भिलाई नगर 21 अप्रैल 2024:- हत्या और लूट के वारदात को दुर्ग जिले के अमलेश्वर में अंजाम देने वाले कुख्यात आरोपी दुर्ग शासकीय अस्पताल से सुरक्षा व्यवस्था के बीच भागने वाले साथी आरोपी अनुपम झा को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है आरोपी ने 14 नवंबर 2023 को शासकीय चिकित्सालय दुर्ग से भाग खड़ा हुआ था आरोपी को बिहार पुलिस ने जम्मू से पकड़ा गया कुख्यात अपराधी अनुपम झाःरास्ते में बिहार पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश में लगी गोली; दुर्ग में की थी हत्या-लूट छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला अस्पताल से फरार कुख्यात बदमाश अनुपम झा पुलिस एनकाउंटर में वो घायल हो गया है। बिहार पुलिस ने जम्मू स्थित मां वैष्णो देवी के मंदिर से उसे गिरफ्तार किया।
अमलेश्वर में हत्या कर समृद्धि ज्वेलर्स में की थी लूट
अनुपम झा ने अपने साथियों के साथ मिलकर 20 अक्टूबर 2022 को दुर्ग जिले के अमलेश्वर में समृद्धि ज्वेलर्स के संचालक सुरेंद्र सोनी की बेरहमी से हत्या कर ली की थी। इसी मामले में वह अपने तीन साथियों के साथ दुर्ग सेंट्रल जेल में बंद था। यहां से इलाज के बहाने 14 नवंबर 2023 को वह अस्पताल से फरार हो गया था।
पहले भी रायपुर जेल से पेशी के दौरान अनुपम फरार हो चुका है। बाद में अमलेश्वर में हत्या और लूट की घटना के बाद दुर्ग पुलिस ने उसे बनारस से गिरफ्तार किया था।
51 लाख की लूट के मामले में बिहार पुलिस ने पकड़ा था
दरअसल, बिहार पुलिस ने अनुपम झा को मुजफ्फरपुर के कलकत्ता ज्वेलर्स में 10 अप्रैल को हुई 51 लाख की लूट के मामले में जम्मू के कटरा से पकड़ा था। मुख्य आरोपी अनुपम झा समेत तीन बदमाशों को भी गिरफ्तार किया गया है। एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि फकुली में पुल के पास अनुपम झा ने टॉयलेट के बहाने गाड़ी रुकवाई और पुलिस की पिस्टल लेकर भागने लगा।
करीब 8 राउंड फायरिंग में पुलिस की गाड़ी में दो गोलियां लगी हैं। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अनुपम के पैर में गोली लगी। तीन बदमाशों को घेरकर गिरफ्तार कर लिया गया।
60 से ज्यादा FIR लेकिन गृह जिले में एक भी नहीं
अनुपम झा पर अलग-अलग राज्यों के थानों में 60 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें रायपुर और दुर्ग में तीन मर्डर, लूट, हाफ मर्डर जैसे संगीन मामले हैं। वहीं चार राज्यों में भी केस दर्ज हैं। लेकिन उसके गृह नगर बिहार के वैशाली के राजा पाकड़ थाने में कोई भी आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।
बिहार के मुजफ्फरपुर में हुए चर्चित सोना लूटकांड के मुख्य आरोपी अनुपम झा समेत तीन बदमाशों को एनकाउंटर के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि बदमाश फायर कर भागने का प्रयास कर रहे थे. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के पैर में गोली लगी और तीन बदमाशों को घेरकर गिरफ्तार कर लिया गया. बीते 10 अप्रैल को जिले के सदर थाना क्षेत्र में एक ज्वेलरी शॉप से 51 लाख रुपये के गहनों की लूट हुई थी.
बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी अनुपम झा पुलिस से पिस्तौल छीनकर भागने का प्रयास कर रहा था. लेकिन पैर में गोली लगने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसे इलाज के लिए एसकेएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बता दें, जिले के सदर थाना क्षेत्र के आरडीएस कॉलेज के पास 10 अप्रैल को कोलकाता ज्वेलर्स से दिनदहाड़े बदमाशों ने हथियार के बल पर तकरीबन 51 लाख रुपए के मूल्य के सोने की लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इसके बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया था.
रामदयालुनगर के कलकत्ता ज्वेलर्स से 10 अप्रैल को 51 लाख रुपए के आभूषण लूटकांड का मास्टरमाइंड अनुपम झा उर्फ रिपू झा गिरफ्तार हो गया है। पुलिस ने कटरा (वैष्णो देवी) से उसे दबोचा। इस बीच शुक्रवार को मुजफ्फरपुर सीमा में फकुली के ढोली पुल के पास अनुपम ने शौच जाने के बहाने से पुलिस की पिस्टल छीन ली और फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस पर करीब 8 राउंड फायरिंग की। दो गोली पुलिस जीप पर भी लगी। पुलिस ने आत्मरक्षा के लिए फायरिंग की। इसमें दो गोली अनुपम के पैर में लगी। पीएमसीएच में वह भर्ती है। डॉक्टर ने पैर काटने की आशंका जताई है। अनुपम वैशाली के राजापाकड़ थाना के बैकुंठपुरी का है। उसके खिलाफ छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों में लूट और हत्या सहित कई संगीन कांड दर्ज हैं। पुलिस ने उसके चार अन्य साथी यूपी के जौनपुर जिला के केराकट के बिचौलिया जयहिंद मौर्य व वाराणसी के चोलापुर थाना के दानापुर के आभूषण दुकानदार मनीष सेठ को भी गिरफ्तार किया है। वहीं, दो लाइनर अनुपम का साला कुढ़नी थाना के रामपुर बलरा का विकास कुमार और समस्तीपुर के मुसरीघरारी के अरविंद कुमार को 14 अप्रैल को पकड़ा था।
कटरा में एटीएम से रुपए निकालने पर मिला ट्रेस
मोस्टवांटेड अनुपम झा को पकड़ना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी। पुलिस यह ट्रेस करने में सफल रही कि अनुपम झा कच्ची-पक्की में अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रह रहा था। मकान मालिक ने पुलिस पूछताछ में फुटेज देखने के बाद पहचान कर ली। साइबर डीएसपी सीमा देवी ने मकान मालिक से पूछताछ में एक ऐसा सुराग खोज निकाला, जिससे वैष्णो देवी में अनुपम झा को दबोचने का ऑपरेशन सफल रहा। दरअसल, साइबर डीएसपी को मकान मालिक से पे-फोन से किराया पेमेंट का अकाउंट व मोबाइल नंबर मिल गया। एक-एक पेमेंट की जांच कर कटरा में एटीएम से कैश निकालने का ट्रेस मिला। वैष्णो देवी दरबार की चढ़ाई शुरू करने से पहले एटीएम से पैसा निकाला गया था। इसका ट्रेस मिलते ही एसएसपी ने कटरा श्राइन बोर्ड से संपर्क किया। वहां अनुपम की फुटेज भेजी गई। साइबर डीएसपी यात्री पर्ची बनाने वाले अॉपरेटर के लगातार संपर्क में रहीं। रात ढाई बजे दर्शन कर लौटने के बाद अनुपम को दबोच लिया गया।
दुर्ग पुलिस के बताए गर्लफ्रेंड के मोबाइल नंबर से पकड़ा गया
बिहार पुलिस को दुर्ग पुलिस ने अब तक की पूरी जानकारी शेयर की। जिसमें अहम कड़ी बना उसकी गर्लफ्रेंड का मोबाइल और अकाउंट नंबर। इसी के आधार पर बिहार पुलिस ने आगे जांच बढ़ाई और तकनीकी मदद से जम्मू के कटरा से अनुपम झा को पकड़ा। दुर्ग पुलिस की टीम भी उसे लेने के लिए बिहार पहुंच चुकी है।
गर्लफ्रेंड के मोबाइल और बैंक अकाउंट का इस्तेमाल कर रहा था
बिहार पुलिस ने दुर्ग पुलिस से मिले अनुपम की गर्लफ्रेंड के मोबाइल और अकाउंट को ट्रैक किया। जिसमें कटरा से वैष्णो देवी दर्शन के लिए टिकट करवाई गई थी। वे दर्शन करके लौट रहे थे इसी दौरान बिहार पुलिस ने उन्हें रोका और अनुपम को धर दबोचा।
उस वक्त अनुपम के साथ गर्लफ्रेंड, उसकी मां और एक छोटा बच्चा था। पूछताछ में पता चला कि गर्लफ्रेंड का अकाउंट और मोबाइल अनुपम ही इस्तेमाल कर रहा था।
दोनों पैरों में लगी गोली, पैर कटने की आशंका
जम्मू से अनुपम को लेकर बिहार पुलिस मुजफ्फरपुर पहुंच गई है। यहां उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुजफ्फरपुर के IG ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है कि इलाज के दौरान डॉक्टर ने अनुपम का पैर काटने की आशंका जताई है।
प्रोडक्शन वारंट पर अनुपम को दुर्ग लाएंगे- एसपी
दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि बिहार पुलिस ने वहां हुई लूट की घटना के बाद हमसे संपर्क किया था। उन्हें हमारे यहां से मोबाइल इनपुट शेयर किया गया था। जिसे उन्होंने इंटरसेप्ट कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। बिहार पुलिस के संपर्क में है, दुर्ग से टीम गई हुई है। कार्रवाई पूरी होने के बाद आरोपी का प्रोडक्शन वारंट पेश कर उसे दुर्ग लाया जाएगा।
पुलिस पहचान न पाए, इसलिए बाल छोटे कराए
आरोपी अनुपम झा बेहत शातिर है। दुर्ग जेल से भागने के बाद उसने अपना हुलिया बदल लिया था। पहले वो लंबे बाल और दाढ़ी रखा करता था। दुर्ग से भागने के बाद उसने अपने बाल छोटे करवा लिए और क्लीन शेव रहने लगा। उसे लगा कि अब उसे पुलिस पहचान नहीं सकती, इसलिए उसने कहीं भी मास्क का इस्तेमाल नहीं किया।