भिलाई नगर, 21 सितंबर। दुर्ग जिले में वर्ष 1971 से माँ भगवती के उत्सव के दौरान विशेष रूप से पूजा अर्चना और भव्य पूजा पंडाल के साथ अनूठे आयोजन करने वाली नेताजी सुभाष नवयुवक जागृति दुर्गोत्सव समिति लाल मैदान पावर हाउस इस बार 51वें वर्ष मां दुर्गा के उत्सव में दर्शनार्थियों और भक्तजनों को न सिर्फ नशे से दूर रहने का संदेश देगी बल्कि नशा मुक्ति थीम पर तैयार झांकियाँ देखने के बाद लोगों को दुर्व्यसन त्यागने का संकल्प भी दिलवाने कृत संकल्पित हैं। दुर्गा उत्सव के दौरान 26 सितंबर से 8 अक्टूबर तक समिति के इस आयोजन में कोविड-19 से बचने के लिए वैक्सीनेशन कैंप, अस्थि और किडनी रोग जांच शिविर का निःशुल्क इंतजाम किया जा रहा है।
उत्सव के दौरान प्रदेश भर से पधारने वाले दर्शनार्थियों को लाल मैदान में अखंड मनोकामना ज्योत, 14 फीट की दिव्य मां भवानी प्रतिमा के दर्शन पूजन के आलावा एन्टी ड्रग झांकी, मिनी मेला, स्वास्थ्य शिविर, चौपाटी, भोग भंडारा, विशेष हवन, कन्या भोज और विशाल कवि सम्मेलन और विशेष 51 हस्तियों के सम्मान समारोह का लाभ इस वर्ष मिलेगा।
पांच दशक से अनूठे आयोजन ने दिलाई पहचान…..
नेताजी सुभाष नवयुवक जागृति दुर्गोत्सव समिति के अध्यक्ष अरविंद गुप्ता और महामंत्री विजय सिंह ने पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 1971 से समिति दुर्गोत्सव के दौरान अपने विशेष और अनूठे आयोजन के लिए समूचे इस्पात नगरी में अपनी विशेष पहचान रखती है। विश्व भर में बढ़ते नशा की समस्याओं पर मनमोहक झांकी के साथ ही इस वर्ष समिति नशा मुक्ति पर विशेष ध्यान देते हुए समाज को नशे से मुक्त करने का संकल्प लेकर 51वें वर्ष दुर्गोत्सव का विशाल आयोजन करने जा रही है।
सभी धर्म संप्रदाय के लोग करते हैं बराबर सहयोग…
आयोजन समिति के कोषाध्यक्ष शिव प्रजापति सहित अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि पिछले पांच दशक से लाल मैदान में दुर्गोत्सव का यह आयोजन संपूर्ण प्रदेश में ख्यातिलब्ध रहा है। दुर्गोत्सव में सभी धर्म और संप्रदाय के लोगों का बराबर सहयोग ही आयोजन की सफलता का राज भी है। एक दशक से मां दुर्गा के विसर्जन के दौरान मुस्लिम भक्त (लाल मोहम्मद ) द्वारा ज्योति कलश लेकर चलना, क्रिश्चियन समुदाय से जान सिंह द्वारा आयोजन को विस्तारित करने एवं नई ऊंचाइयों तक ले जाने के सराहनीय प्रयास सहित मामा करनैल सिंह, डॉ वी के गोयल, डॉ गणेश सिंह, हेमन नागदेव स्व शेर सिंह राजपूत, मगलू राम देवांगन बाबु लाल देवांगन, राधा किशन साहू, लक्ष्मण गौर, घनश्याम गौर, ठाकुर महिमानंद सिंह, राजू बजाज सहित जवाहर मार्केट, सर्कुलर मार्केट और पावर हाऊस सब्जी मंडी के अनेक व्यवसायियों ने समिति में अपना योगदान देते हुए दुर्गोत्सव के आयोजन को लगातार अपने कार्यकाल में भव्यता प्रदान करने सराहनीय प्रयास किया है।
जब माता के त्रिशूल ने रोक ली थी एक बड़ी आफत….
लगभग डेढ़ दशक पूर्व राजलक्ष्मी डेकोरेटर्स ने एक पखवाड़ा तक दिन रात एक कर भव्य पूजा पंडाल का निर्माण किया और पूजा प्रारंभ होने के ठीक दो दिन लाइट टेस्टिंग के दौरान जैसे ही स्वीच ऑन किया गया पूरे पंडाल में भीषण आग लग गई थी। तब मार्केट और जनसहयोग से मात्र 2 दिन के भीतर पुनः वैसा ही भव्य पंडाल निर्माण हो गया था। लाल मैदान में मां दुर्गा की विशेष कृपा और भक्तजनों के विशेष सहयोग से प्रत्येक आयोजन बहुत ही भव्य और सफल होता रहा है। एक बार की घटना का जिक्र करते हुए समिति के लोगों ने बताया कि 90 फीट ऊंचे मंदिर के स्वरूप के पंडाल में माता स्थापना की गयी और नवरात्रि के दौरान ही सुबह 4:15 बजे बड़ा तूफान आने से पंडाल की छत गिरी और मां भगवती के त्रिशूल पर आकर टिक गई थी। इस दौरान पंडाल के भीतर जल रहे सभी अखंड ज्योति जलते रहे और पंडाल में समिति के 10 सेवादार सोए हुए थे, वो सभी पूरी तरह सुरक्षित रहे। पंडाल की छत माता भगवती के त्रिशूल पर आकर रुक गई थी और पूजा पंडाल में किसी भी प्रकार की कोई हानि नहीं हुई। यह बात आज भी जानकार लोगों की चर्चा में होती है। वर्ष 2019 में मिट्टी से बने कुल्लड़, दीपक और बर्तन से भव्य पंडाल को भी काफी सराहा गया था।
कोविड-19 की वजह से सीमित ही रहा 50वां वर्ष…
पिछले 2 वर्षों से कोविड-19 की वजह से समिति ने दुर्गा उत्सव के आयोजन को सीमित रूप में ही रखा। इस बार 51वें वर्ष भव्य और आकर्षक विशाल पंडाल और सम्पूर्ण आयोजन को और भी बेहतर रूप में सफल बनाने समिति के सभी सदस्य विशेष जिम्मेदारियों के साथ प्रयास में लगे हुए हैं नतीजतन 51वां वर्ष भी अपनी भव्यता और सुरक्षित सफल आयोजन के लिए जाना जाएगा। इस वर्ष शराब, बीयर, गांजा, सिगरेट, गुटखा, चरस, अफीम सहित अन्य सभी नशे के दुष्परिणाम का चित्रण करती मनमोहक झांकियाँ निश्चित रूप से नशा करने वाले लोगों पर सकारात्मक ढंग से प्रभाव डालेंगी और लोग नशे से दूरी बनाने अवश्य संकल्प लेंगे।
नशा नाश की है जड़, इसे जड़ सहित खत्म करना होगा….
समिति द्वारा नशा छोड़ने का संकल्प लेने वालों और जो चाह कर भी नशा नहीं छोड़ पा रहे, उनकी निःशुल्क काउंसलिंग विशेषज्ञ से करवाते हुए उनके जीवन से नशीली वस्तुओं का पूर्णतः शमन हो सके-यह प्रयास भी समिति करेगी। पंडाल प्रांगण में मनोरोग और नशा मुक्ति के लिए काउंसलर उपलब्ध रहेंगे। प्रतिबंधित मेडिसिन, अल्कोहोलिक सिरप, पंचर सोलुशन और सस्ते नशे के शिकार घुमंतू बच्चे व युवाओं को भी ऐसे नशे के दुष्प्रभाव बताते हुए चाइल्ड केयर टीम से सम्पर्क कर उन्हें भी नशे से दूर रखने के प्रयास होंगे। पूजा प्रांगण में मां भगवती का दर्शन कर बाहर आते ही जो दर्शनार्थी नशे का परित्याग करना चाहेंगे, उनको विशाल ज्योत के सामने माता भवानी के समक्ष सौगंध दिलाते हुए संकल्पित कराया जायेगा। आम जनता तक नशे से दूरी बनाने का प्रभावी संदेश पहुंचाने का यह प्रयास समिति द्वारा किया जा रहा है। नशा ही नाश की जड़ है और इसे जड़ से खत्म करने के संकल्प में समिति हरसंभव सहयोग करेगी।
निःशुल्क वेक्सीनेशन, हड्डी-किडनी जांच परामर्श शिविर……
26 सितंबर से 8 अक्टूबर तक कोविड-19 के दुष्प्रभाव से बचने प्रतिदिन कोविशील्ड, कोवैक्सीन के प्रथम व द्वितीय तथा बूस्टर डोज के लिए निःशुल्क शिविर लगाया जा रहा है, जो सुबह 10 से शाम 5 बजे तक प्रतिदिन वैक्सीनेशन करेगा। 28 सितंबर को दोपहर 3 बजे से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है जिसमें समिति के सदस्य सहित आमजन भी रक्तदान कर सकते हैं। क्योंकि यह समिति का 51वां वर्ष है इसलिए प्रयास किया जाएगा कि कम से कम 51 यूनिट ब्लड डोनेट किया जा सके। 2 अक्टूबर को अस्थि रोग विशेषज्ञ सुबह 11 से 2 बजे तक हड्डी रोग से संबंधित लोगों की जांच व उपचार के लिए शिविर में उपलब्ध रहेंगे। 2 अक्टूबर को ही दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक किडनी रोग विशेषज्ञों का शिविर प्रांगण में लगाया जाएगा जिसमें इस रोग की निःशुल्क जाँच और परामर्श ली जा सकती है। 8 अक्टूबर को 51वें वर्ष समय समय पर समिति के आयोजन में अभिन्न योगदान देने वाली 51 विशेष हस्तियों का सम्मान भी किया जायेगा।
अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में पधारेंगे नव रत्न कवि…..
अष्टमी को विशाल हवन पश्चात कन्या भोज का आयोजन किया गया है। 5 अक्टूबर दशहरे के दिन विशाल भोग भंडारा होगा। 8 अक्टूबर को समिति द्वारा पूजा प्रांगण स्थल पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है, जिसमें कवि जानी बैरागी धार मध्य प्रदेश, सुदीप भोला दिल्ली, मुकेश मौलाना इंदौर, दिनेश दिग्गज उज्जैन, पवन बांके बिहारी आसनसोल वेस्ट बंगाल, सरिता सरोज नागपुर महाराष्ट्र, मीर अली मीर रायपुर, बंशीधर मिश्र बिलाईगढ़, आलोक शर्मा भिलाई के काव्य पाठ का लोग लुत्फ उठा सकेंगे। भक्त जनों के दर्शन सुविधा को ध्यान रखते हुए प्रांगण में पर्याप्त बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है और आयोजन के दौरान शहर और प्रदेश की राजनीतिक, सामाजिक, प्रशासनिक सहित अनेक हस्तियां लाल मैदान पहुंच कर आयोजन में शामिल होंगी। 26 सितंबर सोमवार को प्रातः 9 बजे से कलश यात्रा और 11:30 बजे माताजी की स्थापना की जाएगी। 6 अक्टूबर को विसर्जन के लिए शोभायात्रा दोपहर 2 बजे पूजा प्रांगण से प्रस्थान करेगी।
पत्रकार वार्ता में समिति के संरक्षक हेमन नागदेव, महिमानन्द सिंह फत्तेलाल जंघेल, गोविंद सिंह राजपूत, राजाराम जाधव, पवन सिंह राजपूत, शिरीष अग्रवाल, मंत्री प्रकाश लहरे, सरोज गुप्ता, दीपक सिंह, संगठन मंत्री चिन्ना राव, राकेश गुप्ता, अरविंद कानतोडे़, अनिरूद्ध गुप्ता, गणेश साहू, रामलाल जंघेल, राकेश नामदेव, जसपाल सिंह, बिज्जु मोते, आतीश गौर, श्याम राव सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।