भिलाई नगर 15 सितंबर 2022:! . पहली बार दुर्ग रेंज की बैठक लेने पहुंचे छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा ने गुरुवार को साढ़े चार घंटे की मैराथन बैठक ली। इस बैठक में उन्होंने जहां बढ़ते अपराध पर नकेल कसने के साथ ही बेसिक पुलिसिंग और लॉ एंड आर्डर के साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था पर चर्चा की। वही उन्होंने सबसे ज्यादा दुर्ग पुलिस की भी क्लास ली। बैठक में आते ही उन्होंने 9 घंटे जाम रहे नेशनल हाईवे के मामले में जवाब तलब किया। उन्होंने अधिकारियों को फटकार भी लगाई और कहा कि किसी भी घटना के होने के बाद तत्काल रिस्पांस क्यों नहीं दिया जाता। घटनास्थल पर पहुंच में एक दूसरे का इंतजार क्यों करते हैं ? उन्होंने कहा कि दुर्ग जिले में लगातार लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बनने से पुलिस की इमेज खराब हो रही है। डीजीपी अशोक जुनेजा ने कहा कि रोड सेफ्टी को लेकर विशेष योजना बनाई गई है। इसे सबसे पहले दुर्ग रेंज में लागू किया जाएगा। इस मौके पर आईजी SIB नक्सल ऑपरेशन ओपी पाल,IG गुप्त वार्ता आनंद छाबड़ा,IG सीआईडी चिटफंड डॉ संजीव शुक्ला एवं आईजी दुर्ग रेंज बद्रीनारायण मीणा,DIG राजनांदगांव राम गोपाल गर्ग ,डीआईजी नक्सल ऑपरेशन SIB आर्.एन.दास AIG CID यू. बी. एस. चौहान सहित 7 जिले के पुलिस अधीक्षक एवं राजपत्रित अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में डीजीपी जुनेजा ने जिलेवार कानून व्यवस्था की समीक्षा की जिसमें खासकर दुर्ग जिला की समीक्षा में उन्हें सबसे ज्यादा वक्त लगा यहां पर ट्रैफिक व्यवस्था से लेकर लॉ एंड ऑर्डर, बढ़ते अपराधों और के चिट फंड जैसे मामलों पर भी बात की। उन्होंने सबसे ज्यादा फोकस रोड़ सेफ्टी पर रखा। डीजी जुनेजा ने कहा कि रो़ड सेफ्टी पर मुख्यमंत्री बघेल ने विशेष निर्देश दिए हैं। उसी को लेकर जल्द ही एक नई योजना बनाई गई है। जिसे सबसे पहले दुर्ग रेंज में लागू किया जाएगा।
दूसरे दौर में एसपी की बैठक
डीजीपी अशोक जुनेजा ने करीब 6:30 बजे के बाद दूसरे दौर की बैठक शुरू की जिसमें 7 जिले के पुलिस अधीक्षक शामिल थे। इस बैठक में खासकर नक्सल प्रभावित जिलों में कानून व्यवस्था और बेसिक पुलिसिंग को लेकर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि राजनांदगांव से अलग हुए दो नए जिलों में आईटीबीपी के कैंप नए तरीके से लगाए जाएंगे। ताकि एंटी नक्लस ऑपरेशन बेहतर ढंग से चल सकें। जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के कैंप स्थापित, जनता को मिल रही है सभी सुविधाएं, ड्रग
धुर नक्सल क्षेत्रों में सुरक्षाबलों के द्वारा अपने कैंप स्थापित किए गए हैं । जिसके कारण आज जनता को सारी सुविधाएं मिल पा रही है । जनता सीधे तौर पर शासन के साथ जोड़ रही है । इंटर स्टेट सीमा पर 23 सीसीटीवी से लैस चेक पोस्ट के कारण ड्रग स्मगलिंग नेटवर्क शीघ्र ही ध्वस्त होने के कगार पर है। पुलिस उपलब्ध संसाधनों का सही उपयोग करके रोड एक्सीडेंट में होने वाले जानमाल के नुकसान को कम कर सकती है उपरोक्त बातें आज पुलिस नियंत्रण कक्ष में समीक्षा बैठक के पश्चात पत्रकारों से चर्चा के दौरान छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने कहीं।
छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने. सारे 4 घंटे की मैराथन समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि आज दुर्ग रेंज में पहली बार समीक्षा बैठक उनके द्वारा ली गई है और आगे प्रदेश के अन्य रेंज में भी इस प्रकार की समीक्षा बैठक लेंगे आज की इस बैठक में जिलों में क्राइम, कानून व्यवस्था, नक्सल ऑपरेशन, रोड सेफ्टी सहित तमाम विषयों पर चर्चा की गई एवं आने वाले समय में अपराधों पर नियंत्रण के लिए कैसे रणनीति अपनाना है इस दिशा में भी व्यापक निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि अपराध भी सीजनल मौसम की तरह ही चलता है। तीज त्यौहार का समय है। सुरक्षा भी देखनी है, वीआईपी ड्यूटी भी करनी होती है ,अपराधों में नियंत्रण भी जरूरी है, रोड सेफ्टी में अच्छे निर्णय लेने हैं।
रिसोर्सेज का सदुपयोग करें एक्सीडेंट के दौरान
डीजीपी ने कहा कि रोड एक्सीडेंट के दौरान स्थल पर जल्द से जल्द पहुंचे हम अपने रिसोर्सेज की मैपिंग कर सकें, डायल 112, हाईवे पेट्रोलिंग, पुलिस पेट्रोलिंग एंबुलेंस का प्रयोग करके जल्द से जल्द घटनास्थल पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चला जाए और गंभीर रूप से घायल का शीघ्र से इलाज प्रारंभ करवाया जाए ताकि जान माल का नुकसान कम से कम हो सके।
डीजीपी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा इंटरस्टेट बॉर्डर एरिया में चेक पोस्ट बनाने का निर्णय लिया गया था। स्मगलिंग अधिकांशत उड़ीसा बॉर्डर एरिया से छत्तीसगढ़ में होती रही है । इसलिए इंटर बॉर्डर स्टेट पर 23 चेक पोस्ट सीसीटीवी के साथ स्थापित हो चुके हैं। इन चेक पोस्ट के माध्यम से ट्रक के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। इंटर स्टेट के स्मगलिंग नेटवर्क को तोड़ने में हम सफल रहे हैं। राजनांदगांव जिले में ड्रग स्मगलिंग में शामिल आरोपियों को पकड़ने में बड़ी सफलता मिली है।
नक्सल कोर एरिया में सुरक्षा बलों के कैंप स्थापित
बीजेपी अशोक जुनेजा ने कहा कि कोर नक्सल एरिया में कुछ गांव में ही नक्सली गांव के कुछ लोगों को बहलाने एवं फुसलाने में जरूर कामयाब हो जाते हैं । परंतु इसका मतलब यह नहीं है कि पूरा गांव उनके कब्जे में है सुकमा , बीजापुर जैसे कोर एरिया में अंदर तक हमारे काफी अच्छे कैंप स्थापित हो चुके हैं। नक्सल विरोधी अभियान में हमारे अधिकारी, जवान, एसटीएफ, डीआरजी, सीआरपीएफ अन्य सुरक्षा बल कंधे से कंधा मिलाकर नक्सल मुक्त करने में सफलता हासिल की है। क्रिटिकल एरिया में अंदर तक रोड बनाई गई है। मोबाइल के नेटवर्क बनाए गए हैं। जनता को सुविधाएं मिल रही है। उन्होंने कहा कि सर्विस डिलीवरी सिविल एजेंसी जनता को पूरा लाभ पहुंचा रही है। जनता आज शासन के साथ जुड़ रही है।
इंटर स्टेट बॉर्डर पर टास्क फोर्स का चल रहा है ज्वाइंट ऑपरेशन
उन्होंने कहा कि इंटर स्टेट बॉर्डर पर नक्सली हो या अपराधी पुलिस की कम उपस्थिति का लाभ उठाकर एक एरिया से दूसरी एरिया में चले जाते हैं। परंतु इंटर स्टेट बॉर्डर में राजनांदगांव क्षेत्र में महाराष्ट्र पुलिस के साथ ज्वाइंट टास्क फोर्स के कैंप स्थापित हो चुके हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र दोनों ही के साथ ज्वाइंट ऑपरेशन चला रहे हैं।
सीनियर सिटीजन सेल जल्द करेगा शिकायतों का निवारण
श्री जुनेजा ने कहा कि PHQ के एक डीआईजी एसपी सरगुजा श्रीमती भावना गुप्ता एवं PS2 के अन्य अधिकारियों की सोच के कारण ही प्रदेश में सीनियर सिटीजन की सुरक्षा के लिए एक सेल बनाया गया है और इस सेल की कार्य शैली के कारण दिल्ली की एक एजेंसी ने हाल ही में सम्मानित भी किया है आने वाले समय में यह सेल और अच्छा काम करेगा बुजुर्गों से संबंधित शिकायतो का निराकरण भी शीघ्र होगा।