कबीरधाम 26 अगस्त 2022 :! पुलिस के विवेचना अधिकारी/जवानों को घटनास्थल से सूक्ष्म से सूक्ष्म साक्ष्य जुटाने में और अधिक निंपुण बनाने के उद्देश्य से एक दिवसी फिंगरप्रिंट प्रशिक्षण कार्यशाला का किया गया आयोजन….. फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट राकेश नरवरे के द्वारा घटनास्थल पर सूक्ष्म से सूक्ष्म साक्ष्य एवं अंगुल चिन्ह प्राप्त करने की विस्तारपूर्वक दी गई जानकारी…. NAFIS-नेशनल ऑटोमेटिक फिंगर प्रिंट आइडेंटीफिकेशन सिस्टम के संबंध में दी गई जानकारीअपराधियों के मंसूबों को नाकामयाब करने में मिलेगी पुलिस टीम को बड़ी सफलता….
कबीरधाम पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे के मार्गदर्शन में आज दिनांक-26.08.2022 को पुराने पुलिस लाइन में स्थित फोर्स एकेडमी के क्लासरूम पर एक दिवसीय फिंगरप्रिंट कार्यशाला का आयोजन 11:30 बजे किया गया। उक्त कार्यशाला में कबीरधाम पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के द्वारा स्वयं उपस्थित होकर फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट राकेश नरवरे का स्वागत कर जिले के समस्त थाना/चौकी से आये विवेचना अधिकारी एवं जवानों को नेशनल ऑटोमेटिक फिंगर प्रिंट आइडेंटीफिकेशन सिस्टम के संबंध जानकारी देते हुए बताया गया कि इस ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से जिले के समस्त थाना चौकी के अपराधियों का फिंगरप्रिंट लेकर ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से एंट्री किया जाएगा, जिससे यदि किसी अपराधी के द्वारा किसी अपराध को गठित किया जाता है, तो मौके पर उपस्थित फिंगरप्रिंट एवं अन्य साक्ष के मिलान करने पर आरोपी तक जल्द से जल्द पहुंच कर उचित वैधानिक कार्यवाही किया जा सकेगा कहते हुए उपस्थित समस्त अधिकारी जवानों को कार्यशाला में दी जा रही जानकारी/सिखलाई का पूर्णता लाभ लेते हुए अपराधिक तत्वों पर पूर्णता लगाम लगाने कहा गया।
फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट राकेश नरवरे के द्वारा जिले के समस्त थाना/ चौकी से आये विवेचना अधिकारी एवं जवानों को घटनास्थल से फिंगरप्रिंट एवं विभिन्न साक्ष्यों को एकत्र करने तथा सुरक्षित रखने व विवेचना दौरान किस प्रकार से आरोपी तक पहुंचा जा सकता है, के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी दिया गया, साथ ही NAFIS-नेशनल ऑटोमेटिक फिंगरप्रिंट आइडेंटीफिकेशन सिस्टम के संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि अब यह सिस्टम कबीरधाम में भी शुरू कर दिया गया है। जिसके माध्यम से जिले में विभिन्न अपराधों को गठित करने वाले अपराधियों का फिंगरप्रिंट कलेक्ट कर निर्धारित डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। जिससे आरोपी किसी भी शहर या राज्य का हो उस तक पहुंचने में पुलिस को ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी, आरोपी के बारे में आनलाईन फिंगर प्रिंट मिलान कर त्वरित जानकारी प्राप्त होगी।
पहले आरोपी का फिंगर प्रिंट मेनुअल लिया जाता था, एवं मिलान भी मेनुअल किया जाता था। अब आनलाईन फिंगर प्रिंट लिया जायेगा एवं मिलान भी आनलाईन किया जायेगा कहा गया साथ ही प्रोफार्मा एवं ऑनलाइन फिंगरप्रिंट लेने प्रोजेक्टर के माध्यम से विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए प्रैक्टिकल करके भी दिखाया गया।
उक्त कार्यशाला में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे तथा उप. पुलिस अधीक्षक नक्सल श्री कौशल किशोर वासनिक एवं डी.सी.आर.बी. शाखा नेफीस ऑपरेटर चेतक नाथ योगी एवं जिले के समस्त थाना/ चौकी/कार्यालय से आये विवेचना अधिकारी एवं जवान उपस्थित रहे।