PRESS CONFERENCE : सरदार सुखवंत सिंह ने पुलिस पर लगाया प्रताड़ना का आरोप….. सुखवंत के आरोप पर पुलिस ने दी सफाई…

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भिलाई नगर 21 मार्च 2023 : स्ट्रिंग ऑपरेशन में माहिर बहुचर्चित ट्रांसपोर्टर कृपाल नगर कोहका निवासी सरदार सुखवंत सिंह ने आज दोपहर आयोजित एक पत्रकार वार्ता में दुर्ग पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया शुभम सिंह का आरोप है कि पुलिस ने उससे दुश्मनी भुनाने के लिए खत्म हो चुके पुराने केस के वारंट को दिखाकर उसे गिरफ्तार किया तथा थाने में उसके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया गया है वही दुर्ग पुरी सुखवंत सिंह के आरोप को बेबुनियाद वो झूठा करार देते हुए कहां की कानून के तहत सुखवंत सिंह के साथ व्यवहार किया गया है उनका आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है चुकी सुखवंत सिंह शातिर है इसलिए पुलिस ने स्वयं ही पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाया है जिससे आगे चलकर सुखवंत सिंह पुलिस पर बेबुनियाद आरोप ना लगा सके

वहीं सुपेला थाना प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश शर्मा का कहना है कि सुखवंत सिंह पुलिस के ऊपर गलत आरोप लगा रहा है। पुलिस के पास सारे सबूत हैं। कृपाल नगर कोहका निवासी सुखवंत सिंह को पुलिस ने दो दिन पहले एक पुराने वारंट की तामीली को लेकर गिरफ्तार किया था। जब सुखवंत सिंह ने बताया कि उस मामले का न्यायालय से खात्म हो गया है। उसने उसके कागज पेश किए तो पुलिस ने उसे छोड़ दिया।

इसके बाद सुखवंत सिंह ने देर रात केंद्रीय जेल दुर्ग के सामने बयान जारी किया। पुलिस ने उसे जेल दाखिल करने की बात कहकर यहां भेजा। फिर आई नहीं। पुलिस उसकी फरारी न दिखा दे इसलिए वो पूरी रात वहीं पर बैठा पुलिस का इंतजार किया कि उसे पुलिस जेल दाखिल करे। इसके दो दिन बाद 21 मार्च मंगलवार को उसने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और सुपेला पुलिस के ऊपर प्रताड़ना के कई गंभीर आरोप लगाए ।

सुखवंत सिंह का कहना है कि उसकी लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है। वो छत्तीसगढ़ के तमाम सरकारी विभागों में पदस्थ भ्रष्ट व रिश्वतखोर लोगों का स्टिंग ऑपरेशन करता और फिर उसे उजागर करके उन्हें सजा दिलाता है। कुछ दिन पहले भी उसने दो पुलिस अधिकारी bhilai-3 थाना सहायक उपनिरीक्षक व खुर्सीपार थाने के उपनिरीक्षक का स्टिंग ऑपरेशन किया और उनका पैसे के लेनदेन करते हुए वीडियो वायरल करके उन्हें लाइन अटैच कराया इन्हीं सब कार्यों से पुलिस उससे चिढ़ती है और अपनी खुन्नस निकालने के लिए खत्म हो चुके केस में उसे गिरफ्तार किया गया।

पत्रकार वार्ता में सरदार सुखवंत सिंह ने पुलिस कप्तान पर आरोप लगाया कि उसके खिलाफ पुलिस कप्तान ने गलत बयान बाजी की है इन सब मामलों को लेकर को शीघ्र उच्च न्यायालय बिलासपुर जाएंगे और जरूरत पड़ी तो उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली का भी दरवाजा खटखटाने से बाज नहीं आएंगे पुलिस ने उनके खिलाफ वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर ही कार्यवाही की है इसको लेकर भी वह जल्द ही बिलासपुर हाईकोर्ट में परिवाद दाखिल करेंगे इन सभी मामलों को लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में परिवाद दायर करेगा ।

सुपेला थाना प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश शर्मा का कहना है कि सुखवंत सिंह को वारंट तामीली के लिए थाने बुलाया गया था। वो अपनी गाड़ी से थाने आए थे। इसका फुटेज उनके पास है। इसके बाद वो सीधे रजनीकांत दीवान के रूम में जाकर बैठे थे। उनसे आम लोगों जैसा व्यवहार किया गया। जब उन्होंने बताया कि उनका केस खत्म हो चुका है तो खात्मा रिपोर्ट लाने के लिए उन्हें एक घंटे का समय दिया गया। जब उन्होंने कोर्ट की रिपोर्ट जमा कर दी तो उनकी गिरफ्तारी नहीं की गई। पुलिस उनकी आदत को जानती है, इसलिए उनकी हर एक एक्टिविटी का वीडियो बनाया गया। अन्य दस्तावेजी साक्ष्य भी लिए गए हैं। उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं।


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