नारायणपुर 1 MAY 2024:- टेकमेटा-काकुर पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के पश्चात् घटनास्थल से बरामद किये गये 10 माओवादियों के शव में से 08 माओवादियों के शव की हुई शिनाख्तगी… DVCM जोगन्ना,DVCM विनय उर्फ़ अशोक एवं PPM सुष्मिता, मूलतः तेलंगाना राज्य के नक्सल कैडर्स होना पाये गये…. ACM संगीता, निवासी गढ़चिरौली महाराष्ट्र की शिनाख्तगी DVCM जोगन्ना के पत्नि के रूप में हुई है
अन्य माओवादियों के शव की शिनाख्तगी ACM पोड़यामी कोसी दक्षिण बस्तर, कमली निवासी दक्षिण बस्तर, PLGA Platoon कमाण्डर DVCM मल्लेश उर्फ उंगा मड़काम निवासी दक्षिण बस्तर एवं सुरेश निवासी पश्चिम बस्तर के रूप में हुई है l
मुठभेड़ स्थल से बरामद किये गये AK47, INSAS Rifle के Identification की कार्यवाही जारी है।
28.04.2024 को पुलिस को माड़ डिवीजन के कुतुल एरिया कमेटी क्षेत्रान्तर्गत ग्राम टेकमेटा, काकुर की ओर माड़ डिवीज़न और उत्तर गडचिरोली डिवीज़न के शीर्ष नक्सलियों की उपस्थिति की आसूचना प्राप्त हुई थी। उक्त सूचना के तस्दीक हेतु दिनांक 28.04.2024 की रात्रि में नारायणपुर जिले से डीआरजी एवं बस्तर फाॅईटर व एसटीएफ की संयुक्त बल तथा जिला कांकेर कैम्प मरबेड़ा से डीआरजी एवं एसटीएफ की संयुक्त बल नक्सल विरोधी अभियान हेतु ग्राम टेकमेटा, काकुर की ओर रवाना हुई थी।
दिनांक 30.04.2023 को प्रातः करीबन 04:00 बजे पुलिस पार्टी सर्चिंग गश्त करते ग्राम टेकमेटा के जंगल में पहुंची थी कि पूर्व से जंगल में घात लगाये बैठे माओवादियों के द्वारा खुद को घिरता देखकर जान से मारने एवं हथियार लूटने के नियत से पुलिस पार्टी पर अंधाधुन फायरिंग करने लगे। पुलिस पार्टी द्वारा तत्काल पोजीशन लेकर आत्मसमर्पण हेतु आवाज दिया गया आत्मसर्मण की बात नक्सलियों के द्वारा अनसुना करते हुए और अधिक मात्रा फायरिंग करने लगे। पुलिस पार्टी के पास आत्मसुरक्षा में फायरिंग करने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं होने से सीमित मात्रा में फायरिंग किया गया। पुलिस-नक्सली मुठभेड़ करीबन रूक-रूक कर 16 घण्टे तक चली। फायरिंग बंद होने के पश्चात पुलिस पार्टी के द्वारा घटना स्थल का सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए सर्चिंग करने पर 03 महिला एवं 07 वर्दीधारी पुरूष नक्सली के शव एवं शव के पास से 01 नग एके-47, 01 नग इंसास, 02 नग 303 रायफल, 01 नग 315 रायफल 01 नग 12बोर बंदुक एवं 04 नग भरमार बंदुक एवं भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ सहित अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामान बरामद हुआ।
अभियान की परिणामस्वरूप, महाराष्ट्र ,तेलंगाना और बस्तर के 1 एसजेडसीएम ,2 डिवीसीएम 1 एसीएम नक्सली कमांडर्स सहित 10 इनामी नक्सली मारे गए। जिनमे मुख्य रूप से एसजेडसीएम Joganna ,जिस पर 196 आपराधिक मामले दर्ज हैं ,मलेश कमांडर कंपनी नंबर 10 जिस पर 43 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं तथा डिवीसीएम विनय जिस पर 8 आपराधिक मामले गढ़चिरौली जिले में दर्ज हैं की पुष्टि की गई।
ऑपरेशन में, नक्सली ठिकानों पर से महत्वपूर्ण सामग्री डंप बरामद किया गया , जिसमें विस्फोटक सामग्री, आईईडी, प्रेशर कुकर, कोडेक्स तार, कंप्यूटर, प्रिंटर, उपग्रह संचार उपकरण, जेसीबी खुदाई मशीनें, दैनिक घरेलू सामान, नक्सली साहित्य, सौर प्लेटें और बर्तन आदि बरामद किया गया |
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से स्थानीय पुलिस बल तथा केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल द्वारा विगत दिनों में बेहतर तालमेल एवं रणनीति के साथ काम करने के परिणाम स्वरूप वर्ष 2024 में अब तक कुल 91 माओवादियों के शव सहित अत्याधुनिक हथियार LMG-02, Ak47-04, SLR-01, Insas-03, 303 Rifle-04, 9MM Pistol-4 एवं बहुतायत संख्या में अन्य आर्म्स एम्युनेशन, विस्फोटक सामग्री सहित अन्य नक्सल सामग्री बरामद किया गया है, इसके अतिरिक्त 205 माओवादी को गिरफ्तार तथा 231 माओवादी द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज द्वारा यह भी बताया गया कि माओवादियों के जनविरोधी एवं गैर मानवीय हिंसात्मक गतिविधियों के ऊपर अंकुश लगाने हेतु आसूचना आधारित नक्सल विरोधी अभियान नियमित रूप से जारी रहेगा, जिससे बस्तर क्षेत्र की जनता की जान-माल की रक्षा करने के साथ-साथ क्षेत्र में शांति-सुरक्षा एवं समग्रित विकास हेतु बेहतर वातावरण निर्मित किया जा सके।
पुलिस अधीक्षक नारायणपुर श्री प्रभात कुमार ने अवगत कराया कि नक्सलियों की खोखली विचारधारा के विरूद्ध चलाया जा रहा नक्सल विरोधी अभियान ही वास्तव में ‘‘माड़ बचाव अभियान’’ है। माड़ और यहां के मूल वासियों को विदेशी नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें चरमपंथी सिद्धांतों के आकर्षण से निकालना ही हमारा मुख्य उदेश्य है। हम उन सभी माड़ के मूलवासियों से जो बाहरी विचारधारा और माड़ के बाहर के नक्सली नेताओं के गलत प्रभाव में फंस गये हैं, अपील करते हैं कि वे नक्सलवाद को त्याग कर मुख्य धारा से जूड़ें व असली माड् बचाव अभियान का हिस्सा बनें। हथियार और नक्सलवादी विचारधारा का त्याग व विरोध करें।
पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर रेंज श्री के.एल.ध्रुव ने अभियान में शामिल डीआरजी, एसटीएफ बल सदस्यों को उत्कृष्ट अभियान की सराहना करते हुये अवगत कराया कि यह ऑपरेशन न सिर्फ नक्सलियों के तथाकथित मांद में पुलिस की पैठ दिखाता है, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में नक्सली गतिविधी को एक महत्वपूर्ण झटका है। सभी नक्सल प्रभावित जिलों में नक्सलियों पर बढ़ते दबाव को देखते हुए नक्सली महाराष्ट्र एवं अन्य विस्तार क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने की योजना बना रहे थे। नारायणपुर की डीआरजी तथा एसटीएफ ने नक्सलियों के इस विस्तारीकरण के मंसूबे पर पानी फेर दिया है।