भिलाई नगर 22 जून 2024:- सेल -प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान (एमटीआई), रांची और भारतीय प्रबंधन संस्थान रायपुर (आईआईएम रायपुर) के बीच एक एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग) साइन किया गया, जिसके तहत आईआईएम रायपुर द्वारा एमटीआई को अपने चयनित कर्मचारियों के लिए आगामी तीन वर्षों के लिए लर्निंग एंड डेवलपमेंट सेवाएं प्रदान की जाएंगी। सेल के निदेशक (कार्मिक) के के सिंह वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए, जबकि समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह की अध्यक्षता, निदेशक प्रभारी (सेल-बीएसपी) अनिर्बान दासगुप्ता द्वारा की गई। यह एमओयू 22 जून 2024 को इस्पात भवन में साइन किया गया।
सेल-एमटीआई, रांची की ओर से मुख्य महाप्रबंधक (एचआर-एल एंड डी) संजय धर और निदेशक (आईआईएम रायपुर) प्रो. राम कुमार काकानी ने एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग) पर साइन किए। इस अवसर पर डीन (एक्सटर्नल रिलेशन- आईआईएम-रायपुर) प्रोफेसर सत्यसिबा दास, अध्यक्ष (उद्यमिता, आईआईएम-रायपुर) प्रोफेसर वर्षा मैडि विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अजय कुमार चक्रबर्ती, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ अशोक कुमार पंडा, कार्यपालक निदेशक (रावघाट) समीर स्वरुप, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार एवं कार्यपालक निदेशक (माइंस) बी के गिरी उपस्थित थे। साथ ही मुख्य महाप्रबंधक (एचआर-एल एंड डी और बीई) श्रीमती निशा सोनी, मुख्य महाप्रबंधक (एचआर) संदीप माथुर सहित सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र और आईआईएम रायपुर के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
वर्चुअल रूप से कार्यक्रम में शामिल हुए सेल के निदेशक (कार्मिक) श्री के के सिंह ने अपने संबोधन में कहा, कि यह समझौता ज्ञापन लर्निंग एंड डेवलपमेंट, टीम वर्क, सहयोग और संचार के साथ किसी भी संगठन को बदलने में सक्षम है और यह काफी मददगार साबित होगा। यह लोगों को भविष्य में किए जाने वाले बदलावों का प्रबंधन करने में मदद करेगा।
निदेशक प्रभारी (बीएसपी) श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हो रही है कि यह समझौता ज्ञापन सेल के लिए कस्टमाइज्ड कोर्सेस बनाने में मदद करेगा। यह लोगों को अन्य संगठनों के लोगों के साथ बेहतर ढंग से जुड़ने में मदद करेगा। तकनीकी और व्यवहारिक परिवर्तन और ईएसजी के युग में आईआईएम हमारी वृद्धि में भागीदार होगा। उन्होंने कहा कि यह सहयोग हमें एक साथ सफल होने में मदद करेगा।
कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) श्री पवन कुमार ने कहा, कि इस एमओयू से सेल के अधिकारियों को उद्योग और प्रबंधन के अनुभव के बारे में एक दृष्टिकोण और जानकारी प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होगा।
निदेशक (आईआईएम रायपुर) प्रोफेसर राम कुमार काकानी ने कहा कि आईआईएम रायपुर अकादमिक उत्कृष्टता, सामाजिक प्रभाव और सुशासन के क्षेत्रों में बीएसपी की सहायता करेगा।
प्रारंभ में, श्री संजय धर, मुख्य महाप्रबंधक (एचआर-एलएंडडी-एमटीआई) ने कहा कि यह पहल व्यावहारिक दृष्टि से उद्योग-अकादमिक सहयोग को मजबूत करेगी। उन्होंने समझौता ज्ञापन के उद्देश्य और महत्व पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने इसके अंतर्गत की जाने वाली गतिविधियों के बारे में संक्षिप्त जानकारी प्रदान की।
इस समझौते के अनुसार, आईआईएम रायपुर, एमटीआई को उनके चिन्हित कर्मचारियों (प्रतिभागियों) के लिए लर्निंग एंड डेवलपमेंट (एल एंड डी) सेवाएं प्रदान करेगा। आईआईएम रायपुर के फैकल्टीज़ द्वारा, सर्टिफिकेट प्रोग्राम, ओपन प्रोग्राम, कस्टम-डिज़ाइन प्रोग्राम, एमटीआई कार्यक्रमों में फैकल्टी सहायता सहित लर्निंग एंड डेवलपमेंट आदि कार्यक्रम एमटीआई-रांची के चयनित प्रतिभागियों को प्रदान किए जाएंगे। इस पहल के तहत, एमटीआई आईआईएम रायपुर को अकादमिक सहायता भी प्रदान करेगा। सेल और आईआईएम रायपुर के बीच उभरते अवसरों और परियोजनाओं पर सहयोग के लिए एक रूपरेखा शुरू की गई है, जो किसी भी संगठन की क्षमताओं का पूरक है।
इस समझौता ज्ञापन के साथ, सेल और आईआईएम रायपुर शैक्षणिक गतिविधियों और मानव संसाधन विकास हस्तक्षेपों पर सहयोग करेंगे और आईआईएम रायपुर द्वारा, ओपन प्रोग्राम या आईआईएम रायपुर के अनुकूलित कार्यक्रमों के माध्यम से एमटीआई-नामांकित प्रतिभागियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेंगे। आईआईएम रायपुर विशेष रूप से, इस्पात और संबद्ध क्षेत्रों में तीसरे पक्ष के लिए संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेंगे। सेल कार्यक्रमों के लिए आईआईएम रायपुर से निरंतर फैकल्टी सहायता प्रदान की जाएगी, जबकि सेल, आईआईएम रायपुर के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में फैकल्टी सहायता प्रदान करेगा। इस पहल के अंतर्गत संयुक्त अनुसंधान हेतु आईआईएम रायपुर और एमटीआई-रांची, एक-दूसरे को डेटा और लिटरेचर का एक्सेस प्रदान करेंगे और दोनों संस्थानों द्वारा केस स्टडीज़ के विकास और ऐसे शोध कार्यों के प्रकाशन के साथ-साथ तीसरे पक्ष के लिए संयुक्त परामर्श भी देंगे। आईआईएम रायपुर के डिजाइन और फैकल्टी इनपुट के साथ, एमटीआई में कार्यक्रमों का प्रमाणन भी किया जाएगा।