पर्याप्त देखरेख के अभाव में अपराध की दिशा में उन्मुख बच्चों के लिए निजात कार्यक्रम आयोजित…..
00 बिलासपुर पुलिस की यूनिसेफ एवं सीएसजे संस्था के साथ हुई बैठक….

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बिलासपुर 19 अक्टूबर 2023 :- पर्याप्त देखरेख के अभाव में अपराध की दिशा में उन्मुख बच्चों के लिए निजात कार्यक्रम आयोजित बिलासपुर पुलिस की यूनिसेफ एवं सीएसजे संस्था के साथ हुई बैठक बिलासपुर पुलिस का यूनीसेफ एवं सीएसजे संस्था के साथ बच्चों से संबंधित अधिकारों और डायवर्जन प्रक्रिया पर संबंधित विभागों के प्रमुखों के साथ किया गया।


बैठक में शासकीय विभाग, किशोर न्यायालय के सदस्य, महिला एवम बाल विकास, सखी वन स्टॉप व चाइल्डलाइन, आरपीएफ, जीआरपी, एनजीओ, कॉलेज, स्कूल, तथा पुलिसकर्मी हुये शामिल
बैठक में बच्चों के अपराध से रोकने, पुनर्वास में मदद को अधिक प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन के संबंध में की गई विस्तृत चर्चा
बिलासपुर पुलिस के द्वारा नशे के विरूद्ध संचालित कार्यक्रम “निजात” के तहत बच्चों में नशा प्रवृत्ति रोकने पर हूई चर्चा।

निजात अभियान के संयुक्त तत्वाधान में यूनीसेफ तथा सीएसजे ( काउंसिल टू सिक्योर जस्टिस ) संस्था के द्वारा बच्चों के लिए डायवर्जन प्रक्रिया के संबंध में आज मीटिंग का आयोजन पुलिस लाईन बिलासा गुड़ी मीटिंग हॉल में किया गया। बिलासगुड़ी में आयोजित कन्वर्जेंस मीटिंग में यूनिसेफ के बाल संरक्षण विशेषज्ञ चेतना देसाई ने बताया कि डायवर्जन प्रक्रिया समाज के ऐसे बच्चों के लिए है जो अपराध की दिशा में उन्मुख हुये हैं, तथा पर्याप्त देखरेख तथा संरक्षण के अभाव में अपराध के क्षेत्र में बढ़ रहे हैं, ऐसे बच्चों को जे.जे. एक्ट तथा बच्चों से संबंधित अन्य प्रावधानों के माध्यम से अपराध की दिशा में बढ़ने से रोककर उनके उचित विकास हेतु विधि द्वारा प्रदत्त प्रावधानों का पालन करते हुये विधि से संघर्षरत् बालकों को समाज के मुख्य धारा से जोड़कर उनका भविष्य सुरक्षित करना डायवर्जन प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य है।

गीतांजलि दासगुप्ता ( स्टेट कंसलटेंट चाइल्ड प्रोटेक्शन, यूनिसेफ) और कुहू ( कोर्डिनेटर प्रोग्राम्स एंड ऑपरेशंस, सीएसजे) ने कहा कि बाल अधिकारों के लिए काम करने वाली सभी संस्थाओं को साथ करने के आवश्यकता है।

कार्यक्रम के उद्बोधन में पुलिस अधीक्षक बिलासपुर संतोष कुमार सिंह के द्वारा कार्यक्रम की महत्ता को बताते हुये योजना के उद्देश्यों पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई तथा विधि से संघर्षरत् बालकों को अपराध से दूर करने तथा उनके सतत् विकास के लिए इस कार्यक्रम को एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया।

बैठक में विधि से संघर्षरत बालकों को किस प्रकार विभिन्न विभागों के संयुक्त प्रयासों से, साथ ही विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ देकर ऐसा बालको को मुख्य धारा से जोड़े के बारे में विस्तृत चर्चा हुई। इस बैठक में समस्त विभागों को एक अवसर मिला अपने अपने स्तर पर किस प्रकार बेहतर समन्वय स्थापित करे। डायवर्सन प्रक्रिया के बेहतर क्रियान्वयन के लिए विभिन्न संस्थाओं ने सुझाव भी दिये।

बिलासपुर पुलिस के द्वारा संचालित निजात अभियान के संयुक्त तत्वाधान में पुलिस अधीक्षक बिलासपुर संतोष कुमार सिंह अति. पुलिस अधीक्षक (शहर) राजेन्द्र जायसवाल, अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमति अर्चना झा, नगर पुलिस अधीक्षक (सिटी कोतवाली) श्रीमति पूजा कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक(सिविल लाइंस) संदीप पटेल ,उप पुलिस अधीक्षक रक्षित केन्द्र मंजूलता केरकेट्टा, कॉलेज, स्कूल के प्राचार्य तथा शिक्षक, सामाजिक संस्थाओं के प्रमुख तथा सदस्यगण के साथ-साथ थाना सरकण्डा, सिटी कोतवाली, सिविल लाईन, चकरभाठा, के थाना प्रभारी तथा स्टाफ उपस्थित रहे।

रामनारायण वर्मा ( टेक्निकल एक्सपर्ट डायवर्सन , काउंसिल टू सिक्योर जस्टिस ), किशोर न्यायालय, चाईल्ड वेल्फेयर कमेटी, राज्य मानसिक चिकित्सालय सेन्दरी, श्रम विभाग, शिक्षा विभाग, रेल्वे सुरक्षा बल, राज्य रेल्वे पुलिस बल के अधिकारी उपस्थित रहे।


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