भिलाई नगर 20 नवंबर 2022:! / शादियों का सीजन शुरू हो गया है। इसके साथ ही सूट बूट वाले सांसी गिरोह का खतरा भी बढ़ गया है। इस गिरोह सदस्य होटल और बड़े मांगलिक भवनों में आयोजित होने वाली या शादी के बड़े कार्यक्रमों में अच्छे कपड़े पहनकर जाते हैं और मौका देखकर गहने या गिफ्ट चुराकर निकल जाते हैं। भिलाई-दुर्ग में कई शादियों में इस तरह की वारदातें हो चुकी हैं। गिरोह में कई सदस्य होते हैं और अलग-अलग तरीके से शादी के कार्यक्रम में शामिल होते हैं।
शहर में शादी के कार्यक्रमों का आयोजन शुरू हो गया है।
शादियों के सीजन में मध्यप्रदेश का सांसी गिरोह सक्रिय रहता है। गिरोह में महिला-पुरुष मिलकर निकलते हैं। होटल या अन्य स्थानों पर आयोजित शादी के कार्यक्रम में मेहमान बनकर शामिल हो जाते हैं। इस दौरान सूट या अन्य अच्छे कपड़े पहन लेते हैं। अपना हुलिया ऐसा बनाते हैं कि वर या वधु पक्ष के लोग उन्हें मेहमान समझकर उनकी गतिविधियों पर ध्यान नहीं देते हैं। इसी का फायदा उठाकर दूल्हा-दुल्हन के आसपास मंडराते रहते हैं और उनके गिफ्ट या गहनों पर नजर रखते हैं। मौका मिलते ही गिरोह के सदस्य वारदात को अंजाम देकर भाग निकलते हैं।
गौरतलब रहे कि तीन साल पहले भिलाई-3 के मंगल भवन सहित सुपेला क्षेत्र के एक निजी होटल और रिसाली के मांगलिक भवन में एक किशोरवय युवक ने चल रही शादी पार्टी में शामिल होकर लाखों के गहने व उपहार में मिले रुपए से भरे लिफाफे उड़ा लिए थे। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में युवक की करतूत कैद होने के बावजूद पुलिस को कोई सफलता नहीं मिल सकी। जिस तरीके से इन वारदातों को अंजाम दिया गया था उसे देखते हुए पुलिस के जानकार अधिकारियों ने सांसी गिरोह पर शंका जताया था। इस गिरोह का मूल निवास मध्यप्रदेश के राजस्थान सीमा से लगे जिलों में होना बताया जाता है। वहीं गिरोह के महिला व पुरुष सदस्य शादी पार्टी में वारदात को अंजाम देने छोटे बच्चों का इस्तेमाल करते हैं।
00 गिरोह से बचने ऐसे करें उपाय
शादी के कार्यक्रम में दोनों पक्ष के मेहमान या परिचितों की सूची बनाएं। कार्यक्रम स्थल में उनको पहचानने वाले मौजूद रहें।
अनजान चेहरा दिखने पर पूछताछ करें। कार्यक्रम स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगवाएं। कीमती सामान, गिफ्ट वाले स्थान पर कोई न कोई उपस्थित रहें। गिरोह के निशाने पर परिवार का वह मुखिया खास तौर पर रहता है जो रुपयों से भरा बैग साथ लेकर व्यवस्था में लगा रहता है। ऐसे मुखिया को अपना बैग संभालकर रखना चाहिए।