पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम आज औचक निरीक्षण पर भिलाई नगर थाने पहुंचे थाने का अवलोकन किया बंदी कारागार देखा मुंशी चैंबर में भी हवलदारों से चर्चा की


भिलाई नगर 09 अप्रैल 2025 :- छत्तीसगढ़ के डीजीपी अरुण देव गौतम आज रात्रि औचक निरीक्षण पर भिलाई पुलिस कंट्रोल रूम पहुचे जहां पुलिस के तमाम आला अधिकारी भी मौजूद रहे तो वही डीजीपी ने दुर्ग जिले की पुलिसिंग को लेकर रेंज के आईजी और एसपी से विशेष चर्चा की तो वही जिले में घटित हुए तमाम अपराध और उसके निराकरण को लेकर भी अधिकारियों की क्लास लगाई ।



छत्तीसगढ़ के डीजीपी अरुण देव गौतम बुधवार की रात्रि भिलाई पहुंचे। डीजीपी ने दुर्ग पुलिस के आला अधिकारियों की बैठक ली और इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई। डीजीपी अरुण देव ने इस दौरान जिले में क्राइम कंट्रोल को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। विशेषकर जिले में बढ़ रहे अपराधों को लेकर अफसरों को विशेष सतर्कता बरतने व प्रभावी उपाय करने की सलाह दी। इस बीच मीडिया से चर्चा के दौरान दुर्ग में दो दिन पहले मासूम से दुष्कर्म व हत्या को लेकर कहा कि पुलिस का काम न्याय करना है।
इसी बीच डीजीपी अरुण देव गौतम ने मीडिया से चर्चा में बताया कि थाने की वर्किंग के हिसाब से और अधिकारी कर्मचारी किस तरीके से काम करते हैं यह भी देखा और समझा थाने के तमाम कार्यों को दुरुस्त करना मुख्य काम है वही पुलिस इन्वेस्टिगेशन और सिपाही के बीट के काम को भी इफेक्टिव बनाने के लिए उसके कार्य प्रणाली को समझा और देखा तो वही छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रहे अपराध को लेकर डीजीपी ने कहा कि अपराधों के नियंत्रण के लिए लगातार कार्रवाई कर रहे हैं तो वहीं दुर्ग में हुए बच्ची के हत्याकांड को लेकर उन्होंने कहा कि पुलिस न्याय दिलाने का पूरा कार्य कर रही है जितनी भी कार्यवाही पुलिस ने की है वो बेहतर है आगे भी जल्द ही फास्ट ट्रैक कोर्ट में बच्चों को न्याय दिलाया जाएगा
नशे को लेकर कहा की नशे की सप्लाई को रोकने के लिए हम लगातार काम कर रहे है हम दूसरे राज्यों से आने वाले नशे को लेकर हम लगातार कार्यवाही भी कर रहे हैं और पकड़ भी रहे है.
छत्तीसगढ़ के डीजीपी अरुण देव गौतम आज औचक निरीक्षण पर भिलाई कंट्रोल रूम पहुचे। जहां पुलिस के तमाम आला अधिकारी भी मौजूद रहे । यहां उन्होंने करीब सवा घण्टे दुर्ग जिले की पुलिसिंग को लेकर रेंज के आईजी रामगोपाल गर्ग और एसपी जितेंद्र शुक्ला से विशेष चर्चा की । उन्होंने जिले में घटित हुए तमाम अपराध और उसके निराकरण को लेकर भी निर्देश दिए। डीजीपी अरुण देव गौतम ने बताया कि थाने की वर्किंग के हिसाब से और अधिकारी कर्मचारी किस तरीके से काम करते हैं यह भी देखा और समझा। थाने के तमाम कार्यों को दुरुस्त करना मुख्य काम है वही पुलिस इन्वेस्टिगेशन और सिपाही के बीट के काम को भी इफेक्टिव बनाने के लिए उसके कार्य प्रणाली को समझा और देखा ।
छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रहे अपराध को लेकर डीजीपी ने कहा कि अपराधों के नियंत्रण के लिए लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। दुर्ग में हुए बच्ची के हत्याकांड को लेकर उन्होंने कहा कि पुलिस न्याय दिलाने का पूरा कार्य कर रही है। जितनी भी कार्यवाही पुलिस ने की है वो बेहतर है आगे भी जल्द ही फास्ट ट्रैक कोर्ट में बच्चों को न्याय दिलाया जाएगा। बढ़ते अपराध के लिए उन्होंने नशे को भी कारण बताए। उन्होंने कहा कि नशे को लेकर नशे की सप्लाई को रोकने के लिए हम लगातार काम कर रहे है। हम दूसरे राज्यों से आने वाले नशे को लेकर हम लगातार कार्यवाही भी कर रहे हैं और पकड़ भी जा रहे है।
अफसरों को दिए विशेष निर्देश
बैठक के दौरान डीजीपी अरुण देव गौतम ने दुर्ग जिले में क्राइम कंट्रोल को लेकर विशेष दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने पेंडिंग मामलों से लेकर बढ़ते अपराध को नियंत्रित करने अधिकारियों को निर्देश दिया। अरुण देव ने जिले के सभी थानों क्राइम कंट्रोल पर चर्चा कर सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया। अपराध नियंत्रण को लेकर डीजीपी ने सभी थानों की जिम्मेदारी की सराहना की और इसे और बेहतर तरीके से करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
महादेव एप पर चुप्पी साध डीजीपी
बैठक के बाद डीजीपी अरुण गौतम ने मीडिया से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने दुर्ग में मासूम के साथ दुष्कर्म व हत्या को लेकर पुलिस कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने कहा कि न्याय दिलाना हमारा काम है और इस मामले में दुर्ग पुलिस ने बेहतर काम किया है। इस बीच डीजीपी ने नशाखोरी को लेकर भी बात की और इस पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर चर्चा की। डीजीपी अरुण देव से जब महादेव ऐप सट्टा को लेकर बात की गई तो उन्होंने टाल दिया। नक्सलवाद को लेकर सवाल पर भी वे चुप्पी साध गए।