जनता से अटा पड़ा रामलीला मैदान….महंगाई के खिलाफ कांग्रेस की हल्ला बोल रैली….. ….. हम किसानों का कर्ज माफ करते हैं तो उसे रेवड़ी बताते हैं, उनकी उद्योगपतियों की कर्ज माफी रबड़ी है…भूपेश बघेल…

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नई दिल्ली 4 सितंबर 2022:! दिल्ली में CM भूपेश का हल्ला बोल:बोले- हम किसानों का कर्ज माफ करते हैं तो उसे रेवड़ी बताते हैं, उनकी उद्योगपतियों कीकर्जमाफी रबड़ी है? छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल आज दिल्ली में कांग्रेस के महंगाई के खिलाफ हल्लाबोल कार्यक्रम में केन्द्र पर जमकर बरसे। सीएम भूपेश बघेल ने इस दौरान पीएम मोदी द्वारा कथित ‘रेवड़ी कल्चर’ को निशाने पर लेकर जमकर हमला बोला। कांग्रेस की महंगाई रैली में भूपेश बघेल ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों का लक्ष्य राहुल गांधी को रोकना है।

सीएम भूपेश बघेल ने पीएम मोदी से पूछा कि उद्योगपतियों के कर्जमाफी को रेवड़ी कहेंगे या रबड़ी ? वे किसान-गरीबों की योजना को रेवड़ी कहते हैं। बीजेपी नेता श्रम के सम्मान को रेवड़ी कहते हैं। सीएम ने कहा कि मोदी सरकार उद्योगपतियों का कर्ज माफ करती हैं तब ये रेवड़ी नहीं है ये रबड़ी हैं, ये लोग कुछ गिने चुने बड़े उद्योगपतियों का 10 लाख करोड़ रुपए माफ करते हैं ये रबड़ी बॉटने का काम करते हैं।

सीएम बघेल ने कहा कि जब हम राशन देते हैं तो वे रेवड़ी की श्रेणी में आता है, जब हम लघुवनोपज खरीदते हैं तो वे रेवड़ी की श्रेणी में आता है, कांग्रेस पार्टी हमेशा गरीबों मजदूरों किसानों के हक में लड़ाई लड़ती है तो सत्ता में बैठे लोग उसे रेवड़ी कहते हैं। केंद्र में जब कांग्रेस सरकार थी तब किसानों का 70 हजार करोड़ रुपए माफ किया गया। हम गरीबों के हक में फैसला करते हैं। सीएम ने कहा कि हम श्रम का सम्मान करने वाले लोग है और बीजेपी श्रम का अपमान करती है।
सीएम भूपेश ने कहा कि राहुल गांधी ने जब जब रामलीला मैदान में हुंकार भरा है सरकार को अपना फैसला वापस लेना पडा है, कृषि के तीन काले कानून के खिलाफ हुंकार भरी थी, तब केंद्र को ये कानून वापस लेने पड़े थे, अब एक बार फिर से राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने रामलीला मैदान से महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ हुंकार भरी है जिसके बाद यह केंद्र सरकार महंगाई रोकने के लिए बाध्य होगी।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार रात 9.30 की उड़ान से दिल्ली के लिए रवाना हुए। रात में उन्होंने कांग्रेस नेताओं से ‘मुलाकात कर रैली की तैयारियों का जायजा लिया। उसके बाद वे छत्तीसगढ़ सदन में रुके। सुबह वे गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, आबकारी मंत्री कवासी लखमा और महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया के साथ कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। उनके साथ एआईसीसी सचिव और विधायक विकास उपाध्याय, मुख्यमंत्री के सलाहकार और एआईसीसी सचिव राजेश तिवारी और प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल आदि नेता भी वहां पहुंचे थे। यहां से सभी नेताओं को बसों से रामलीला मैदान ले जाया गया है।
प्रदे्श अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं के साथ मोर्चा संभाला

इधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के साथ भी पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं का एक दल पहुंचा। पार्टी ने शुक्रवार को ही करीब 2500 कार्यकर्ताओं से भरी एक विशेष ट्रेन को रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना किया था। उसके अलावा वरिष्ठ पदाधिकारी और सक्षम कार्यकर्ता हवाई जहाज और दूसरी ट्रेन से भी दिल्ली पहुंचे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर का कहना है कि प्रदेश से चार से साढ़े चार हजार लोग दिल्ली की हल्लाबोल रैली में पहुंचे हैं। इसमें मंत्री, सांसद, विधायक, प्रदेश पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हैं।

आवाजाही बढ़ने से बढ़ गया हवाई किराया

एयर ट्रांसपोर्ट सेक्टर से एक दिलचस्प सूचना आई है। बताया जा रहा है कि रायपुर-दिल्ली रूट पर पिछले दो दिनों की उड़ाने पूरी फुल हो गई थीं। शनिवार को रायपुर से दिल्ली जाने का टिकट 11 हजार 500 रुपए से 14 हजार 700 रुपए तक पहुंच गया। सामान्य दिनों में दिल्ली का किराया सात हजार से सात हजार 500 रुपए तक होता है। इस रूट पर अभी दिन भर में केवल 6 उड़ान उपलब्ध है। कहा जा रहा है कि यह उछाल कांग्रेस की रैली से बढ़ी आवाजाही के कारण हो सकती है।


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