भिलाई नगर 21 मई 2024:- ज्ञसेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के जनसंपर्क विभाग द्वारा संचालित, इंदिरा प्लेस, सिविक सेंटर स्थित नेहरू आर्ट गैलरी में, श्रीमती चुमकी साहा एवं स्वर्गीय श्री सुब्रत देव बर्मन द्वारा संग्रहित डाक टिकट की युगल प्रदर्शनी का उद्घाटन 20 मई 2024 को मुख्य अतिथि, मुख्य महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन) श्री तपन कुमार द्वारा किया गया। इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी में 25 से अधिक देशों के विभिन्न प्रकार के टिकटों का एक विशाल संग्रह प्रदर्शित किया गया है।
मुख्य महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन) श्री तपन कुमार ने श्रीमती चुमकी साहा तथा बीएसपी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित कर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। श्री तपन कुमार, अपनी पत्नी और अपनी बेटी के साथ इस प्रदर्शनी में शामिल हुए। इस अवसर पर महाप्रबंधक (सम्पर्क प्रशासन एवं जनसंपर्क) श्री जेकब कुरियन, महाप्रबंधक (जनसंपर्क) श्री प्रशांत तिवारी, सामग्री प्रबंधन और जनसंपर्क विभाग के अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों सहित आर्ट क्लब के सदस्य, भिलाई के नागरिक और बड़ी संख्या में डाक टिकट संग्रहकर्ता भी उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि ने प्रदर्शित स्टांप संग्रह में गहरी दिलचस्पी ली और श्रीमती चुमकी साहा के साथ इस प्रदर्शनी से सम्बन्धित बातचीत की। श्री तपन कुमार ने आगंतुक पुस्तिका में अपने विचार व्यक्त करते हुए लिखा, “इस प्रदर्शनी में फिलैटली की रोचक दुनिया का प्रदर्शन किया गया है। साथ ही इसमें विश्व के इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीति, खेल और प्रकृति की एक अद्भुत झलक देखने को मिलती है। सचमुच यह एक दुर्लभ और अद्भुत प्रदर्शनी है।”
प्रदर्शित संग्रह में भारत, यूएसएसआर, जर्मनी, यूके, यूएसए सहित दुनिया के कई देशों के कमेमरेटिव टिकट, डिफिनिटिव टिकट, से-टेनेंट टिकट, मिलेट्री टिकट, लघु मिनीएचर शीट टिकट सहित विभिन्न प्रकार के डाक टिकट शामिल हैं। डाक टिकट इनको जारी करने वाले देश की परंपराओं और मूल्यों के प्रतीक भी हैं। श्रीमती चुमकी अपनी संग्रहित डाक टिकट प्रदर्शनी को स्वर्गीय श्री सुब्रत देवबर्मन को सपर्पित किया है। श्री सुब्रत देवबर्मन ने समान रुचि साझा करते हुए वर्षों पहले इनके साथ टिकटों का आदान-प्रदान किया था।
श्रीमती चुमकी साहा भिलाई की रहने वाली हैं और इनके माता-पिता दोनों बीएसपी में ही कार्यरत थे। अपने माता-पिता से ही इन्हें टिकट संग्रह का शौक विरासत में मिला। 50 देशों के 5000 से अधिक टिकटों के संग्रह के साथ, उन्होंने एक विविध और व्यापक वर्ग तैयार किया है। इनमें 1000 से अधिक टिकटों के साथ भारत एक विशेष स्थान पर है, उसके बाद जर्मनी और यूएसएसआर का स्थान आता है।
श्रीमती चुमकी लंबे समय के बाद भिलाई इस्पात संयंत्र के सहयोग से एक बार फिर अपने संग्रह को प्रदर्शित करने का अवसर पाकर अभिभूत हैं। अपने मूल्यवान संग्रह के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए उन्होंने भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है। नेहरू आर्ट गैलरी में यह तीन दिवसीय डाक टिकट प्रदर्शनी 22 मई 2024 तक हर दिन शाम 5.30 बजे से रात 8.30 बजे तक आम जनता के दर्शनार्थ खुली रहेगी।