सफाई कर्मचारियों को दूसरे विभाग का दायित्व….
00 भिलाई-3 और चरोदा रेलवे कालोनी में सफाई व्यवस्था ठप्प
00 वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किए जाने से रेल कर्मचारी परिवार हलाकान

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भिलाईनगर. 6 नवंबर 2022/ चरोदा और भिलाई-3 की रेलवे कालोनी में सफाई व्यवस्था ठप्प हो गई है। ऐसा विभागीय आदेश के तहत सफाई कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग से हटाकर इंजीनियरिंग विभाग में संबद्ध कर दिए जाने से हुआ है। नतीजतन रेलवे कालोनी में नालियां गंदगी से बजबजा रही है, वहीं जगह जगह कचरे का ढेर लगने लगा है। साफ सफाई की दूसरी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से रेल कर्मचारी और उनके परिवार हलाकान हैं।


रेलवे प्रशासन ने बीएमवाय चरोदा और भिलाई-3 में पदस्थ रहे 29 सफाई कर्मचारियों को भारमुक्त कर दिया है। इस संबंध में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर डिविजन के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमिय कुमार दास ने वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी के आदेश का हवाला देकर 4 नवंबर को एक पत्र के माध्यम से मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक बीएमवाय और भिलाई-3 को आदेश जारी किया है। इस आदेश के बाद 29 सफाई कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग से हटाकर इंजीनियरिंग विभाग में जोड़ा जा रहा है। इसके साथ ही चरोदा और भिलाई-3 की रेलवे कालोनी में सफाई व्यवस्था ठप्प हो गई है।


खासबात यह है कि रेलवे ने अपने सफाई कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग से हटाकर इंजीनियरिंग विभाग में संबद्ध करने की तैयारी तो पूरी कर ली है। लेकिन कालोनी की साफ सफाई का जिम्मा अब कौन उठाएगा, इस प्रश्न का जवाब किसी भी जिम्मेदार अधिकारी के पास नहीं है। आदेश जारी होने के साथ ही सफाई कर्मचारियों ने कालोनी की सड़क और नाली की सफाई से हाथ खींच लिया है। फलस्वरूप गंदगी के चलते नालियां बजबजाने लगी है। वहीं कालोनी में आवासों के नजदीक कचरे बेतरतीब ढंग से बिखरने लगे हैं। चरोदा व भिलाई-3 में रेलवे की सभी कालोनियों में सफाई व्यवस्था ठप्प हो जाने से रेल कर्मचारी और उनके परिवार हलाकान हो गए हैं।


00 नगर निगम से नहीं हुआ अनुबंध
कुछ माह पूर्व भिलाई-3 व चरोदा के रेलवे कालोनी की साफ सफाई और कचरे के निष्पादन का काम नगर निगम को सौंपे जाने को लेकर द्विपक्षीय बैठक महापौर निर्मल कोसरे की मौजूदगी में हुई थी। इस दौरान नगर निगम ने कालोनी के कुल आवास के हिसाब से एक शुल्क तय कर रेलवे प्रशासन को दिया था। लेकिन अभी तक रेलवे और नगर निगम में कोई अनुबंध नहीं हो सका है। बिना अनुबंध के नगर निगम का अमला रेलवे कालोनी में सफाई का जिम्मा शायद ही संभाले। अब जब रेलवे ने बिना किसी नई व्यवस्था के अपने विभागीय सफाई कर्मचारियों को हटाने का निर्णय ले लिया है तो आने वाले दिनों में कालोनी में गंदगी बढ़ सकती है। इससे संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका से इंकार नहीं किया जा रहा है।

00 सामान्य सभा में उठाया था मुद्दा – पाण्डेय
चरोदा रेलवे कालोनी से भाजपा के वरिष्ठ पार्षद चन्द्र प्रकाश पाण्डेय ने बताया कि उन्होंने नगर निगम की पहली सामान्य सभा में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। अगर समय रहते नगर निगम और रेलवे के बीच कालोनी में सफाई व्यवस्था को लेकर अनुबंध हो जाता तो आज यह नौबत नहीं आती। उन्होंने बताया कि सामान्य सभा में महापौर व सभापति ने 1 अप्रैल 2022 से रेलवे कालोनी में डोर टू डोर कचरा संग्रहण शुरू करने का आश्वासन दिया था। लेकिन यह काम आज तक शुरू नहीं हो पाना नगर निगम की उदासीनता को प्रदर्शित करता है। रेलवे प्रशासन को भी सफाई की नई व्यवस्था सुनिश्चित करने के बाद ही अपने सफाई कर्मचारियों को दूसरे विभाग के लिए भारमुक्त करना था।


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