खल्लारी विधानसभा में भाजपा समन्वय समिति की बैठक आयोजित
00 कार्यकर्ताओं ने पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी अलका चन्द्राकर का किया विरोध

IMG_20230728_191602-2.jpg

महासमुंद 22 अगस्त 2023:- भाजपा द्वारा खल्लारी विधानसभा से उम्मीदवार घोषित होते ही विरोध का सिलसिला शुरू हो गया भाजपा कार्यकर्ताओं ने उम्मीदवार का खुलकर विरोध करते हुए कहा कि उम्मीदवार कार्यकर्ताओं के अनुरूप पार्टी हाईकमान ने नहीं बनाया है जिसका खामियाजा खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा महासमुन्द जिला के खल्लारी विधान सभा क्षेत्र से श्रीमती अलका चन्द्राकर को भाजपा के प्रत्याशी बनाये जाने के बाद बागबाहरा के फारेस्ट रेस्ट हाउस में समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में अलका चन्द्राकर को प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर कार्यकर्ताओं ने जमकर नाराजगी जताई। वरिष्ठ नेताओं ने टिकट वितरण को लेकर उपजे विवाद का पटाक्षेप कर पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी अलका चन्द्राकर को समर्थन देने की अपील कार्यकर्ताओं से की गई।


इस बैठक में सौरभ सिंह (अकलतरा विधायक) भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं रायपुर संभाग के प्रभारी तथा महासमुन्द जिला भाजपा की अध्यक्ष श्रीमती रूपकुमारी चौधरी एवं महासमुन्द जिला भाजपा के प्रभारी श्री पाणीग्रही एवं सभी मण्डल के अध्यक्ष पूर्व विधायक एवं मोर्चा के पदाधिकारी तथा अन्य लगभग 20 प्रमुख नेता उपस्थित हुये । इस बैठक में भाजपा के जिला स्तरीय किसान मोर्चा के प्रमुख नेता ने कहा कि श्रीमती अलका चन्द्राकर को किस आधार पर टिकिट दी गई

वहां उपस्थित मण्डल अध्यक्षों ने भी टिकिट दिये जाने के प्रक्रिया पर सावाल किये एवं विरोध किया। मण्डल अध्यक्षों ने कहा कि ना ही हम लोगों से और ना ही जिला अध्यक्ष से ना ही खल्लारी विधानसभा के प्रभारी से टिकिट किसे दिया जाये पर कोई चर्चा नहीं की गयी, हम ऐसे मे कैसे भाजपा का काम करेंगे ? लोग हमारी हंसी उड़ा रहे है। वहां पर उपस्थित कुछ अन्य सदस्यों ने पूछा कि आप ने दो दिन पहले ही टिकिट के दावेदारों की बैठक पी डब्लू डी रेस्ट हाउस बागबाहरा में बुलायी थी।

जिसमे लगभग 30 दावेदार आए थे और अचानक प्रत्याशी की घोषणा कर दी। इस पर सौरभ सिंह ने कहा कि ये टिकिट दिल्ली के चुनाव समिति ने दिया है इस पर वहां विवाद हो गया एवं अधिकांश नेताओ ने कहा कि जो सर्वे हुआ है, उसकी रिपोर्ट हमको दिखाई जाए क्योकि यहां किसी भी गांव मे कोई सर्वे नही हुआ और जिन लोगो से सर्वे के समय बात किया गया

उनका नाम गांव का नाम भी बताया जाये क्योकि ये सब झूठ है। साथ ही खल्लरी विधान सभा क्षेत्र साहु एवं आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है तो पर भी टिकिट की वितरण मे जातिगत समीकरण को ध्यान नही रखा गया । अधिकांश नेताओं ने कहा अब दिल्ली वालों ने उपर से पैरासूट से टिकिट दिया है तो वो ही अब जिताने का काम करें।


scroll to top