दुर्ग 6 फरवरी 2023। लगभग चौवन करोड़ के धोखाधड़ी के मामले में कोठारी बंधुओं को पकडऩे रविवार को फिर कोलकाता पुलिस दुर्ग पहुंची लेकिन आज फिर उनको पकडऩे में असफल रही। सवाल यह उठता है कि आखिर कोठारी बंधुओं को पुलिस पकडऩे में क्यों असफल हो रही है कोलकाता पुलिस के यहां पहुंचने की जानकारी तो कही कोठारी बंधुओं को पहले ही नही मिल जा रही है या कही पुलिस पर किसी प्रकार का कोई राजनैतिक दबाव तो नही है जो बार बार कोलकाता पुलिस द्वारा इनको गिरफ्तार करने पहुंचने पर भी उनके हत्थे कोठारी बंधु नही चढ़ रहे है।
ज्ञातव्य हो कि दुर्ग कोतवाली थाना में भी 80 करोड़ के फर्जीवाडे का मामला इन कोठारी बंधुओं के विरूद्ध गत 25 जनवरी 2023 को धारा 420, 467,468,471,120 बी व 34 के तहत मामला दर्ज हुआ है लेकिन दुर्ग पुलिस भी आज तक इनपर कोई कार्यवाही नही की है जिससे यहां के पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्रचिन्ह लग रहा है।
विदित हो कि रविवार 5 फरवरी को पांचवी बार कोलकाता पुलिस उन्हे गिरफ्तार करने पहुंची लेकिन फिर इन आरोपियों को बिना गिरफ्तार किये बैरंग वापस लौटना पड़ा। कोलकाता पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कोलकाता पुलिस दुर्ग पहुंचने के बाद दुर्ग पुलिस के सहयोग से कोठारी बंधुओं को पकडऩे उनके निवास स्थान पहुंची लेकिन वहां उन्हें दुर्ग पुलिस का कोई सहयोग प्राप्त नहीं हुआ और दुर्ग पुलिस के द्वारा कोठारी बंधुओ के मकान के सामने फोटो खींचकर, पंचनामा बनवाकर कोलकाता पुलिस को वापस रवाना कर दिया।
ज्ञातव्य हो कि कोठारी बंधु धोखाधड़ी मामले में जमानत खारिज होने के बाद भी दुर्ग में खुलेआम रह रहे हैं। इनके खिलाफ कोलकाता के बुर्ताल्ला थाने में धारा 420,467,468,471,406,120 बी के तहत अपराध दर्ज है। इनके ऊपर 53 करोड़ से अधिक के प्राइवेट कंपनी के शेयर्स को धोखाधड़ी का अपने नाम कराने का आरोप है। शिकायतकर्ता के वकील ने आरोप लगाया है कि दुर्ग पुलिस इन आरोपियों को पकडऩे में कोलकाता पुलिस की मदद नहीं कर रही है।
कोलकाता निवासी प्रकाश जायसवाल ने बताया कि रजत बिल्डकॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी दुर्ग जिले में जमीन का काम करती है। इस कंपनी ने अपने 40 हजार शेयर 2005-06 में प्रकाश जायसवाल को बेचे थे। इन भी शेयर्स को 2012-13 में सुरेश कोठारी ने धोखाधड़ी करके अपने चचेरे भाई सीए श्रीपाल कोठारी और सिद्धार्थ कोठारी की मदद से अपने नाम पर चढ़वा लिया था। इन शेयर्स की वर्तमान कीमत 53 करोड़ 44 लाख 19 हजार 230 रुपए है।
जब प्रकाश जायसवाल को इसके बारे में पता चला तो उसने इसकी शिकायत बुर्ताल्ला थाने में की। पुलिस ने 2 जनवरी 21 को सुरेश कोठारी, सिद्धार्थ कोठारी और सीए श्रीपाल कोठारी के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप दर्ज किया। तीनों आरोपी पदमनाभपुर दुर्ग के निवासी हैं। कोलकाता पुलिस चार बार इन आरोपियों को गिरफ्तार करने दुर्ग आ चुकी हैं, लेकिन स्थानीय पुलिस का सहयोग न मिलने से वह बैरंग लौट जा रही है।
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