भिलाईनगर 01 सितम्बर 2022 :! गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू द्वारा कथित तौर पर एसपी डॉ अभिषेक पल्लव को जुआ, सट्टा व अन्य अवैध कारोबार को संरक्षण देने वालों की सोशल मीडिया में वायरल सूची फर्जी निकली। एसपी ने गृहमंत्री से बातचीत के हवाले से इस बात को सार्वजनिक रूप से स्पष्ट किया है। इसके साथ ही भिलाई – दुर्ग के कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों और संगठन से जुड़े कुछ नेताओं के चरित्र पर लगा प्रश्नचिन्ह मिट गया है। एसपी के पत्रकारों की मौजूदगी में इस आशय का स्पष्टीकरण देने से जिन नेताओं का नाम संदिग्ध हो गया था उन्होंने राहत महसूस किया है।
प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कुछ दिन पहले दुर्ग कलेक्ट्रेट में पुलिस महकमे के आला अधिकारियों की बैठक ली थी। इस बैठक के बाद सोशल मीडिया में एक सूची तेजी से वायरल हुई। सूची में भिलाई – दुर्ग के कांग्रेस पार्टी से जुड़े नामचीन हस्तियों के नाम के साथ उनके द्वारा जुआ और सट्टा जैसी सामाजिक कुरीतियों को संरक्षण प्रदान करने का उल्लेख किया गया था। इस बात को जबरदस्त तरीके से प्रचारित किया गया कि नामजद सूची को गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने एसपी डॉ अभिषेक पल्लव को सौंपा है। सोशल मीडिया पर सूची वायरल होने के बाद जिनके नाम सूची में शामिल था, एक तरह से उनके चरित्र पर संदेह के साथ प्रश्नचिन्ह उभर आया था।
अब यह प्रश्नचिन्ह मिट गया है। ऐसा एसपी डॉ अभिषेक पल्लव की ओर से बुधवार को आए एक कथन से हुआ है। एसपी डॉ पल्लव एक कार्यक्रम में पत्रकारों से रुबरु थे। इस दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के पुलिस को सौंपे पत्र के नाम से जो सूची वायरल हो रही है उसमें तनिक भी सच्चाई नहीं है। स्वयं गृहमंत्री ने अपने हस्ताक्षर नहीं होने की बात कहकर सोशल मीडिया में वायरल सूची से अपना वास्ता होने से इंकार कर दिया है। ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा रहा है कि राजनीतिक प्रतिस्पर्धा या फिर विरोध की राजनीति के चलते कांग्रेस से जुड़े नेताओं को अवैध कारोबारियों का संरक्षण बताकर गृहमंत्री के नाम से फर्जी सूची सोशल मीडिया में वायरल किया गया है।