बिलासपुर 19 नवंबर 2022 :! न्याय धानी बिलासपुर में इस्पात नगरी भिलाई सेक्टर 7 सड़क 31B, की एक युवती की हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज मर्डर का राज तब खुला, जब कार में रखी लाश से बदबू फैलने लगी। मौके पर पहुंची पुलिस ने हत्या करने वाले मेडिकल स्टोर संचालक युवक को भी पकड़ लिया है। हालांकि, अभी हत्या के कारणों का पूरा पता नहीं चल सका है। प्रारंभिक जांच में रुपयों के लेन-देन की बात सामने आई है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार भिलाई नगर सेक्टर 7 सड़क 31B की रहने वाली प्रियंका सिंह पिता बृजेश सिंह (24) पौत्री सुरेश सिह सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के टिकरापारा मन्नू चौक स्थित हॉस्टल में रूम लेकर रहती थी। वह यहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। बताया जा रहा है कि छात्रा प्रियंका 15 नवंबर की शाम से गायब थी। इससे परेशान घरवालों ने 16 नवंबर को इसकी सूचना कोतवाली थाने बिलासपुर में दर्ज कराई ! मृतिका प्रियंका सिंह दुर्ग जिले में पुलिस महकमे में पदस्थ प्रधान आरक्षक विजय सिंह व भिलाई भट्टी थाने में पदस्थ आरक्षक अजय सिंह की भांजी थी…
CCTV में आखिरी बार मेडिकल स्टोर की ओर जाते दिखी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर ने बताया कि छात्रा के गायब होने के बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी । उसके मोबाइल कॉल डिटेल्स, लोकेशन और CCTV फुटेज चेक करने पर पता चला कि वह आखिरी बार सिटी फार्मेसी मेडिकल एजेंसी तरफ जाते दिखी थी। ऐसे में पुलिस को पहले से ही मेडिकल स्टोर संचालक आशीष साहू पर शक था। उससे पूछताछ भी की गई थी लेकिन, वह लगातार पुलिस को गुमराह कर रहा था।
कार की पिछली सीट पर पॉलिथिन में लपेटकर रखी थी लाश
बताया जा रहा है कि आरोपी युवक आशीष साहू ने प्रियंका की गला दबाकर हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने उसके शव को तीन दिन तक दुकान में छिपा कर रखा था। दुकान में ज्यादा किसी का आना-जाना नहीं था। इसके चलते किसी को पता भी नहीं चला। इस दौरान वह लगातार दुकान में रूम फ्रेशनर, अगरबत्ती जलाता रहा, लेकिन जब उसे लगने लगा कि यहां आने वालों को शक हो जाएगा तो उसने लाश ठिकाने लगाने का सोचा। शुक्रवार की रात उसने लाश पॉलिथिन में लपेट कर अपनी कार की पिछली सीट पर रख ली पर कहीं फेंकने की हिम्मत नहीं कर पाया। लिहाजा वह कार घर ले आया और गैराज में छिपाकर रख दिया था। लेकिन, शनिवार दोपहर आसपास बदबू फैलने लगी। पड़ोसियों, घर वालों का ध्यान भी कार की ओर गया और उन्होंने पुलिस को फोन कर दिया। पहले से ही आशीष पर संदेह कर रही पुलिस ने लाश बरामद कर ली और उसे गिरफ्तार कर लिया।
पैसे के लेनदेन का था विवाद बताया जा रहा है कि छात्रा प्रियंका सिंह और आरोपी आशीष साहू के बीच दोस्ती थी। इस दौरान आशीष साहू ने उसे स्टाक मार्केट में पैसे लगाने बोला था । उसकी बातों में आकर युवती ने करीब 19 लाख रुपए उसे दे दिए। लेकिन, आशीष उसे पैसे नहीं लौटा रहा था। वहीं, छात्रा बार-बार उससे पैसों की मांग करती थी। माना जा रहा है कि इसी से परेशान होकर आशीष ने उसकी हत्या कर दी। यह प्रारंभिक पूछताछ में सामने आई बातें हैं, अब पुलिस प्रियंका के परिजनों से पूछताछ कर रही है कि इतनी बड़ी रकम उसके पास कहां से आई। इसके साथ ही आशीष ने चार दिनों तक लाश अपने साथ क्यों रखी यह बात भी पुलिस को समझ में नहीं आ रही है।