भिलाईनगर, 04 जून 2024:- इस बार का लोकसभा चुनाव दुर्ग जिले के लिहाज से काफी अलग रहा। इस बार दुर्ग जिले से राष्ट्रीय पार्टी की टिकट पर कुल 6 लोगों ने चुनाव मैदान में ताल ठोका, जिसमें से 5 को पराजय झेलनी पड़ी है। चुनाव हारने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित पूर्व राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय, प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव व राजेन्द्र साहू शामिल हैं। इन सभी का निवास दुर्ग जिले में है और राजेन्द्र साहू को छोड़ बाकी दूसरे सीटों पर किस्मत आजमा रहे थे। दुर्ग सीट पर भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल ने 4 लाख से ज्यादा वोट के अंतर से रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। जबकि राजेन्द्र साहू पार्षद, महापौर और विधायक के बाद सांसद चुनाव भी हार गए हैं। सरोज पांडेय कोरबा से चुनाव हार गई। इससे पहले वर्ष 2014 में उन्हें दुर्ग लोकसभा से हार मिली थी। इन दोनों ही चुनाव में प्रदेश की 11 में से भाजपा की हारने वाली एक सीट पर सरोज पांडेय प्रत्याशी रही। भाजपा के विजय बघेल ने कांग्रेस के राजेन्द्र साहू को 43,8226 मतों से पराजित किया है विजय बघेल को 956497 वह कांग्रेस के राजेंद्र साहू को 518271 वोट मिले हैं। बिलासपुर से कांग्रेस के देवेंद्र यादव 164 548,राजनांदगांव से कांग्रेस के भूपेश बघेल 44411,जांजगीर चांपा से कांग्रेस के शिव डहरिया 60000, कोरबा से भाजपा की सरोज पांडे 43283 महासमुंद से कांग्रेस के तमध्वज साहू 145456, रायपुर से कांग्रेस के विकास उपाध्याय 575 285, कांकेर से कांग्रेस के वीरेश ठाकुर 1884, बस्तर से कांग्रेस के कवासी लखमा 55245 मत से चुनाव हार गए हैं।


भिलाई / दुर्ग लोकसभा से फिर एक बार कमल खिलने जा रहा है। दोपहर तक की मतगणना में भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल तेजी के साथ विजयश्री हासिल करने की ओर अग्रसर नजर आए। मतगणना के पहले राउंड से ही भाजपा के जीत की उड़ती महक ने कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ता दिया। भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल मतगणना के पांचवें राउंड में ही अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के राजेन्द्र साहू से देढ़ लाख से ज्यादा वोट का बढ़त ले चुके थे।



दुर्ग लोकसभा सीट के लिए आज श्री शंकराचार्य कॉलेज जुनवानी में सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू की गई। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गणना की गई। साढ़े 8 बजे ईवीएम से मतगणना शुरू हुई। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की मतगणना के लिए अलग-अलग 14-14 टेबल लगाए गए। दुर्ग लोकसभा के छह विधानसभा सहित बेमेतरा जिला की साजा विधानसभा के धमधा विकासखण्ड की मतगणना श्री शंकराचार्य कॉलेज जुनवानी में हुई। जबकि शेष साजा विधानसभा सहित बेमेतरा और नवागढ़ विधानसभा की मतगणना जिला मुख्यालय बेमेतरा से शुरू हुई। भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल लोकसभा क्षेत्र के सभी 9 विधानसभा से बढ़त बनाए हुए रहे।

गौरतलब रहे कि दुर्ग में 25 प्रत्याशियों के लिए वोटिंग 7 मई को हुई थी। इसमें मुख्य मुकाबला भाजपा के विजय बघेल और कांग्रेस के राजेंद्र साहू के बीच रहा। 7 मई को दुर्ग लोकसभा में कुल 73.68 फीसदी मतदान हुआ है। अंतिम चरण के मतदान के बाद एक्जिट पोल में भी दुर्ग लोकसभा सीट भाजपा के खाते में जाने का अनुमान लगाया गया था। यह अनुमान आज मतगणना शुरू होने के साथ ही सही साबित होता नजर आया। भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल शुरू से ही कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र साहू के मुकाबले प्रचंड बहुमत की ओर बढ़ते हुए नजर आए। जिस तरीके से विजय बघेल बढ़त बनाए हुए रहे, उससे उनकी जीत को लेकर किसी के मन में संदेह नहीं रह गया था।
यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि पिछले बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रूप में विजय बघेल ने छत्तीसगढ़ में जीत का नया रिकॉर्ड बनाया था। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में विजय बघेल के सामने कांग्रेस ने पूर्व विधायक श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर को अपना प्रत्याशी बनाया था। विजय बघेल ने तब लगभग तीन लाख 92 हजार के बड़े अंतर से प्रतिमा चंद्राकर को पराजित किया था। इस बार विजय बघेल को भाजपा ने दुबारा लोकसभा चुनाव में मौका दिया। जबकि गत विधानसभा चुनाव में उन्हें पाटन से तात्कालिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन से प्रत्याशी बनाया गया था। विजय बघेल को विधानसभा चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ा लेकिन जिस तरीके से उन्होंने भूपेश बघेल के सामने चुनौती पेश की उसे भाजपा का शीर्ष नेतृत्व की ओर से जमकर सराहना मिली।
जनता का आशीर्वाद और कार्यकर्ताओं की मेहनत का परिणाम
दुर्ग लोकसभा से निर्णायक बढ़त हासिल होते ही भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल ने इसे जनता के आशीर्वाद और कार्यकर्ताओं की मेहनत का सार्थक परिणाम निरुपित किया। उन्होंने कहा देश और प्रदेश के साथ दुर्ग लोकसभा की जनता ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी पर विश्वास किया है। जनसंपर्क के दौरान उन्हें जिस तरीके से बड़े बुजुर्गो का आशीर्वाद, हम उम्र लोगों का अपनत्व और नौजवानों का स्नेह मिला उससे लोकसभा चुनाव में बेहतर परिणाम मिलने पर कोई संदेह नहीं रह गया था। श्री बघेल ने कहा कि उनकी तय नजर आ रही जीत में जनता जनार्दन का आशीर्वाद और भाजपा के कार्यकर्ताओं की भीषण गर्मी के मौसम में जीवटता के साथ की गई मेहनत ने अहम भूमिका निभाई है।




दुर्ग लोकसभा से फिर एक बार कमल खिला दोपहर तक की मतगणना में भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल तेजी के साथ विजयश्री हासिल करने की ओर अग्रसर नजर आए। मतगणना के पहले राउंड से ही भाजपा के जीत की उड़ती महक ने कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ता दिया। भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल मतगणना के पांचवें राउंड में ही अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के राजेन्द्र साहू से देढ़ लाख से ज्यादा वोट का बढ़त ले चुके थे।
दुर्ग लोकसभा सीट के लिए आज श्री शंकराचार्य कॉलेज जुनवानी में सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू की गई। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गणना की गई। साढ़े 8 बजे ईवीएम से मतगणना शुरू हुई। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की मतगणना के लिए अलग-अलग 14-14 टेबल लगाए गए। दुर्ग लोकसभा के छह विधानसभा सहित बेमेतरा जिला की साजा विधानसभा के धमधा विकासखण्ड की मतगणना श्री शंकराचार्य कॉलेज जुनवानी में हुई। जबकि शेष साजा विधानसभा सहित बेमेतरा और नवागढ़ विधानसभा की मतगणना जिला मुख्यालय बेमेतरा से शुरू हुई। भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल लोकसभा क्षेत्र के सभी 9 विधानसभा से बढ़त बनाए हुए रहे।

गौरतलब रहे कि दुर्ग में 25 प्रत्याशियों के लिए वोटिंग 7 मई को हुई थी। इसमें मुख्य मुकाबला भाजपा के विजय बघेल और कांग्रेस के राजेंद्र साहू के बीच रहा। 7 मई को दुर्ग लोकसभा में कुल 73.68 फीसदी मतदान हुआ है। अंतिम चरण के मतदान के बाद एक्जिट पोल में भी दुर्ग लोकसभा सीट भाजपा के खाते में जाने का अनुमान लगाया गया था। यह अनुमान आज मतगणना शुरू होने के साथ ही सही साबित होता नजर आया। भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल शुरू से ही कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र साहू के मुकाबले प्रचंड बहुमत की ओर बढ़ते हुए नजर आए। जिस तरीके से विजय बघेल बढ़त बनाए हुए रहे, उससे उनकी जीत को लेकर किसी के मन में संदेह नहीं रह गया था।

यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि पिछले बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रूप में विजय बघेल ने छत्तीसगढ़ में जीत का नया रिकॉर्ड बनाया था। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में विजय बघेल के सामने कांग्रेस ने पूर्व विधायक श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर को अपना प्रत्याशी बनाया था। विजय बघेल ने तब लगभग तीन लाख 92 हजार के बड़े अंतर से प्रतिमा चंद्राकर को पराजित किया था। इस बार विजय बघेल को भाजपा ने दुबारा लोकसभा चुनाव में मौका दिया। जबकि गत विधानसभा चुनाव में उन्हें पाटन से तात्कालिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन से प्रत्याशी बनाया गया था। विजय बघेल को विधानसभा चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ा लेकिन जिस तरीके से उन्होंने भूपेश बघेल के सामने चुनौती पेश की उसे भाजपा का शीर्ष नेतृत्व की ओर से जमकर सराहना मिली।

जनता का आशीर्वाद और कार्यकर्ताओं की मेहनत का परिणाम
दुर्ग लोकसभा से निर्णायक बढ़त हासिल होते ही भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल ने इसे जनता के आशीर्वाद और कार्यकर्ताओं की मेहनत का सार्थक परिणाम निरुपित किया। उन्होंने कहा देश और प्रदेश के साथ दुर्ग लोकसभा की जनता ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी पर विश्वास किया है। जनसंपर्क के दौरान उन्हें जिस तरीके से बड़े बुजुर्गो का आशीर्वाद, हम उम्र लोगों का अपनत्व और नौजवानों का स्नेह मिला उससे लोकसभा चुनाव में बेहतर परिणाम मिलने पर कोई संदेह नहीं रह गया था। श्री बघेल ने कहा कि उनकी तय नजर आ रही जीत में जनता जनार्दन का आशीर्वाद और भाजपा के कार्यकर्ताओं की भीषण गर्मी के मौसम में जीवटता के साथ की गई मेहनत ने अहम भूमिका निभाई है।
छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर तस्वीर साफ हो गई है। 10 सीटों पर बीजेपी और कोरबा सीट पर कांग्रेस को जीत मिली है। इस लोकसभा चुनाव को घोटाले के आरोपों और नेताओं के बयानों ने यादगार बना दिया। इस हाइप्रोफाइल चुनाव में कुछ रोचक फैक्ट्स यादगार रहे। इस बार कई नए रिकॉर्ड बने तो कई रिकॉर्ड टूटे भी।

बृजमोहन अग्रवाल की रिकॉर्ड जीत, मार्जिन से कम वोट विकास को मिले
रायपुर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में लीड का नया रिकॉर्ड बनाया है। बृजमोहन ने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय पर पहले राउंड से ही लीड बरकरार रखी है। काउंटिंग खत्म होने से पहले ही उन्होंने बीजेपी के पूर्व सांसद सुनील सोनी का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 2019 में सुनील सोनी ने 3 लाख 48 हजार 238 वोटों से प्रमोद दुबे को हराया था।
एक दिलचस्प तथ्य ये भी है कि बृजमोहन ने 575285 वोटों के मार्जिन से चुनाव जीता। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय को कुल वोट मार्जिन से भी कम यानी 475066 वोट ही मिल सके।
लोकसभा चुनाव में दस सबसे बड़ी जीत हासिल करने वाले प्रत्याशियों की सूची चुनाव आयोग ने जारी की है। इसमें छत्तीसगढ़ की रायपुर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल का नाम भी है।
भूपेश बघेल राजनांदगांव सीट से चुनाव हारे
राजनांदगांव लोकसभा सीट में बीजेपी प्रत्याशी संतोष पांडेय को टक्कर देने वाले कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल 44 हजार 411 वोटों से पीछे चल रहे हैं। रात साढ़े नौ बजे तक संतोष पांडेय को 712057 वोट और कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल को 667169 वोट मिले थे। परिणाम विपरीत आने के बाद अब संगठन में भूपेश का कद घटेगा या बढ़ेगा, ये कहना फिलहाल मुश्किल है।
सरोज पांडेय की हार, कद पर क्या पड़ेगा असर
सरोज पांडेय को बीजेपी ने कोरबा लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था। प्रत्याशी बनते ही सरोज पांडेय ने अपनी सांसद निधि से कोरबा जिले में काम कराने की घोषणा की। लेकिन कोरबा के मतदाताओं ने सरोज पांडेय की जगह मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत पर ही भरोसा जताया। हार के बाद सरोज पांडेय का कद बढ़ेगा या घटेगा, ये आने वाला समय बताएगा, लेकिन उनकी हार से कांग्रेस के साथ बीजेपी के भी कई नेता खुश बताए जाते हैं।


बिरेश ठाकुर दूसरी बार भी हारे, मार्जिन से ज्यादा वोट नोटा को
कांकेर लोकसभा सीट से दूसरी बार अपनी किस्मत आजमा रहे कांग्रेस प्रत्याशी बिरेश ठाकुर फिर हार गए। वे अपने प्रतिद्वंदी बीजेपी प्रत्याशी भोजराज नाग से 1884 वोटों से पराजित हुए हैं। भोजराज नाग को 5 लाख 97 हजार 624 वोट और बिरेश ठाकुर को 5 लाख 95 हजार 740 वोट मिले हैं।
बिरेश ने 1800 डाक मतपत्र रिजेक्ट करने का आरोप लगाया और रिकाउंटिंग की मांग की। हालांकि बाद में भोजराज साहू को विजयी घोषित किया गया। 2019 में भी बिरेश ठाकुर कांकेर से कांग्रेस प्रत्याशी थे। इस चुनाव में वे 6914 वोटों से अपने प्रतिद्वंदी मोहन मंडावी से चुनाव हारे थे।
दिलचस्प बात ये है कि कांकेर लोकसभा सीट पर नोटा को 18669 वोट मिले, जबकि बिरेश की हार का मार्जिन 1884 था, जो नोटा के कुल वोट से लगभग 10 गुना कम रहा।

