बीजापुर 10 सितंबर 2022 :! पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज जगदलपुर सुंदरराज पी, के दिशा निर्देशन में क्षेत्र में चलाये जा रहे माओवादी उन्मूलन अभियान के तहत् झारखण्ड रीजनल कमेटी सदस्य लालू मोड़ियाम उर्फ समीर उर्फ अभिषेक पिता लखमू मोड़ियाम 27 वर्ष जाति मुरिया निवासी पेद्दाकोरमा नयापारा थाना बीजापुर जिला बीजापुर द्वारा आज 10 सितंबर 2022 को, उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज दंतेवाड़़ा कमलोचन कश्यप, उप महा निरीक्षक OPS केरिपु बीजापुर सुशील कुमार मिश्रा, कलेक्टर बीजापुर राजेन्द्र कटारा, पुलिस अधीक्षक बीजापुर आंजनेय वाष्र्णेय, कमांडेंट 85 वी बटालियन जे0व्ही0तुसिंग, अति0पुलिस अधीक्षक चंद्रकांत गवर्ना के समक्ष माओवादियो की खोखली विचारधारा, जीवन शैली, भेदभाव पूर्ण व्यवहार एवं प्रताड़ना से तंग आकर तथा छत्तीसगढ़़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया ।
छत्तीसगढ शासन की आत्मसमर्पण नीति के तहत संगठन में धारित पद रीजनल कमेटी सदस्य के पद पर 10.00 लाख का ईनाम घोषित है
माओवादी संगठन में कार्य का विवरण:-
. जून 2009 में गंगालूर एरिया कमेटी में पीएलजीए सदस्य के पद पर भर्ती हुआ । जहां संगठन में संत्री डयूटी/संदेश लाना ले जाना एवं पुलिस मुखबीरी का कार्य करता था ।
. मार्च 2010 में पार्टी सदस्य के रूप में पदोन्नत किया गया, जहां 303 रायफल दिया गया । वर्ष 2010 से 2014 तक प्रेस टीम के साथ काम किया ।
. मई 2014 में सीसीएम सुधाकर की गार्ड टीम में एसीएम की पद पर पदोन्नत कर नई जिम्मेदारी दी गई । जहां एसएलआर रायफल दिया गया एवं नेशनल पार्क एरिया कमेटी क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया गया ।
. अप्रैल 2015 झारखण्ड राज्य एवं बिहार राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में कार्य की जिम्मेदारी दी गई जहां सीसीएम सुधाकर के गार्ड टीम में एसीएम पद के साथ सब जोनल कमेटी सदस्य की नई जिम्मेदारी दी गई । इस दौरान सुधाकर एवं माधवी की टीम के साथ बिहार रीजनल कमेटी क्षेत्र में कार्य किया । वर्ष 2018 में जेआरसी सदस्य (झारखण्ड रीजनल कमेटी सदस्य) की जिम्मेदारी दी गई । जहां पीबीएम (पोलित ब्यूरो मेंबर) मिसीर बेसरा उर्फ प्रधान उर्फ सागर के साथ काम किया । वर्ष 2018 से 04 मार्च 2022 तक जेआरसी सदस्य के पद पर संगठन में कार्य कियाl
माओवादी घटना में शामिल :-
. वर्ष 2010 में रेड्डी के जंगलों में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ की घटना में शामिल
वर्ष 2013 में डीआरजी की पार्टी पर हिरोली के जंगलों में पुलिस पार्टी पर हमला की घटना में शामिल
. वर्ष 2015 में बीआरसी क्षेत्र अन्तर्गत जिला गढ़वा झारखण्ड व छत्तीसगढ़ की सीमावर्ती क्षेत्र में पुलिस माओवादी के बीच मुठभेड़ में शामिल
वर्ष 2016 में बीआरसी क्षेत्र अन्तर्गत जिला लातेहार झारखण्ड के हेनार गांव जंगाल में पुलिस माओवादी मुठभेड़ की घटना मंें शामिल
. वर्ष 2017 में बीआरसी क्षेत्र के मगध जोन, जेआरसी क्षेत्र के ग्राम रेला, पराल , बोरोये के पहाडी जंगल में पुलिस -माओवादी मुठभेड़ में शामिल जिसमें 03 पुलिस के जवान घायल हुए थे ।
वर्ष 2017 में जेआरसी क्षेत्र के पट्टूंग पहाड़ में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ विस्फोट में शामिल, जिसमें पुलिस के 02 जवान घायल
. वर्ष 2017 में जेआरसी क्षेत्र के ग्राम सरजूनबुरू के जंगल पहाड़ में पुलिस और माओवादियों की बीच मुठभेड़ की घटना में शामिल
वर्ष 2017 में बीआरसी क्षेत्र अन्तर्गत कोयासंघ जोन क्षेत्र के कोयलनदी व बूढ़ानदी के बीच पुलिस और माओवादियों के बीच हुए मुठभेड़ में शामिल
. वर्ष 2019 में जेआरसी क्षेत्रान्तर्गत सीरियाबेडा-मारदीरी के बीच पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ में शामिल
वर्ष 2020 में जेआरसी क्षेत्र के ग्राम लतासिखा रोड मे पुलिस पार्टी पर आईईडी लगाकर विस्फोट करने की घटना में शामिल
. अगस्त 2021 में जेआरसी क्षेत्र के सरजंमभूरू के जंगल में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ में शामिल
. नवम्बर 2021 में जिला पश्चिम सिंहभूम के पुलिस पार्टी पर ग्राम तुम्बाका व रेंगड़ा के पास एम्बुश लगाकर हमला करने की घटना में शामिल ।
माओवादियों की खोखली विचारधारा, जीवन शैली एवं भेदभाव पूर्ण व्यवहार, एवं संगठन में बड़े पद पर रहने से व जेआरसी क्षेत्र में संगठन के साथी अनुप्रिया के साथ चल रहे प्रेम प्रंसग व झारखण्ड संगठन में मेरे ऊचे पद पर होने से स्थानीय माओवादियों की जलन व नाराजगी के चलते संगठन छोड़कार वापस अपने घर आ गया । छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर, भारत के सविंधान पर विश्वास रखते हुये लालू मोड़ियाम उर्फ समीर उर्फ अभिषेक द्वारा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया गया । समर्पण करने पर इन्हे उत्साहवर्धन हेतु शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत् रूपये 10000 (दस हजार रूपये) नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान किया गया ।