शिक्षक सम्मान और भजन संध्या का गरिमा में आयोजन संपन्न….. श्री चतुर्भुज मेमोरियल फेडरेशन व बीएसपी ऑफिसर एसोसिएशन का संयुक्त आयोजन…

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भिलाई नगर 6 सितंबर 2023 :-:श्री चतुर्भुज मेमोरियल फाउंडेशन द्वारा बीएसपी आफिसर्स एसोसिएशन के सहयोग से शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षक सम्मान एवं भजन संध्या का आयोजन महात्मा गांधी कला मंदिर में किया गया | मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित बीएसपी के कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ. अशोक कुमार पंडा,बीएसपी आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं सेफी चेयरमैन नरेंद्र कुमार बंछोर,विशिष्ट अतिथि फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष डा.अरुण कुमार श्रीवास्तव तथा विशेष अतिथि के रूप में दुर्ग विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. एन.पी. दीक्षित, डॉ. सुशील चंद्र तिवारी प्राचार्य शासकीय कन्या महाविद्यालय दुर्ग, मधुकर जामुलकर चीफ इंजीनियर सीएसपीडीसीएल दुर्ग, परविन्दर सिंह सचिव बीएसपी ऑफिसर एसोसिएशन ,साहीराम जाखड़ डीजीएम स्पोर्ट्स बीएसपी, श्रीकांत रामाराजू जीएम (डायरेक्टर आफिस इंचार्ज ) उपस्थित थे |

उपस्थित अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया l कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री चतुर्भुज मेमोरियल फाउंडेशन की कार्यक्रम अध्यक्ष सीमा श्रीवास्तव , संस्थापक डॉ अरुण कुमार श्रीवास्तव एवं सचिव सुश्री जसवीर कौर तथा संस्था के पदाधिकारियों द्वारा अतिथियों का स्वागत किया |

सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि बीएसपी के कार्यपालक नेदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ. अशोक कुमार पंडा ने कहा कि मूल्यनिष्ठ समाज को मूल्यवान हीरा गुरू के तराशने के बाद शिक्षा के रूप में मिलता है उन्होंने कहा कि जन्म के बाद शिशु की प्रथम गुरू माँ ही होती है | बचपन से लेकर हायर एजुकेशन तक हर क्रम में शैक्षिक गुरु मिलते हैं , जो उन्हें कैरियर के साथ-साथ जीवन की झंझावातों से भी अवगत कराते हैं | उन्होंने श्री चतुर्भुज मेमोरियल फाउंडेशन के सामाजिक कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा की हम सबको गर्व की अनुभूति होती है ।

अध्यक्षीय उदबोधन में बीएसपी आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं सेफी चेयरमैन नरेंद्र कुमार बंछोर ने कहा कि किसी भी देश के विकास में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है | उन्होंने देश के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाए जाने की घटना का उल्लेख किया और शिक्षा के क्षेत्र में इस्पात नगरी भिलाई की महत्वपूर्ण भूमिका प्रतिपादित की तथा इसे विकासशील से विकसित हो रहे राष्ट्र के लिए आवश्यक बताया |

श्री बंछोर ने फाउंडेशन द्वारा इस्पात नगरी में निरंतर किए जा रहे कल्याणकारी कार्यों का जिक्र किया और कहा की इससे जुड़ना तथा कार्यों में हिस्सा लेना हम सबके लिए गौरव की बात है।फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने स्वागत वक्तव्य देते हुए कहा कि ऋग्वेद के पंचम सूत्र के हवाले से शिक्षा शिक्षक और बदलते परिदृश्य में चुनौतियों की व्याख्या की तथा फाउंडेशन द्वारा ऐसी चुनौतियों से सामना कर निष्कर्ष तक पहुंचाने के पहल किए जाने की जानकारी दी |

कार्यक्रम के प्रथम चरण में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने हेतु विभिन्न क्षेत्रों के शिक्षकों को सम्मानित किया गया।इनके नाम इस प्रकार हैं गोविंद प्रसाद हल्दकर , बृजलता चौबे , मीरा सिंह ,काशीनाथ शर्मा डॉ. आर.पी. बिंदु, हुकुमचन्द ओसवाल, किरण जामुलकर, गीता सिंह , संगीता पवार, डॉ. सत्यभामा देशमुख,सागरिका प्रधान ,

कुबेर देशमुख, नागेंद्र सिंह मरावी, कंचन मिश्रा, वंदना शर्मा, वर्षा ठाकुर, वीना राज, डॉ.एस.एम. घोष, लतिका ताम्रकार, डॉ. निधि मोनिका शर्मा, डॉ. स्वाति पांडेय, वीना राजपूत, संजय रेखा सारंगी, पूनम शर्मा, लोकेश्वरी | कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने कला कृतियों का निर्माण करने वाली कलाकार सुश्री इंदु लता साहू की प्रतिभा की सराहना की एवं मंच से नीचे उतरकर उनका सम्मान किया |

कार्यक्रम के द्वितीय चरण में विख्यात भजन गायक प्रभंजय चतुर्वेदी द्वारा “एक शाम श्याम के नाम” पर केंद्रित भजनों के प्रस्तुति दी गयी जिसमें संगतकार कीर्ति माधव व्यास, भालचंद्र शेगेकर, दुष्यंत हरमुख, देवव्रत मजुमदार, रामचंद्र सर्पे, दिलीप शर्मा एवं भागवत साहू थे | संचालन प्रो. ज्योति धारकर ने किया | कार्यक्रम में बीएसपी के सीजीएम (पर्सनल) संदीप माथुर ,वरिष्ठ संगीतज्ञ सुधाकर राव रामभाऊ शिवलीकर ,स्वाति देशपांडे ,सपना अवस्थी, पी.टी.उल्लास कुमार,

डॉ अलका सरदेश पांडे, फाउंडेशन की अध्यक्ष सरिता श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष सुमित ताम्रकार, शंकरचरन पांडे,प्रदीप भट्टाचार्य ,राम पाटनकर ,यशवंत सिंह ,संदीप पाटिल साहित्यकार विनोद मिश्र, योगेश कुमार साहू, श्रीमती अनीता पटनायक, राजेश प्रजापति ,राहुल पटेल,योगेश ,रफीक,डॉ. तृप्ता कश्यप, डॉ. निधि वर्मा, डॉ. निर्मला परगनिहा, प्रदीप भट्टाचार्य, प्रशांत कानस्कर सहित शिक्षा एवं संगीत क्षेत्र से जुड़े लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।


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