हेमचंद यादव  विश्वविद्यालय दुर्ग द्वारा आयोजित एक दिवसीय एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों की कार्यशाला संपन्न…..

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भिलाई नगर 03 सितंबर 2024:- हेमचंद यादव वि दुर्ग द्वारा एक दिवसीय एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों की कार्यशाला का आयोजन भिलाई महिला महाविद्यालय में किया गया जिसमें हेमचंद यादव वि वि दुर्ग के 7 जिले से कार्यक्रम अधिकारी बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ अरुणा पलटा कुलपति हेमचंद यादव वि वि दुर्ग ने अपने संबोधन में कहा कि वास्तव में राष्ट्रीय सेवा योजना व्यक्तित्व विकास की पाठशाला होती है । इसमें सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास होता है।


इसी प्रकार उन्होंने नैतिक मूल्यों के ह्रास पर भी चिंता व्यक्त की तथा आह्वान किया कि इसके लिए वे विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करें। बिना नैतिक मूल्यों के 90 प्रतिशत ले आना भी कोई मायने नहीं रखता।

विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ नीता वाजपेई ने एनएसएस अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्हें उनके कर्तव्यों एवं दायित्व के बारे मे बताया। उन्होंने 7 सी के बारे में बताया। करेज =साहस, कंसन =सजग रहना, कलेक्टिव =समन्वय कमटेंपरेरी= समकालीनता ,क्रिएटिविटी =रचनात्मक ,कॉन्सिस =संवेदनशीलता

इसी प्रकार हेमचंद यादव वि वि दुर्ग के कार्यक्रम समन्वयक डॉ आर पी अग्रवाल ने कुलपति डॉ अरुणा पलटा, डॉ नीता वाजपेई एनएसएस राज्य अधिकारी उच्च शिक्षा विभाग रायपुर, कुलसचिव भूपेंद्र कुलदीप, डॉ राजमणि पटेल सर तथा भिलाई महिला महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ संध्या मदन मोहन का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रुपरेखा के बारे में बताया तथा एनएसएस में कार्यक्रम अधिकारी एवं शिविर में आय व्यय पर विस्तृत जानकारी दी।

जिला संगठक दुर्ग प्रो जनेंद्र कुमार दीवान ने राष्ट्रीय सेवा योजना की पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी दी। इसी प्रकार बालोद जिला संगठक डॉ लीना साहू ने नियमित गतिविधि पर विस्तृत जानकारी दी। कबीरधाम जिले के जिला संगठक डॉ एस के परिहार ने सात दिवसीय विशेष शिविर के बारे में सभी कार्यक्रम अधिकारियों को बताया।

इसी प्रकार युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार माय भारत पोर्टल के विषय में डॉ उमेश पाठक ने जानकारी देते हुए सभी विद्यार्थी एवं कार्यक्रम अधिकारियों को इस पोर्टल जुड़ने सम्बन्धी तकनीकी जानकारी प्रदान की।

इसी के साथ अंत में राज्य संपर्क अधिकारी तथा कार्यक्रम समन्वयक डॉ आर पी अग्रवाल द्वारा मुक्त चर्चा हुई जिसमें कार्यक्रम अधिकारियों का शंका समाधान किया गया।


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