भिलाई नगर। सेफी ने नवनियुक्त सेल अध्यक्ष अमरेंदु प्रकाश से दिल्ली में सौजन्य भेंट कर उन्हें सेल अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। सेफी पदाधिकारियों ने आशा व्यक्त की कि अमरेंदु प्रकाश के नेतृत्व में सेल उत्पादन, उत्पादकता, लाभप्रदता आदि में में नई ऊँचाईयां छुएगा।
इस बैठक में सेफी अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार बंछोर ने सेल अध्यक्ष से कंपनी के समक्ष उपस्थित चुनौतियों तथा उनके संभावित समाधान तथा स्मार्ट वर्किंग, नेतृत्व के विकास पर सारगर्भित चर्चा की। सेफी ने कार्मिकों के हितों तथा बेहतरी के लिए सेल अध्यक्ष से कार्मिकों के अनेक लंबित मुद्दों पर सारगर्भित चर्चा की जिसमें प्रमुख रूप से माइंस के अधिकारियों के लिए विशेष भत्ता (डासा), मकान भत्ता, इंक्रीमेंटल पीआरपी, सेल पेंशन, कंपनी क्वार्टर के मुद्दे, वर्क लाइफ बैलेंस तथा संसाधनों के अधिकतम उपयोग आदि विषय सम्मिलित थे।
विदित हो कि सेल में कार्मिकों को अनेक मुद्दों के सुलझने का आज भी इंतजार कर रहे हैं जिसमें माइंस के अधिकारियों का विशेष भत्ता जिसे 29 सितम्बर 2022 से बंद कर दिया गया, जिसे पुनः प्रारंभ करने हेतु सेफी प्रयासरत है।
विदित हो कि द्वितीय पे-रिविजन में सेल की खदानों को दुर्गम क्षेत्र घोषित कर सेल माइंस में कार्यरत कर्मचारियों को मूल वेतन का 10 प्रतिशत विशेष भत्ते के रूप में दिया जा रहा था। जिसे वर्तमान में सेल में बंद कर दिया गया है। विदित हो कि तृतीय वेतन पुनरीक्षण समिति के प्रतिवेदन में बिन्दु संख्या 3.16.13/अप/ब में दुर्गम एवं दूर-दराज के क्षेत्रों में सेवा के लिए समान प्रावधान जारी रखने की अनुशंसा की गई है। इस्पात मंत्रालय द्वारा जारी पिछले आदेशों के संदर्भ में विशेष भत्ता जारी रखा गया है। हाल ही में जारी एक आदेश में एफ.सं. 3(1)/2022-वित्त 29 सितंबर 2022 के तहत सेल को दुर्गम क्षेत्र में सेवा के लिए मिलने वाले विशेष भत्ते पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया है।
विदित हो कि सेल की खानें अधिकांशतः दूरस्थ स्थान पर स्थित हैं और चिकित्सा, शिक्षा और टाउनशिप जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी के साथ नक्सलवाद से प्रभावित हैं। वर्तमान में विशेष भत्ते बहाल नहीं होने के कारण खदानों में कार्यरत अधिकारी हतोत्साहित हैं। जिसका प्रभाव कंपनी के निष्पादन पर पड़ सकता है। अतः कंपनी के प्रदर्शन को बेहतर बनाए रखने के लिए माइंस के अधिकारियों का मनोबल बढ़ाने हेतु ’डासा’ अत्यंत आवश्यक है।
सेफी चेयरमेन द्वारा सेल में पी.आर.पी. की गणना में इंक्रिमेंटल लाभ को डीपीई के दिशानिर्देशों के अनुरूप समायोजित करने की अनुशंसा करने का आग्रह किया है। विदित हो कि वित्त वर्ष 2017-18 में सेल ने कर पूर्व कुल हानि 759 करोड़ रूपये घोषित किया एवं वर्ष 2018-19 में कर पूर्व कुल लाभ 3338 करोड़ रूपये घोषित किया। जिससे इंक्रिमेंटल लाभ पर आधारित पीआरपी की गणना करने की मांग जो कि सेल में हुए टर्नअराउंड का लाभ, सभी अधिकारियों को इंक्रिमेंटल पीआरपी देकर प्रोत्साहित किया जा सकता है।
सेफी चेयरमेन ने सेल अध्यक्ष से सेल में यूनिफार्म एचआरए पॉलिसी लागू करवाने हेतु आवश्यक दिशानिर्देश देने का आग्रह किया। वर्ष 2013 में तत्कालीन सेल प्रबंधन द्वारा एक विवादित आदेश द्वारा तत्काल प्रभाव से कार्मिकों को एचआरए हेतु नया आवेदन लेना बंद कर दिया गया था जिसके फलस्वरूप कार्मिकों के एचआरए पात्रता में विसंगति उत्पन्न हो गयी है। 2013 के बाद जिन कार्मिकों ने अपने निजी मकानों में शिफ्ट किया है उन्हें एचआरए नहीं दिया जा रहा है। बीएसपी के मकान 50 वर्षों से अधिक पुराने हो चुके हैं जो रहने योग्य नहीं है। इन परिस्थितियों में वो कार्मिक जिन्होंने अपना मकान बनाकर अपने आवासों में शिफ्ट कर लिया है वह अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा हैं। एचआरए के न मिलने से इन कार्मिकों को आवास हेतु लिए गए ऋण को चुकाने में भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। सेल अध्यक्ष से अनुरोध किया गया है कि एचआरए हेतु पूरे कंपनी में एक समान एचआरए नीति लागू की जाए।
सेफी अध्यक्ष ने नयी प्रमोशन पालिसी में दिये जाने वाले “फास्ट ट्रैक“ प्रमोशन पर आपत्ति जताई और बताया कि सेल के किसी भी संयंत्र में “फास्ट ट्रैक“ की अर्हताओं को पूर्ण करने वाले ग्रेडिंग किसी भी अधिकारी को नहीं दिये गये हैं। इस प्रकार की योजनाओं का लाभ मुख्य कार्यालयों व शक्ति केन्द्र के समीप तैनात लोगों को ही मिल पायेगा और कंपनी के लिए मेहनत करने वाले अधिकारी गुमनाम ही रहेंगे। अतः “फास्ट ट्रैक“ को त्वरित प्रभाव से प्रमोशन पालिसी से निकाल देना चाहिए और कंपनी में नेतृत्व को उचित प्रकार से उन्नत व प्रभावी बनाने पर ध्यान देना चाहिए।
सेफी ने सेल की सभी इकाईयों में कंपनी के क्वार्टरों के मरम्मत, क्रमबद्ध नये आवास बनाने की योजना, नगर सुविधाओं के संधारण आदि पर विस्तृत चर्चा की।
सेफी ने सेल के सभी इकाईयों में चिकित्सा सेवाओं में आवश्यक सुधार एवं बड़े चिकित्सा संस्थानों से एमओयू आदि पर सेल अध्यक्ष से चर्चा की। सेफी के सौजन्य भेंट में सेफी अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार बंछोर व महासचिव अबकाश मलिक उपस्थित थे।