भिलाईनगर 15 सितंबर 2023 / भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग अंतर्गत आने वाले प्रवर्तन अनुभाग जिसे इन्फोर्समेंट विभाग के नाम से जाना जाता है, की कमान जब से के. के. यादव जैसे अधिकारी को मिली है अवैध कब्जा धारियों में अलग तरह का खौफ पैदा हुआ है। श्री यादव के नेतृत्व में लगातार हो रही कार्रवाई से यह साफ नजर आ रहा है। एक समय था जब संयंत्र का इन्फोर्समेंट विभाग महज नाम का था। लेकिन के. के. यादव के आने के बाद इन्फोर्समेंट विभाग की एक नई पहचान कायम हुई है। इस दौरान कई बार के. के. यादव को राजनीतिक विरोध का भी सामना करना पड़ा,
भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग के प्रवर्तन अनुभाग द्वारा इस्पात नगरी भिलाई में अवैध कब्जे को मुक्त करवाने के लिये बडी कार्यवाही की जा रही है। प्रर्वतन अनुभाग ने विगत दो वर्ष 2022-23 और 2023-24 के दौरान कुल 17 महीनों में अब तक कुल 65.11 एकड़ की संयंत्र की भूमि और 389 आवासों को रिक्त करवाया कर एक बडी सफलता अर्जित की है। नगर सेवा विभाग के इस अभियान से इस्पात नगरी में अवैध कब्जों में बढोतरी के प्रयासों में कमी आई है।
भिलाई इस्पात संयंत्र अपनी इस्पात नगरी को हमेशा स्वच्छ, स्वस्थ और सुन्दर बनाने में प्रयासरत रहता है। इसमें अवैध कब्जों और असमाजिक तत्वों द्वारा किये जाने वाले गैर अनुशासित कदमों से होने वालें व्यवधान से निपटने के लिये निरंतर प्रयास करता रहता है। संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग में प्रवर्तन अनुभाग जिसे इनफोर्समेंट विभाग से भी जाना जाता है ने विगत 2-3 वर्षों से अवैध कब्जे के खिलाफ लगातार बड़े पैमाने पर कार्यवाही की जा रही है। वित्त वर्ष 2022-23 में नगर सेवाएं विभाग ने संपदा विभाग और संपदा न्यायालय के सहयोग से प्रवर्तन अनुभाग ने 31.61 एकड़ भूमि में कुल 289 सम्पत्तियों को अवैध कब्जे से मुक्त करा कर संपदा विभाग और मैन्टेनेन्स आफिस को सुपुर्द किया है। इसमें संयंत्र की भूमि के 76 प्रकरण और 40 डिक्री पारित इस्पात नगरी के आवास शामिल है।
चालू वित्त वर्ष में भी नगर सेवाएं विभाग के प्रवर्तन अनुभाग द्वारा अवैध कब्जा मुक्ति का अभियान पूरी गति से जारी रखा है। 1 अप्रैल, 2023 से 31 अगस्त, 2023 तक संयंत्र के अधिकार सीमा की कुल 100 आवासों को मुक्त कराया है। इसमें संपदा न्यायालय द्वारा डिक्री पारित 37 आवास के प्रकरण शामिल है। इसके साथ ही संपदा न्यायालय द्वारा 3 डिक्री पारित भूमि के प्रकरण भी रिक्त कराये गये है। वर्ष 2023-24 के प्रथम 5 माह में कुल 33.5 एकड़ भूमि रिक्त कराने का भी एक कीर्तिमान बनाया है।
संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग के प्रवर्तन अनुभाग द्वारा कुशल नेतृत्व, सुनियोजित कार्यवाही और व्यवस्थित कार्यवाही से विगत 17 महीनों में सात अवैध स्क्रैप फैक्ट्रियां, मिराज सिनेमा, चोपडा पेंट्रोल पम्प, शिवपारा में अवैध कालोनी, मरोदा में 24 से अधिक अवैध दुकानें, भिलाई इस्पात संयंत्र का पुराना प्रिंटिंग प्रेस की भूमि, सिविक सेंटर में नेहरू आर्ट गैलरी के बाजू की 22 अवैध अस्थाई व्यावसायिक शेड, सिविक सेंटर में रोड चौडीकरण के लिये 23 दुकानों को रिक्त करवाना
और नंदिनी रोड़ में संयंत्र की भूमि में अवैध रूप से बनाये 3 फार्म हाउस जैसे प्रकरण शामिल है। मानवीय आधार को ध्यान में रखते हुए बारिश और डेंगू के कारण अवैध कब्जा हटाने की कार्यवाही पर विशेष जोर नहीं दिया जा रहा था। आगामी दिनों में इस अभियान में गति लाई जायेगी और सेक्टर-सेक्टर जांच कर कार्यवाही की जायेगी। इस्पात नगरी की व्यवस्था को व्यवस्थित और बेहतर बनाये रखने के लिये नगर सेवाएं विभाग इस अभियान में और कडाई लाने का प्रयास कर रही है।