भिलाई नगर 3 जून 2023 / दुर्ग जिले में बहुचर्चित ऑनलाइन सट्टा महादेव एप की आईडी संचालित करने वाले शख्स की बीते 31 मई को अपहरण के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई है। मृतक ओम प्रकाश साहू ( 43 वर्ष ) एकता नगर भिलाई-3 में किराए का मकान लेकर रह रहा था। पुलिस ने औद्योगिक क्षेत्र में बने इंजीनियरिंग पार्क से लगे मुरुम खदान में ओम प्रकाश की लाश बरामद किया है। रात्रि 2:30 बजे के करीब लाश निकालने में स्थानीय गोताखोर वह एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया उनके अथक प्रयास से रात्रि में ही स्कूटी में बंधी शव को बाहर निकाल दिया गयाइस मामले में आशीष तिवारी ( 34 वर्ष ) हाल निवास जामुल मूल निवासी देवतलाब रीवा मध्य प्रदेश सहित घटना का मास्टरमाइंड फरीद नगर सुपेला आदिवासी मोहम्मद सद्दाम, अंडा चौक खुर्सीपार निवासी रजनीश पांडेय, व अन्य एक आरोपी अनुज कुमार को हिरासत में ले लिया गया है।
फिलहाल हत्या की वजह महादेव एप से संबंधित 30 लाख रुपए के भुगतान को देने में मृतक द्वारा आनाकानी किए जाने को माना जा रहा है। बताया जाता है कि आरोपियों को पकड़ने में साइबर के उप पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार की विशेष भूमिका है जिन्होंने मोबाइल के बदौलत आरोपियों को धर दबोचा है चर्चाओं के अनुसार आरोपी मोहम्मद सद्दाम के मोबाइल कॉल में भिलाई में कार्यरत पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों के नंबर पर लगातार बातचीत का ब्यौरा भी पुलिस अधिकारियों को हासिल हुआ है
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में ऑनलाइन सट्टा एप के रकम की वसूली के लिए सुपारी देकर मर्डर का मामला सामने आया है। यह सनसनीखेज मामला भिलाई-3 थाना क्षेत्र का है। 31 मई की संध्या यहां ऑनलाइन सट्टा एप चलाने वाले ओम प्रकाश साहू का पहले अपहरण किया गया। उसके बाद उसे इतना मारा गया कि उसकी मौत हो गई। मौत होने के बाद उसके शव को उमदा गांव के पास औद्योगिक क्षेत्र से लगे इंजीनियरिंग पार्क के पास मुरुम खदान में फेंक दिए थे। मृतक ओम प्रकाश साहू मूल रूप से जामुल थाना क्षेत्र के ढौर का रहने वाला है।
लेकिन हाल फिलहाल वह अपनी पत्नी के साथ भिलाई-3 के एकता नगर में किराए का मकान लेकर रह रहा था। 31 मई की शाम को वह अपनी पत्नी को बताकर घर से निकला तो फिर नहीं लौटा। मृतक का संबंध ऑनलाइन सट्टा महादेव एप से था। लिहाजा उसके गायब होते ही पुलिस इस खेल से ताल्लुक रखने वालों के माध्यम से ओम प्रकाश की तलाश में जुट गई। जानकारी के अनुसार मृतक महादेव ऐप की आईडी चलाता था और 30 लाख रूपए राशि उसे महादेव ऐप वाले महादेव के संचालकों को देनी थी इस राशि की वसूली के लिए मोहम्मद सद्दाम को जेल में रहने के दौरान ही विदेश से ऑफर आया राशि वसूल करके दो ₹10 लाख मेहनताना दे दिया जाएगा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मामला सुपारी देकर मर्डर का है। ओम प्रकाश ऑनलाइन सट्टा में 30 लाख रुपए घाटे में चला गया था। उस रकम को वह सट्टा एप के संचालक को लौटा नहीं रहा था। इसके चलते बदमाशों को दुबई से 10 लाख रुपए की सुपारी दी गई है। सुपारी लेने वालों ने फोन करके ओम प्रकाश को उमदा रोड पर स्थित एक किराए के मकान में बुलाया। 30 लाख रुपए की वसूली के लिए ओम प्रकाश का पहले अपहरण किया, फिर उसके बाद उसे इतना मारा की उसकी मौत हो गई।
आरोपी इतने शातिर हैं कि उन्होंने ओम प्रकाश की हत्या करने के बाद उसके शव को जीआई तार से उसी की एक्टिवा में बांध दिया और मुरुम खदान के गहरे पानी में फेंक दिया। फिर मृतक का मोबाइल लेकर चले गए। अगले दिन 1 जून को आरोपियों ने मृतक की पत्नी को फोन किया और पैसों की मांग की। पुलिस इस मामले का कभी पता भी नहीं लगा पाती, लेकिन ओम प्रकाश के अपहरण के मामले की जांच करते पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई।
सख्ती से पूछताछ के दौरान एक आरोपी आशीष तिवारी टूट गया और उसने हत्या की बात को कबूल किया। इसके बाद उसकी निशानदेही पर पुलिस ने बीते शुक्रवार की रात शव को खदान से बाहर निकलवाकर पीएम के लिए भेजा है। जब शव को बाहर निकाला गया तो वो बुरी तरह से सड़ गया था। मछलियों ने शव को खा लिया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार वारदात का मास्टरमाइंड फरीद नगर सुपेला निवासी मोहम्मद सद्दाम को महासमुंद जिले से दबोचा गया वह भागने की फिराक में था इसी प्रकार आरोपी रजनीश पांडेय व अनुज कुमार को महाराष्ट्र के नागपुर से पुलिस धर दबोचा
दुर्ग जेल में मिले आरोपियों ने बनाया था पूरा प्लान जानकारी के मुताबिक फरीद नगर निवासी सद्दाम ऑनलाइन सट्टा के चलते जेल गया था। वहां हत्या का आरोपी रजनीश पांडेय और लूट का आरोपी आशीष तिवारी नंदिनी थाने से जेल गया था। जेल में तीनों आरोपी बैरक नंबर 24 में थे,तीनों आरोपी जेल में मिले। वहां उन्होंने ऑन लाइन सट्टा एप के रकम की वसूली का काम करने की योजना बनाई। बताया जा रहा है कि कहां किससे कितनी वसूली करनी है इसके निर्देश इन लोगों को सीधे दुबई से मिल रहे थे। ओम प्रकाश के मामले में भी इन लोगों को 30 लाख की वसूली के एवज में 10 लाख रुपए दिए जाने की बात कही गई थी।