भिलाईनगर 31 जनवरी 2023 / पुलिस मुख्यालय अटल नगर नवा रायपुर सीआईडी विभाग में पदस्थ एआईजी सचिन देव शुक्ला 31 जनवरी को सेवानिवृत्ति हो रहे है। उप निरीक्षक के पद से अपनी पुलिस सेवा की शुरुआत करने वाले श्री शुक्ला 36 साल तक पुलिस विभाग में बेहतरीन सुलझे हुए अधिकारी के रूप मे सेवा देने के उपरांत आज सेवानिवृत्त हो रहे सचिन देव शुक्ला लोकप्रिय पुलिस अधिकारी के साथ ही साथ खेल और गायकी में भी अपना शौक फरमाते हैं।
03 जनवरी वर्ष 1961 को धमतरी में जन्म लेने वाले सचिन देव शुक्ला 1987 बैच के उप निरीक्षक हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा धमतरी और रायपुर में हुई। रायपुर के साइंस कालेज से उन्होंने स्नातक किया। उनके पिता जयनाथ शुक्ला नायब तहसीलदार रह चुके हैं। प्रशिक्षु उप निरीक्षक के पद पर अविभाजित मध्यप्रदेश के राजनांदगांव जिले से पुलिस सेवा की शुरुआत करने वाले सचिन देव शुक्ला का ज्यादातर कार्यकाल इसी जिले में रहा।



वे कभी बस्तर नहीं गए। 1997 में राजनांदगांव के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रवि सिन्हा के कार्यकाल में गातापार थाना क्षेत्र के छिंदरी बांध में हुई मुठभेड़ में उन्होंने एक महिला नक्सली को मार गिराया, जिसके बाद उन्हें समय पूर्व पदोन्नति देकर निरीक्षक बना दिया गया। निरीक्षक के पद पर उन्होंने रायगढ़, बिलासपुर, राजनांदगांव, गातापार ,छुईखदान, कवर्धा, पिपरिया, खैरागढ़ आरटीओ, सहित दुर्ग जिले के जामुल और भिलाई नगर थाने का प्रभारी बनने का मौका मिला।




वे एसआईबी में भी गए। फिर 2011 में डीएसपी के पद पर पदोन्नत हुए। उन्होंने तीन साल तक एसडीओपी पंडरिया, राजनांदगांव एजेके, सीएसपी राजनांदगांव का दायित्व निर्वहन किया। कुछ समय के लिए उन्हें उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति में भी पदस्थ किया गया। फिर 2019 में एएसपी के पद पर पदोन्नत हुए और उन्हें पुलिस मुख्यालय में पदस्थ किया गया। वहां एआईजी सीआईडी के पद पर रहते हुए 31 जनवरी 2023 को वे सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनका विवाह 27 जनवरी 1989 बैतूल मध्य प्रदेश में सौ.का. सुचेता के संग हुआ।






उनकी दो बेटियां और एक बेटा है। बेटा अभी पढ़ाई कर रहा है। जबकि दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है। एक बेटी लखनऊ में चिकित्सक है तो दूसरी दुबई में रहती है। सचिन देव शुक्ला हाई स्कूल के दौर में बैडमिंटन के राज्य स्तरीय खिलाड़ी रह चुके हैं। पुलिस ट्रेनिंग के दौरान भी उन्होंने बास्केटबॉल में राज्य स्तर की टीम का प्रतिनिधित्व किया। शादी विवाह जैसे पारिवारिक आयोजनों में शौकिया तौर पर उन्हें गाने भी गाते देखा जाता रहा है।