लखनऊ (उत्तर प्रदेश ) 9 MAY 2024:- लोकसभा चुनाव के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को लगा एक और झटका प्रदीप सिंह बब्बू ने समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर अनदेखी करने और चुनिंदा लोगों से घिरे होने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को पत्र भेजा है। सपा के कद्दावर नेता प्रदीप सिंह बब्बू का लोकसभा चुनाव के दौरान अचानक पार्टी की प्राथमिक सदस्यता व पद से इस्तीफा देने से पार्टी को लगा तगड़ा झटका सूत्रों के अनुसार प्रदीप सिंह बब्बू जल्द ही भाजपा में जा सकते हैं
उन्होंने पत्र में कहा है कि वह लखनऊ विश्वविद्यालय की राजनीति निकल कर मुलायम सिंह यादव से प्रेरित होकर वर्ष 1996 में सपा से जुड़े। उन्हें दिसंबर 1997 में समाजवादी युवजन सभा का प्रदेश सचिव बनाया गया। उन्होंने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए लिखा है कि वर्ष 2017, 2022 और पूर्वी विधानसभा सीट पर मौजूदा समय होने वाले उपचुनाव के लिए टिकट चाहा। चुनावी समीकरण उनके पक्ष में होने के बाद भी उन्हें टिकट नहीं दिया गया। ऐसा क्यों हुआ उन्हें पता है।
प्रदीप ने अपने इस्तीफे में लिखा कि अखिलेश यादव उन लोगों से घिरे हुए हैं जिनकी राजनीति उनके इर्द-गिर्द और उनकी कृपा पर निर्भर है. उनकी सलाह पार्टी के निर्णयों पर विपरीत असर डालती है. जिससे ज़मीनी कार्यकर्ता उनसे दूसरे हो रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सपा लोहिया और नेताजी के समाजवादी सिद्धांतों से दूर होती जा रही है. व्हाइट हाउस में बैठे अखिलेश यादव और उनके नौ रत्नों की वजह से पार्टी का समर्पित, अनुशासित और ज़मीनी कार्यकर्ता अपने को उपेक्षित महसूस कर रहा है.
चुनाव के बीच सपा को झटका प्रदीप सिंह लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता रहे हैं और दो दशकों से समाजवादी पट्टी के साथ जुड़े हुए हैं. सपा में वो प्रदेश सचिव और यूपी क्षेत्रीय समन्वय समिति के प्रेदश संयोजन की ज़िम्मेदारी सँभाल रहे थे. उनकी नौजवानों में अच्छी पकड़ मानी जाती है. प्रदीप सिंह के साथ सपा नेता कुंवर हर्षित राजवीर और मो. हारुन राईन ने भी इस्तीफा दे दिया है.
प्रदीप बब्बू ने अब तक सपा अध्यक्ष के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि सपा का भविष्य अंधकारमय है, वरिष्ठ लगो उपेक्षित और दरकिनार हो रहे हैं. ख़बरों के मुताबिक़ प्रदीप सिंह बब्बू भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं.