बिलासपुर 2 जनवरी 2024 :- न्यायधानी में कैरेक्टर पर शक के चलते पति ने रस्सी से गला घोंटकर पत्नी की हत्या कर दी। फिर तीन बच्चों को भी मार डाला। वारदात के बाद आरोपी ने आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहा। जिसके बाद वह खुद थाने पहुंच गया और घटना की जानकारी पुलिस को दी। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ग्राम हिरीं निवासी उमेंद्र राम केंवट (34) रोजी-मजदूरी करता था। घर में वह पत्नी सुकरिता (28) और तीन बच्चों के साथ रहता था। सोमवार की रात उमेंद्र शराब के नशे में घर पहुंचा तो पत्नी खाना खाने के लिए बोली, तब वह विवाद करने लगा। दोनों में विवाद इतना बढ़ा कि उसने मारपीट शुरू कर दी।
तीन बच्चों का भी घोंट दिया गला
देर रात हुए इस विवाद के बाद आरोपी उमेंद्र ने दो बेटी और एक बेटे का भी रस्सी से गला घोंट दिया और उनकी हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी फांसी लगाकर जान देने का प्रयास किया, लेकिन रस्सी टूट गई। फिर मरने के लिए घर में कीटनाशक ढूंढता रहा। जब कुछ नहीं मिला तो आरोपी थाने पहुंच गया।
थाने के बेंच पर सो गया था आरोपी
वारदात के बाद देर रात करीब 2 बजे उमेंद्र थाने के बाहर रखी बेंच पर सो गया। उसे इस तरह से सोता देखकर पुलिसकर्मियों ने उठाया और पूछताछ की। जब उसने पत्नी और बच्चों की हत्या की बात बताई तो पुलिस को उसकी बातों पर भरोसा नहीं हुआ। इसके बाद पुलिस उमेंद्र को रात करीब 3 बजे लेकर उसके गांव पहुंची।
आठ साल पहले हुई थी शादी
पुलिस घटनास्थल पहुंची, तो उमेंद्र की पत्नी के साथ ही उसकी बेटी खुशी केंवट (8), निशा केंवट (4) और पवन केंवट (3) की लाशें कमरे में पड़ी थीं। गांव में चार लोगों की हत्या की खबर मिलते लोग दहशत में आ गए। पूछताछ में उमेंद्र ने बताया कि उसकी शादी करीब 8 साल पहले जांजगीर-चांपा के अकलतरा में ग्राम बरगवां निवासी सुकरिता से हुई थी।
पत्नी, बच्चों को छोड़कर चला गया था ओडिशा
आरोपी ने पुलिस को बताया कि शादी के बाद से ही दोनों के बीच आए दिन विवाद होता था। इससे परेशान होकर वह पत्नी और बच्चों को छोड़कर ओडिशा किसी कंपनी में काम करने चला गया था। 6 माह पहले ही वह गांव लौटा था। उसके बाद झगड़ा कम हुआ, लेकिन वह पत्नी सकुरिता के चरित्र पर शक करने लगा था।
घर पर सो रहे माता-पिता भनक तक नहीं
परिजन ने बताया कि 1 जनवरी को आरोपी उमेंद्र के माता-पिता की शादी का सालगिरह था। रात करीब 10 बजे तक उन्होंने घर पर पार्टी मनाया। इसके बाद परिजन अपने-अपने कमरे में जाकर सो गए। देर रात हुई इस घटना का परिजन को पता तक नहीं चला। तड़के करीब 3 बजे पुलिस गांव पहुंची, तब उन्हें हत्या की जानकारी हुई।