भिलाई नगर, 5 जनवरी 2023। शिक्षा में जितना उपयोगी विज्ञान और इंफार्मेशन टेक्नालाॅजी है, उसी तरह आध्यात्म का भी समावेश जरूरी है। आज लोग विकास मार्ग पर चल तरक्की तो कर रहे हैं लेकिन पारिवारिक प्रेम और शांति सभी के जीवन से विलुप्त होती जा रही है। सोशल मीडिया के माध्यम से भी बच्चों को आध्यात्म की शिक्षा दी जा सकती है, ऐसे साइट से बच्चों को जोड़ें जो आध्यात्मिक हों क्योंकि विकास और वैभव की रेस में मन, आत्मा और जीवन को आध्यात्म की डगर से ही शांति नसीब होगी। उक्त बातें नेहरू नगर पश्चिम भिलाई में पत्रकारों से चर्चा करते हुए दीदी माँ मंदाकिनी श्रीरामकिंकर जी ने कहीं।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार ने उन्हें राज्य अतिथि का सम्मान दिया है जिससे भगवान श्रीराम चंद्र के ननिहाल छत्तीसगढ़ की धरा पर वो आती रही हैं। झारखंड में जैन तीर्थ को वहां की सरकार द्वारा पर्यटन के रूप में विकसित करने के प्रयास पर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थल होने से अनेक धर्म के लोग वहां पहुँचेंगे और जैन धर्म को जानने समझने का उन्हें भी अवसर मिलेगा, इसलिए उन्हें लगता है कि इसका विरोध नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा पिछले कुछ वर्षोंं में अयोध्या सहित हिन्दू धर्मस्थलों का जिस तरह विकास हुआ है वह स्वागत योग्य है।
गौरतलब हो कि श्री राधाकृष्ण मंदिर परिसर नेहरू नगर (पूर्व) भिलाई में अयोध्यावासी दीदी माँ मंदाकिनी श्रीरामकिंकर जी की श्रीराम कथा 6 से 8 जनवरी तक संध्या साढे़ 5 से साढे़ 7 बजे तक आयोजित की गयी है। इसी दिन 4ः30 से 5ः30 तक भजन संध्या भी होगी। बंगला नं. 20/2 नेहरू नगर (पश्चिम) आवास स्थल पर सुबह 9ः30 से 11 बजे तक दैनिक प्रार्थना, भजन आरती सम्पन्न होगा.
श्री राधाकृष्ण मंदिर परिसर नेहरू नगर (पूर्व) भिलाई में अयोध्यावासी परम् पूज्य दीदी माँ मंदाकिनी श्रीरामकिंकर जी की श्रीरामकथा 6 से 8 जनवरी तक संध्या 5.30 से 7.30 बजे तक आयोजित है। इसी दिन संध्या 4.30 से 5.30 तक भजन संध्या होगी। बंगला नं. 20/2 नेहरू नगर (पश्चिम) आवास स्थल पर सुबह 9.30 से 11 बजे तक दैनिक प्रार्थना, भजन आरती एवं दर्शन आदि का कार्यक्रम होगा।
वे 4 जनवरी को रायपुर एयरपोर्ट शाम 6 बजे पहुंची और वहां से 7 बजे तक नेहरू नगर पश्चिम स्थित अपनी शिष्या मीरा गुप्ता के आवास स्थल पर पहुंची। 5 जनवरी को ही संध्या 4 बजे कलश यात्रा निकाली गई जो आवासीय स्थल से राधाकृष्ण मंदिर तक जाकर समाप्त हुई।
आयोजकगण दीपिका सोनी, विवान, शिवकुमार अन्नापूर्णा सोनी, अनीस, नीलम सेानी, संजीव सुमन सोनी एवं श्रीरामकिंकर शिष्य परिवार आदि ने इस्पात नगरी एवं समीपवर्ती क्षेत्र के मानसप्रमियों को अधिकाधिक संख्या में उपस्थिति का आग्रह किया है।
वे 4 जनवरी को रायपुर एयरपोर्ट शाम 6 बजे पहुंचेगी और वहां से 7 बजे तक नेहरू नगर पश्चिम स्थित अपनी शिष्या मीरा गुप्ता के आवास स्थल पर पहुंचेगी। 5 जनवरी को ही संध्या 4 बजे कलश यात्रा निकाली जाएगी जो आवासीय स्थल से राधाकृष्ण मंदिर तक जाकर समाप्त होगी।