भिलाई नगर 5 अगस्त 2023 :- सीआईएसएफ के आईजी संजय प्रकाश पर अपने बड़े भाई की बेटी को अपने घर बंधक बनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है, पटना से पहुंची महिला विकास मंच की टीम ने उतई पुलिस के सहयोग से बंधक बनाई गई 22 साल की उनकी भतीजी को रेस्क्यू करने का कार्य किया है पुलिस की टीम बच्ची को लेकर दुर्ग सखी सेंटर पहुंची जहां बयान के उपरांत महिला टीम के साथ आई उसकी मौसी को बच्ची सौंप दी गई है।


पूरा विवाद संपत्ति को लेकर है सीआईएसएफ के आईजी संजय प्रकाश पर आरोप है कि उन्होंने अपने बड़े भाई और भाभी की मौत के उपरांत पिछले 1 साल से अपनी 22 साल की भतीजी को भिलाई दुर्ग लाकर पढ़ाने लिखने के बजाय उसे बंधक बनाकर रखा है इस दौरान IG ने काफी कुछ संपत्ति भी बेच दी है ऐसा आरोप बच्ची ने लगाया है पटना से आई टीम ने बच्ची को लेकर पटना के लिए रवाना हो गई है इस संबंध में IG से लगातार बात करने का प्रयास किया गया उन्होंने और सीआईएसएफ के किसी अन्य अधिकारी ने भी इस संबंध में बात करने की गुजारिश नहीं की सभी की मौन स्वीकृति था


महिला विकास मंच पटना की राष्ट्रीय संरक्षक वीना मानवी ने परिजनों के हवाले से बताया की 22 साल की बच्ची को सीआईएसफ के आईजी संजय प्रकाश ने बड़े भाई और भाभी की मौत के बाद से बनाया बंधक…संपत्ति विवाद के चलते बंधक बनाने का आरोप…पटना बिहार से महिला विकास मंच की रेस्क्यू के लिए भिलाई पहुंची टीम…एसपी दुर्ग से लोकल टीम के साथ मिलकर किया रेस्क्यू…. प्रारंभ में आईजी सीआईएसएफ मकान का नही खोल रहे थे दरवाजा….बंधक युवती ने अपनी मौसी के मार्फत संस्था को लिखा था 30 पन्नो का मदद का पत्र….

CISF के IG संजय प्रकाश पर आरोप है कि, संपत्ति के लालच में उन्होंने अपनी भतीजी को बंधक बनाकर रखा है। 22 साल की उनकी भतीजी ने अपनी मौसी को एक खत लिखा था जिसके बाद यह बात सामने आई है।

लड़की ने अपनी मौसी को चोरी से एक लेटर लिखा कि वो अगर उसे नहीं ले जाएंगे तो वो खुदकुशी कर लेगी। 6 पन्नों के सुसाइड नोट मिलने के बाद बच्ची की मौसी अनीता शर्मा सख्ते में आ गई। उन्होंने महिला विकास मंच बिहार के पटना में इसकी शिकायत की।

जिसके बाद वहां से मंच की राष्ट्रीय संरक्षक वीना मानवी अपनी टीम के साथ शनिवार को दुर्ग पहुंची और दुर्ग SP से शिकायत की गई। शिकायत के बाद पुलिस भी मामले की गंभीरता को लेकर एक्शन में आई। SP ने उतई पुलिस को वीना मानवी के साथ भेजा और लड़की का रेस्क्यू कर लिया गया है।

पुलिस ने किया रेस्क्यू
उतई थाना प्रभारी मनोज प्रजापति ने बताया कि, वहां रह रही 22 साल की युवती ने अपनी मौसी को सूचना दी थी कि उसे वहां से ले जाए। बच्चे की मौसी महिला बाल विकास मंच के साथ आई हुई थी। उतई पुलिस उनके साथ गई और बच्ची का रेस्क्यू कराया। युवती को पहले महिला सखी सेंटर दुर्ग में भेजा गया इसके बाद उसे उसके मौसी के हवाले किया गया।



राष्ट्रीय संरक्षक महिला बाल विकास मंच की वीना मानवी ने Steel City online को बताया कि बच्ची के नाम पर बिहार में 380 बीघा जमीन थी। इसमें से उसके बड़े पिता संजय प्रकाश ने 180 बीघा जमीन को बच्ची के हस्ताक्षर से बिकवा दिया। और कर गए। पूरा पैसा हजम कर गए हैं टीम के साथ महिला बाल विकास मंच पटना की राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुणिमा राष्ट्रीय सचिव फाहिमा खातून भी इस दौरान पूरे समय मौजूद रही। टीम के अनुसार आईजी सीआईएसएफ संजय प्रकाश ने
हाल ही में उन्होंने सवा पांच लाख रुपए का चेक बच्ची से साइन करवाया और यह कहा कि उन्होंने उसके पिता के इलाज में यह पैसे खर्च किए थे। इसलिए ले रहे हैं। बच्ची को लाते समय टीम ने संजय प्रकाश से बच्ची के लॉकर की चाबी, बैंक पासबुक, चेक बुक, कपड़े, गहने समेत अन्य सामान लेकर उसके मौसी को सौंप दिया।