भिलाई नगर 25 फरवरी 2023 :! वर्तमान में सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के मार्स-2 में चार्जमेन के पद पर कार्यरत कृष्ण कुमार पाटिल, प्रदेश के प्रतिष्ठित कलाकरों में शामिल हैं। हाल ही में अंचल के इस सुप्रसिद्ध कलाकार कृष्ण कुमार पाटिल ने छत्तीसगढ़ी साहित्य में अपनी नई पुस्तक “जय छत्तीसगढ़ दाई” के जरिये एक नया आयाम जोड़ा है। विगत दिनों इस पुस्तक का विमोचन छत्तीसगढ शासन के राजभाषा विभाग के तत्वाधान में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के नागार्जुन हाल में किया गया।
इस पुस्तक का विमोचन राजभाषा विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारियों और मूर्धन्य साहित्यकारों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस पुस्तक की विशेषता है कि इसमें छत्तीसगढ़ी भाषा में छोटा ख्याल एवं ठुमरी रचनाएं प्रकाशित है जो कि छत्तीसगढी साहित्य के लिए विशेष महत्व रखता है। के. के. पाटिल छत्तीसगढ़ी भाषा में विगत 25 वर्षों से छोटा खयाल एवं ठुमरी का गायन एवं लेखन कर रहे हैं। पाटिल गायन, वादन एवं लेखन तीनों विधा में अच्छी पकड़ रखते हैं।
श्री पाटिल आकाशवाणी दूरदर्शन के नियमित गजल, भजन एवं लोकगीत के गायक हैं। वे देश-प्रदेश के साथ-साथ विदेश में भी गायन, वादन कर चुके हैं। गायन के साथ-साथ वे देश के प्रसिद्ध हारमोनियम वादक भी है। गजल, ठुमरी एवं हारमोनियम वादन में दिल्ली के पंडित अवधनारायण मलिक एवं नागपुर के पंडित प्रभाकर धाफड़े से उच्च शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं।
श्री के के पाटिल ने संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) श्री एम एम गद्रे को अपनी नई पुस्तक “जय छत्तीसगढ़ दाई” भेंट की। श्री गद्रे ने श्री पाटिल को बधाई देते हुए इनके उज्जवल भविष्य की कामना की।