार को छिपा कर भाग गया। आरोपियो की गिरफ्तारी :- घटना के बाद सुमीत निर्मलकर किराये की स्कार्पियो कार से भिलाई चला गया था एवं कपिल त्रिपाठी घटना के बाद अपनी पत्नी को फोन कर एक बैग में कुछ कपड़े पैक कर रिंकू तिवारी गार्ड को देने बोलकर बिलासपुर से लिफ्ट लेकर भिलाई पहुंचा। जहां सुमित निर्मलकर उसका इंतजार कर रहा था। विवेचना के दौरान पूछताछ एवं तकनीकी डेटा के विश्लेषण से इनके भागने के संभावित रास्तो का पता किया गया। जिसमे पता चला कि सुमित निर्मलकर व कपिल त्रिपाठी दोनों भिलाई से गोंदिया होते हुये भोपाल पहुंचे।
दोनों ने एक टैक्सी ड्रायवर से लिफ्ट लिया फिर वहां से बस से इंदौर पहुंचें। इन्दौर से बस से दिल्ली पहुंचे दिल्ली में टैक्सी करके नेपाल जाने वाली बस में बैठे। नेपाल जाते समय लखनउ टोल प्लाजा के पास यूपी पुलिस की सहयोग एवं समन्यवय से कपिल और सुमीत निर्मलकर को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद प्रेम श्रीवास जो शहडोल होते हुये यूपी भाग गया था, को लखनउ से गिर0 किया गया। भरत तिवारी, रवि तिवारी, आशीष तिवारी एवं राजेन्द्र सिह ठाकुर, जो शहडोल होते हुये दिल्ली भाग गये थे, इनको दिल्ली पुलिस की सहयोग एवं समन्यवय से दिल्ली में गिरफतार किया गया। अमन गुप्ता को सिरग्रिटी बस स्टैंड के पास से गिर० किया गया है। आरोपियो की गिर0 में मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली एवं यूपी पुलिस के साथ साथ, भोपाल का टेक्सी ड्रायवर, दिल्ली का कैब ड्रायवर, बस ड्रायवर का विशेष सहयोग रहा।
टीम द्वारा आरोपियो की पतासाजी के दौरान 20,00000 से अधिक मोबाईल नंबरो का विश्लेषण किया गया तथा 100 से अधिक विभिन्न स्थलों के मोबाईल टॉवरो का कॉल डेटा रिकार्ड का अध्ययन किया गया तथा 05 राज्यो (मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, छत्तीसगढ़) के 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरा का अवलोकन किया गया तथा उक्त राज्यो के करीब 50 से अधिक टोल प्लाजा में लगे सीसीटीवी कैमरा का भी विश्लेषण किया गया।
समस्त कार्यवाही में पुलिस महानिरीक्षक महोदय एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया के मार्गदर्शन में गठित 22 सदस्यीय विशेष टीम, बिलासपुर जिला पुलिस की तकनीकी टीम एवं बिलासपुर जिला बल की सराहनीय भूमिका रही।
मुख्य आरोपी कपिल त्रिपाठी का अपराधिक रिकार्ड थाना सिविल लाईन जिला बिलासपुर एवं जिला अनूपपूर