श्री शंकराचार्य  मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बवाल….., मरीज की मौत पर परिजनों का हंगामा… डॉ दिलीप रत्नानी  पर लगाए इलाज में लापरवाही का गंभीर आरोप……

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भिलाई नगर 28 MAY 2024 :- पेसमेकर की बैटरी बदलते समय कोई मरीज की मौत परिजनों का हंगामा श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज अस्पताल का मामला डॉक्टर पर लगे गंभीर आरोप   श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पेसमेकर की बैटरी बदलने के दौरान एक मरीज की मौत हो गई इस मरीज का कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर दिलीप रत्नानी ऑपरेशन कर रहे थे इधर मरीज  महेश यादव के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मौत के बाद हंगामा किया उन्होंने डॉक्टर दिलीप रत्नानी को मौत का जिम्मेदार बताया चिकित्सकों के लापरवाही से मरीज की मौत के बाद अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ मृतक के परिजन डॉ दिलीप रत्नानी पर लापरवाही बढ़ाने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग की श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर जमकर हंगामा हुआ है बताया जा रहा है कि मरीज के परिजनों ने हंगामा किया है मरीज के परिजनों की माने तो उन्होंने पिछले दिनों ही महेश यादव को सीने में दर्द की शिकायत पर शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था जहां मरीज का पेस मेकर बदलने के दौरान मौत हो गई परिजनों ने बताया कि पेसमेकर बदलने के बाद हुई मौत की कोई सूचना नहीं दी गई और अचानक ही अस्पताल से फोन करके बताया गया कि महेश यादव की मौत हो गई फिलहाल स्मृति नगर थाने की पुलिस भी मौके पर मौजूद है तो वहीं अस्पताल प्रबंधन की ओर से किसी भी प्रकार का कोई बयान सामने नहीं आया है.।

श्री शंकराचार्य अस्पताल में बवाल, मरीज की मौत पर परिजनों का हंगामा… डॉक्टरों पर लगाए गंभीर आरोप जुनवानी स्थित श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में मरीज की मौत पर जमकर हंगामा हुआ। हार्ट के मरीज की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन से पहले डॉक्टरों ने किसी प्रकार की फॉरमेल्टी नहीं निभाई। न तो परिजनों को इसकी जानकारी दी और न दस्तावेज पर हस्ताक्षर कराए।

मिली जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला स्मृति नगर चौकी क्षेत्र के अंतर्गत श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज अस्पताल का है। हार्ट के मरीज 42 वर्षीय महेश यादव इलाज के लिए शंकराचार्य अस्पताल लाया गया था। महेश का 10 साल पहले हार्ट का ऑपरेशन हुआ था और उस दौरान उनके हार्ट में वॉल्व व पेसमेकर लगाया गया था। एक बार फिर से स्वास्थ्य बिगड़ने पर परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया।

महेश यादव को अस्पताल लेकर के आए थे रविवार दोपहर 11:00 बजे अस्पताल लेकर आए और दूसरे दिन सोमवार को दोपहर के 2:00 बजे ऑपरेशन के दौरान उनकी मौत हो गई। परिजनों को यह पता चला तो उन्होंने अस्पताल के मुख्य गेट पर प्रदर्शन शुरू किया और यह आरोप लगाया है कि ऑपरेशन से पहले किसी भी तरह से परिजनों से पूछताछ नहीं की गई। परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सक डॉ दिलीप रत्नानी पर इलाज में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की  मांग की है

परिजनों की ओर से आए पूर्व पार्षद और कांग्रेसी नेता जानीसार अख्तर ने बताया कि उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए। महेश यादव के घर में कमाने वाला उनके अलावा और कोई नहीं था महेश यादव का एक बेटा जिसकी उम्र 19 साल है। महेश यादव छावनी भिलाई एसीसी के निवासी थे इस पूरे मामले पर अस्पताल प्रबंधन की ओर से कहा गया कि डॉक्टर के तरफ से सबसे पहले इलाज को महत्व दिया जाता है।

मरीज की स्थिति सामान्य नहीं थी बचाने का प्रयास किया

श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ दिलीप रत्नानी ने कहा कि मरीज का पहले भी वाल्व बदला जा चुका है और पेसमेकर भी लगा था उसकी स्थिति सामान्य नहीं थी मैंने मरीज की जान बचाने का पूरा प्रयास किया ऑपरेशन से पहले मरीज के परिजनों से कंसर्ट लेटर पर साइन नहीं लिया था


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