BIG BREAKING:- डॉ एम.के. खंडूजा कोलकाता से गिरफ्तार… धोखाधड़ी के मामले में छावनी पुलिस ने देर रात्रि की गिरफ्तारी… डॉ खंडूजा को भिलाई लाया जा रहा है…

IMG_20241020_083953.jpg

भिलाई नगर  20 अक्टूबर 2024 :- छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय चिकित्सक बी.एस.आर अपोलो हॉस्पिटल स्मृति नगर के पूर्व संचालक BSR स्कैन सेंटर भिलाई- दुर्ग- नागपुर के डायरेक्टर नेहरू नगर पूर्व निवासी शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एम.के खंडूजा कोलकाता पश्चिम बंगाल में देर रात्रि गिरफ्तार,।

छावनी थाना में धोखाधड़ी के मामले में भिलाई से गई पुलिस टीम में उप निरीक्षक वरुण देवता एवं प्रधान आरक्षक जसपाल सिंह के नेतृत्व में टीम भिलाई से भेजी गई पुलिस  ने उन्हें पश्चिम बंगाल के कोलकाता से गिरफ्तार कर भिलाई ला रही  है

यह गिरफ्तारी शनिवार- रविवार की देर रात्रि की गई है बताया जाता है कि डॉ.एम. के.खंडूजा पिछले 1 साल से अधिक समय से अपने परिवार सहित भिलाई से गायब हो गए थे उनके खिलाफ अदालत में एवं विभिन्न थानों में धोखाधड़ी, चेक बाउंस के अनेक मामले लंबित है, डॉ एमके खंडूजा की गिरफ्तारी को दुर्ग जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पुष्टि की है।

अपोलो BSR को बेचकर हुआ फरार

डॉ.एम के खंडूजा पर बैंक का भी बहुत बड़ा कर्ज था। इसे चुकाने के लिए उसने लोगों को झांसा देकर उनसे पैसे लिए। इसके बाद उसने बैंक का कर्ज चुकाया और फिर पूरा अस्पताल हाईटेक के डायरेक्टर मनोज अग्रवाल और मित्तल के डायरेक्टर आशीष मित्तल और सुमन मित्तल को बेच दिया।

यहां से मोटी रकम लेने के बाद उसने लोगों से लिए गए पैसे वापस नहीं किए और भिलाई से फरार हो गया। उसका बेटा रोहितास खंडूजा और पत्नी श्रीमती नीरा खंडूजा भी अपोलो के डायरेक्टर थे वह अपने साथ काम करने वाले डॉक्टरों और कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया।

बीएसपी रिटायर्ड से की करोड़ों की धोखाधड़ी

डॉ. खंडूजा पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में अनुसंधान केंद्र में डॉक्टर थे। वहां उन्होंने अपनी अच्छी पकड़ बनाई। इसके बाद नौकरी छोड़कर शास्त्री मार्केट नंदिनी रोड पावर हाउस भिलाई में उत्तम टॉकीज के बाजू में एक छोटा सा चाइल्ड क्लीनिक खोला। खंडूजा बीएसपी से  से रिटायर होने वाले अधिकारी और कर्मचारियों की सूची हासिल कर। इसके बाद उन लोगों से संपर्क करता था।

अपोलो बीएसआर में इनवेस्ट करने की बात कहकर उनकी जीवनभर की कमाई 3-5 प्रतिशत ब्याज देने का वादा करते ले लेता था। ऐसा करके उसने दुर्ग जिले सहित रायपुर, बिलासपुर और राजनांदगांव के बड़े ग्रुप संचालकों और डॉक्टरों से भी मोटी रकम इन्वेस्ट कराई थी।


scroll to top