नया आसंमा’ किन्नरो पर आधारित जागरूकता कार्यक्रम करने वाला प्रथम महाविद्यालय श्री शंकराचार्य महाविद्यालय

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भिलाई नगर 23 अगस्त 2023 :- श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जूनवानी के महिला प्रकोष्ठ एवं समान अवसर सेल के संयुक्त तत्वाधान में 23/8 /2023 को जागरूकता कार्यक्रम नया आसमा का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डॉक्टर सुचिता शर्मा सेवानिवृत्त प्राध्यापक समाजशास्त्र शासकीय वी व्हाई टी पी जी स्वायत्त कॉलेज दुर्ग एवं मैडम कंचन सेंद्रे पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता थे। इस अवसर पर किन्नर समुदाय के अन्य सदस्य सुश्री और हसीना और साहिबा भी उपस्थित थे


महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर अर्चना मैडम ने अपने स्वागत भाषण से कार्यक्रम का प्रारंभ किया उन्होंने अपने भाषण में बताया कि श्री शंकराचार्य महाविद्यालय समाज में व्याप्त लिंग भेदभाव एवं सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन के लिए एवं समाज में जागरूकता लाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहता है इसी कड़ी में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम के उद्देश्य पर कार्यक्रम की प्रभारी डॉ लक्ष्मी वर्मा ने प्रकाश डाला इस कार्यक्रम का आयोजन समाज में ट्रांसजेंडर समुदाय के साथ हो रहे भेदभाव के तरफ सभी का ध्यान आकर्षित करना है

और समाज को यह संदेश देना है कि जैसे महिला और पुरुष होते हैं वैसे ही ट्रांसजेंडर तृतीय लिंग भी होते हैं। क्यों? आखिर क्यों हमारा समाज यह मानने को तैयार नहीं होता की तृतीय लिंग (ट्रांसजेंडर) भी हमारे समाज का ही एक हिस्सा है उन्हें भी समाज में समान अधिकार प्राप्त हैं यह कार्यक्रम तृतीय लिंग समुदाय को समाज के मुख्य धारा से जोड़ने का एक अद्भुत एवं अदम्य प्रयास है। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा नृत्य पंख का मंचन किया गया इस नाटिका में मोहन से मोहिनी तक के सफर को दर्शाया गया है

किन्नर समुदाय के लोगों के जीवन शैली एवं उनकी भावनाओं उनकी अपेक्षाओं को नाटिका के माध्यम से समाज तक पहुंचाने का प्रयास किया गया है। सभी बाधाओं के बावजूद जीत हासिल करने वाले ट्रांसजेंडर व्यक्तियों की कहानियां अदम्य मानवीय भावना का प्रमाण है उनकी यात्राएं हमें याद दिलाती है कि प्रमाणिकता का जश्न मनाया जाना चाहिए छिपाया नहीं जाना चाहिए आइए हम सब सहयोगी बनने का प्रयास करें । उनकी सफलतांए हमें याद दिलाती है कि प्रमाणिकता का उत्सव मनाया जाना चाहिए छुपाया नहीं जाना चाहिए। इसलिए हम सहयोगी बनने का प्रयास करें उनके अनुभवों को सुने और उनकी आवाज को बुलंद करें।


विशिष्ट अतिथि डॉक्टर सुचिता शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा की किन्नर समुदाय विभिन्न प्रकार होते हैं जिन्हें हम भिन्न-भिन्न नाम से जानते हैं आपने ट्रांसजेंडर में होने वाले यौन डिस हार्माेनल ऑर्डर के विषय में समुचित प्रकाश डाला। अपने पीपीटी के माध्यम से विषय वस्तु को बहुत अच्छे ढंग से स्पष्ट किया अन्य विशिष्ट अतिथि कंचन सेंद्रे जिन्हें वैक्सीन दीदी के नाम से भी जाना जाता है ने अपने में कहा कि आप सभी किन्नर को भिक्षा देने की बजाय काम देने की कोशिश की जाए। समाज में जब तक इस प्रकार की पहल आरंभ नहीं होगी तब तक किन्नर समुदाय का समुचित विकास होना नामुमकिन है।

हम तृतीय समुदाय के लोग हैं भगवान की एक रचना है हम पर किस प्रकार का आक्षेप करने की बजाय हम पर भी भरोसा कीजिए और काम करने का अवसर दीजिए हम हर कार्य को सफलतापूर्वक करने में सक्षम है। आपने कहा श्री शंकराचार्य वह प्रथम महाविद्यालय है जिन्होने किन्नरों को मंच प्रदान किया और उनके भावनाओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम की अंतिम छत्तीसगढ़ी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति किन्नर समुदाय की हसीना जी द्वारा की गई ।


कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के अकादमिक दिन डॉक्टर जी दुर्गा प्रसाद राव सर ने धन्यवाद ज्ञापन दिया एवं महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ एवं समान अवसर सेल को कार्यक्रम की आयोजन के लिए बधाई दिया और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम के आयोजन की आशा जताई कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर सुषमा दुबे के द्वारा किया गया।

श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉक्टर के जे मंडल ,डॉक्टर पूर्णिमा तिवारी, डॉक्टर सीमा द्विवेदी ,श्रीमती ज्योति मिश्रा, रुबी गुप्ता, हर्षा सिंह ,श्रीमती उज्ज्वल भोसले ने कार्यक्रम के सफल संचालन में इनकी सराहनीय भूमिका रही इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ उपस्थित थे।


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