सरगुजा 2 अप्रैल 2024:- पुलिस द्वारा ‘‘ऑपरेशन विश्वास’’ के तहत् प्रकरण के आरोपियों की धरपकड़ एवं गिरफ्तारी जारी….. उद्दापन के मामले में तीन आरोपी को किया गया गिरफ्तार।
आरोपियों द्वारा रास्ता रोककर गंदी-गंदी गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी देकर घटना को दिया अंजाम।आरोपियों द्वारा फोन-पे के माध्यम से प्रार्थी से लिए गये 30200/- रूपये।
आरोपियों के कब्जे से मशरूका राशि 30200/- रूपये बरामद।चौकी कुन्नी पुलिस द्वारा मामले में की गई सख्त कार्यवाही।
सरगुजा पुलिस द्वारा ‘‘ऑपरेशन विश्वास’’ के तहत् प्रकरण के आरोपियों की धरपकड़ एवं गिरफ्तारी की कार्यवाही लगातार की जा रही है। इसी क्रम में चौकी कुन्नी में उद्दापन व रास्ता रोककर गंदी-गंदी गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी देने के मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है, जिनके कब्जे से मशरूका राशि भी बरामद की गई है।
मामले का सम्पूर्ण विवरण इस प्रकार है, कि 01/04/2024 को प्रार्थी आनंद राम पिता स्व. घासी राम निवासी रनपुर, थाना कापू, जिला रायगढ़ के द्वारा इस आशय का रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि दिनांक 30/03/2024 को शाम 06.00 बजे उसके गांव के चैतराम एक्का के साथ ग्राम जयपुर जाकर रामनारायण पैंकरा से 02 जोड़ी बैल 34700/-रूपये में खरीदकर हल जुताई के लिए गांव ले जा रहे थे।
उसी दौरान चौकी कुन्नी क्षेत्रान्तर्गत ग्राम तिरकेला के पास तिरकेला निवासी दिनेश साहू, नरेन्द्र साहू और जवाहिर यादव तीनों द्वारा उनका रास्ता रोककर गंदी-गंदी गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने लगे। और आरोपियों द्वारा डराने-धमकाने लगे और पैसे का मांग किये जिससे प्रार्थी डर से अपने सखी भतीजा को फोन कर आरोपी दिनेश साहू के फोन-पे में कुल 30200/- रूपये ट्रांसफर कराया गया। जिसपर से सदर धारा 384, 294, 506, 341, 34 भादसं का अपराध पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण पंजीबद्व उपरांत पुलिस टीम द्वारा मामले के आरोपियों दिनेश साहू, नरेन्द्र साहू व जवाहिर यादव तीनों निवासी तिरकेला, चौकी कुन्नी, थाना लखनपुर, जिला सरगुजा को तलब किया गया, जिन्हें पुलिस हिरासत में लेकर विस्तृत पूछताछ किया गया, जिनके द्वारा जुर्म करना स्वीकार किये, और आरोपियों के कब्जे से मशरूका राशि बरामद किया गया। जिनकी गिरफ्तारी कर रिमाण्ड पर भेजा गया।
मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी में चौकी कुन्नी से प्रधान आरक्षक सुरजीत कोरी, आरक्षक महेन्द्र राजवाडे़, आरक्षक रामरूप यादव, आरक्षक विकास केरकेट्टा इत्यादि कर्मचारियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही।