रायपुर 05 दिसंबर 2024:- छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार नायब तहसीलदार को हुआ आईएएस अवार्ड, अविभाजित एमपी में भी छत्तीसगढ़ से ही छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार कोई नायब तहसीलदार सलेक्ट हुआ अफसर आईएएस की देहरी तक पहुंच गया है। वीरेंद्र बहादुर पंच भाई को आईएएस अवार्ड के लिए हरी झंडी मिल गई है। महत्वपूर्ण यह है कि अविभाजित मध्यप्रदेश में अभी तक एक बार ही हुआ है, वो भी छत्तीसगढ़ के दुर्ग के नायब तहसीलदार पंडित राज्य प्रशासनिक सेवा में प्रमोट हुए अफसर को आईएएस अवार्ड हुआ था।


दिल्ली में हुई कल डीपीसी में छत्तीसगढ़ के राज्य प्रशासनिक सेवा के 14 अधिकारियों को आईएएस अवार्ड पर मुहर लगा दिया गया। डीपीसी में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ के चीफ सिकरेट्री अमिताभ जैन, सीनियर एसीएस के तौर पर रेणु पिल्ले, जीएडी सिकरेट्री मुकेश बंसल दिल्ली गए थे। डीपीसी ने सौम्या चौरसिया, तीर्थराज अग्रवाल और आरती वासनिक के खिलाफ अनियमितता के गंभीर मामले होने की वजह से उनके नामों पर विचार नहीं किया। इसका लाभ वीरेंद्र बहादुर पंचभाई,सौमिल चौबे को मिला और आईएएस अवार्ड हो गया।





तीनों आरोपियों का नाम कट गया
कई बार ऐसा हुआ है कि किसी अफसर के खिलाफ अगर कोई मामला है तो उसका नाम ड्रॉप करने की बजाए लिफाफा बंद कर दिया जाता था। मगर इस बार सख्ती बरतते हुए सौम्या चौरसिया, तीर्थराज अग्रवाल और आरती वासनिक, तीनों का नाम ड्रॉप कर दिया गया। इससे सौमिल चौबे और पंच भाई का नाम सीनियरिटी में उपर आ गया।
इन अफसरों को हुआ आईएएस अवार्ड
- संतोष देवांगन
- हीना नेताम
- आश्वनी देवांगन
- रेणुका श्रीवास्तव
- आशुतोष पाण्डेय
- अजय अग्रवाल
- रीता यादव
- लोकेश चंद्राकर
- प्रकाश सर्वे
- गजेंद्र ठाकुर
- लीना कोसम
- तनुजा सलाम
- सौमिल चौबे
- वीरेंद्र बहादुर पंच भाई



