दुर्ग 10 मार्च 2024:- हाई स्पीड ट्रेनों के परिचालन की श्रृंखला में छत्तीसगढ़ राज्य को एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात मिलने जा रही है। दक्षिण पूर्व मध्य जोन बिलासपुर द्वारा रेलवे बोर्ड से मिले संकेत के बाद नई वंदे भारत ट्रेन को पटरी पर लाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। यह वंदे भारत ट्रेन दुर्ग से विशाखापट्टनम के बीच 12 मार्च से शुरू किए जाने की तैयारी है। दुर्ग स्टेशन में पदस्थ रनिंग स्टाफ को आपात ट्रेनिंग के लिए तैयार रहने के निर्देश मिलने से शीघ्र ही छत्तीसगढ़ को एक और वंदे भारत ट्रेन मिलने की संभावना तय माना जा रही हैं। फिलहाल इस ट्रेन की समय सारिणी जारी नहीं किया गया है।
इस नई वंदे भारत ट्रेन के शुरू होने से पश्चिम ओडिशा के रास्ते दक्षिण भारत के महत्वपूर्ण शहर विशाखापट्टनम से छत्तीसगढ़ का रेल संपर्क पहले से आसान हो जाएगा। वर्तमान में बिलासपुर से नागपुर के बीच एक वंदे भारत ट्रेन चल रही है। जिसका परिचालन 11 दिसंबर 2022 को शुरू किया गया है।
यह ट्रेन छत्तीसगढ़ को महाराष्ट्र से जोड़ रही है। अब दुर्ग से विशाखापट्टनम के बीच दूसरी वंदे भारत ट्रेन 12 मार्च से शुरू होने जा रही है। यह ट्रेन दुर्ग से रायपुर, महासमुंद, खरियार रोड, कांटाबांजी, टिटिलागड़, मुनिगुड़ा, रायगढ़ा और विजयनगरम के रास्ते विशाखापट्टनम तक सप्ताह में 6 दिन आवाजाही करेगी। इस ट्रेन के स्टापेज को लेकर अभी जानकारी सामने आना बाकी है।
जानकारी के मुताबिक इस नई वंदे भारत ट्रेन का प्रायमरी प्वाइंट दुर्ग स्टेशन रहेगा। दुर्ग से यह ट्रेन सुबह 6.30 को रवाना रवाना होकर दोपहर 02 बजे विशाखापट्टनम पहुंचेगी। वहां से 02.50 बजे रवाना होकर रात 10.40 बजे दुर्ग वापस आएगी।
इस ट्रेन को दुर्ग स्टेशन में पदस्थ वंदे भारत प्रशिक्षित सीएलआई, लोको पायलट, सहायक लोको पायलट सहित टीईटी व अन्य रनिंग स्टाफ टिटिलागड़ तक लेकर जाएंगे। वहां से टिटिलागड़ का रनिंग स्टाफ विशाखापट्टनम तक ट्रेन लेकर जाएगा।
दुर्ग आने के बाद वंदे भारत ट्रेन के रैक की साफ सफाई और तकनीकी जांच सहित आवश्यक मरम्मत का काम वाशिंग यार्ड पर बनाए गए नए पिट लाइन पर किया जाएगा। इस ट्रेन के रैक की रखरखाव और मरम्मत कार्य में जिन रेलवे कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी जानी है, उन्हें अलग से ट्रेनिंग के लिए भेजा जा चुका है।
ओएचई तार के साथ पिट लाइन तैयार
नई वंदे भारत ट्रेन का प्रायमरी प्वाइंट दुर्ग स्टेशन को बनाया गया है। लिहाजा रैक का मेंटेनेंस और वाशिंग दुर्ग में ही किया जाएगा। इसके लिए दुर्ग स्टेशन के वाशिंग यार्ड पर चौथी पिट लाइन का निर्माण काफी पहले किया जा चुका है। वंदे भारत ट्रेन की तकनीकी जरूरतों के मुताबिक नए बनाए गए पिट लाइन में ओएचई तार भी खींचा गया है।
जबकि बाकी के तीन पिट लाइन में ओएचई तार नहीं लगाया गया है और यहां यात्री ट्रेनों के टैक वाशिंग के लिए डीजल लोको से लाया जाता है। वंदे भारत ट्रेन के लोको को रैक से अलग करने में तकनीकी दिक्कत को देखते हुए नए बनाए गए पिट लाइन पर ओएचई तार खींचा गया है।