महादेव बुक सट्टा, एक्सिस बैंक के मैनेजर सहित भिलाई -दुर्ग से 9 लोग गिरफ्तार, ……ऑनलाइन सट्टा गेमिंग दिल्ली और मुंबई – नागपुर में छिपे हैं दुबई से लौटे सटोरिए…. मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर के पाकिस्तानियों से जुड़े हैं तार….. दुबई से फैला है देशभर में नेटवर्क…. रोड सेफ्टी मैच में भी गेप प्लान…..

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भिलाई नगर 26 सितंबर 2022 ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट महादेव बुक के लिए बैंक खाते की व्यवस्था करने वाले एक्सिस बैंक के मैनेजर समेत 9 लोगों को पुलिस ने छापा मारकर गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी भिलाई के रहने वाले हैं। ये बैंक खाता खुलवाने से लेकर अन्य मैनेजमेंट देखते थे। आरोपियों से पुलिस ने 6 लैपटॉप, 10 मोबाइल, 15000 कैश और कार जब्त किया गया है। आरोपी चलती कार में दाव लेते थे। हालांकि बैंक मैनेजर विकास गिरी छावनी थाना में गुम इंसान दर्ज है। शनिवार शाम से घर से गायब थे। रविवार सुबह परिजनों ने गुम इंसान की शिकायत की। उसके 6 घंटे बाद पुलिस ने सट्टा का खुलासा किया।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छावनी निवासी विजय गिरी (31) एक्सिस बैंक में मैनेजर है। वह अधूरे दस्तावेज में भी खाता खोलता था। वह महादेव बुक रैकेट – चलाने वाले सरगना से जुड़ा है। उसके साथी आसिफ और आकाश शर्मा दोनों खाता खुलवाने के लिए लोगों को ढूंढते थे। ऑटो, रिक्शा, मजदूरी करने वालों के नाम से खाता खुलवाते थे। उन्हें हर माह 5 हजार रुपए दिए जाते थे। उनके खाते में ही सट्टे का पैसों का लेन देन होता था। आरोपी लोगों का एटीएम खुद रखते है। पूरा पैसों का लेन-देन ऑनलाइन होता है।इनकी हुई गिरफ्तारी : पुलिस ने विजय गिरी के अलावा आकाश शर्मा, आसिफ, आयुष निर्मल, राज यादव, सुंदर लाल विश्वकर्मा, प्रमोद ओवनर, धर्मेंद्र सिंह और गणेश कुमार को गिरफ्तार किया है। सभी का काम खात खुलवाना और लोगों की व्यवस्था करना था

आनलाइन गेमिंग महादेव बुक एप का जाल प्रदेश के लगभग 17 जिलों में फैल चुका है। पुलिस ने 80 सट्टेबाजों की सूची बनाई है, जिनमें रायपुर, दुर्ग, भिलाई, रायगढ़, धमतरी ,राजनांदगांव, कोरबा, बस्तर, बिलासपुर, अंबिकापुर समेत अन्य शहरों के लोग शामिल है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इन सभी के नाम, पते मिल चुके हैं। उनके यहां लौटने का इंतजार किया जा रहा है। इन पर नजर रखने के लिए माना विमानतल में सादे कपड़ों में जवान तैनात किए गए हैं। पुलिस अफसरों का दावा है कि दुबई से लौटे सट्टेबाज गिरफ्तारी के डर से मुंबई, दिल्ली में होटलों, रिश्तेदारों, दोस्तों के घर पर छिपे हुए हैं।

पुलिस की जांच में मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर के पाकिस्तानियों से तार जुड़े निकले हैं। गिरफ्तार सटोरियों से पूछताछ से पता चला है कि सौरभ और रवि उप्पल ने दुबई पहुंचने के बाद दो पाकिस्तानियों से संपर्क किया। दोनों को बिजनेस पार्टनर बनाकर आनलाइन सट्टे के कारोबार में करोड़ों रुपये निवेश कराए। सट्टे के गेम प्लान में पहले ही सौरभ और रवि ने दुबई के एक शेख को जोड़ रखा था। फिर हैदराबाद के रेड्डी अन्ना एप के संचालक से मिलकर इस अवैध कारोबार की ट्रेनिंग ली। इन निवेशकों के साथ रायपुर और भिलाई के करीब 8 से 10 सर्राफा कपड़ा कारोबारी सहित बिल्डर और सफेदपोश लोग सट्टेबाजी के खेल में भाग्य अंजामा रहे हैं

रोड सेफ्टी मैच में भी गेप प्लान

प्रदेश में महादेव एप का काम देखने वाले सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल के बारे में भी पुलिस को जानकारी मिली है कि उसने रायपुर में 27 सितंबर से शुरू होने जा रहे रोड सेफ्टी मैच के लिए तगड़ी तैयारी कर रखी है। दूसरे राज्य और शहरों के सटोरियों को बुलाया गया है। उन्हें किराये के मकान, होटल-लाज में ठहराया भी गया है। डेढ़ साल पहले दोनों का नाम भी क्रिकेट सट्टे में सामने आ चुका है, लेकिन अब तक इनकी न तो गिरफ्तारी हुई और न ही पुलिस ने नेटवर्क खंगालने की कोशिश की है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुबई (यूएई) से आनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी का खेल पूरे देशभर में आपरेट हो रहा है। भारत में पुणे, विशाखापट्टनम, बेंगलुरू, हैदराबाद, चेन्नई, मुंबई, नागपुर में ब्रांच स्थापित की के करीब आठ सराफा, कपड़ा कारोबारी समेत बिल्डर और सफेदपोश भी सट्टेबाजी के खेल में शामिल हैं।

गुर्गे पकड़ाए, संचालक नहीं : पुलिस ने कई गुर्गों को पकड़ा, लेकिन महादेव एप का संचालक सौरभ चंद्राकर अब तक नहीं पकड़ा जा सका। रवि उप्पल, राज गुप्ता, कपिल चेलानी, चेतन चेलानी, गोरे काले और सतनाम की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। अब पुलिस ने सभी के नाम पर लुकआउट नोटिस जारी करने की तैयारी है

आनलाइन सट्टे के खेल से जुड़े गिरफ्तार सटोरियों के 300 से अधिक बैक खाते मिले हैं। इनमें से अधिकांश खाते झारखंड, उत्तर प्रदेश के हैं। सभी खातों की जांच के बाद ही साफ होगा कि कितनी राशि का ट्रांजेक्शन हुआ है। मास्टर माइंड सौरभ चंद्राकर समेत अन्य के बारे में कई अहम जानकारी मिली है, उसके आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश दे चुके हैं कड़ी कार्रवाई के निर्देश

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शनिवार को प्रदेश के डीजीपी अशोक जुनेजा को आनलाइन जुआ-सट्टा पर रोक के लिए सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दे चुके हैं। मुख्यमंत्री ने ऐसे लोगों पर लगाम कसने के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही उन्होंने इस कार्रवाई के आधार पर कड़े कानून बनाने की बात कही थी। गौरतलब है कि प्रदेश में एक दिन में 10 करोड़ रुपये का आनलाइन जुआ-सट्टा लगाया जाता है। वहीं, रायपुर में पांच करोड़ तक का सट्टा लगाया जाता है। कानून न होने के कारण इससे जुड़े अपराधियों पर प्रशासन कार्रवाई नहीं कर पाता है


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