BIG BREAKING :- सवालों के घेरे में कुम्हारी में टोल प्लाजा का बना हुआ अस्तित्व… समयावधि खत्म होने के बाद टोल वसूली आखिर क्यों…  आए दिन होता है वाहन चालकों से दुर्व्यवहार

IMG_20240616_222102-1.jpg

भिलाईनगर 16 जून 2024:-   सवालों के घेरे में कुम्हारी में टोल प्लाजा का बना हुआ अस्तित्व… समयावधि खत्म होने के बाद टोल वसूली आखिर क्यों…  आए दिन होता है वाहन चालकों से दुर्व्यवहार दुर्ग जिले के कुम्हारी में टोल प्लाजा का बना हुआ अस्तित्व सवालों के घेरे में आ गया है। बीओटी पद्धति से फोरलेन सड़क बनाने के बाद लागत के वसूली की समयावधि काफी पहले खत्म हो जाने के बाद भी हो रही टोल वसूली समझ से परे है।

सवाल उठ रहा है कि आखिर शासन प्रशासन किस नियम और शर्तों के तहत यहां टोल वसूलने का जिम्मा किसी निजी कंपनी को देकर रखें हैं। यहां पर वसूली करने वाले कर्मचारी आए दिन वाहन चालकों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। इससे राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग की भूमिका पर भी संदेह उभर रहा है।

दुर्ग से रायपुर को जोड़ने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर फोरलेन सड़क का निर्माण का काम डीएस वाइकान नामक कंपनी को बीओटी पद्धति में दिया गया था। जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग या फिर सरकार की ओर से निर्माणी कंपनी को कोई भुगतान नहीं किया गया था। बल्कि उसे कुम्हारी और कोसा नाला के पास टोल प्लाजा बनाकर एक निश्चित समयावधि तक गुजरने वाले वाहनों से टोल वसूलकर अपनी लागत और कमाई निकालना था।

यह समयावधि काफी पहले खत्म हो चुकी है और इसके साथ ही टोल प्लाजा का अस्तित्व खत्म कर दिया जाना चाहिए था। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और छत्तीसगढ़ से बाहर की कंपनी को कुम्हारी टोल प्लाजा से वसूली का ठेका दे दिया गया है।


scroll to top