फर्जी दस्तावेज बनाकर भूमाफिया ने बेच दी सरकारी जमीन….
00 भिलाई नगर निगम क्षेत्र के अर्बन सीलिंग भूमि कोहका में करोड़ों का घोटाला….
00 शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुई तो लोगों ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी…..

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भिलाई नगर 16 दिसंबर 2022 । नगर पालिक निगम भिलाई के कोहका क्षेत्र में कई करोड़ की शासन की जमीन बेचने का मामला सामने आया है। यहां छत्तीसगढ़ शासन की अर्बन सीलिंग भूमि के 0.17 हेक्टेयर जमीन को भू माफियाओं ने फर्जी आधार कार्ड, ऋिण पुस्तिका और गवाह खड़ा कर बेच दिया है। इसमें रजिस्ट्रार कार्यालय के जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों की भूमिका संदेहास्पद मानी जा रही है।इसकी शिकायत कोहका क्षेत्र के लोगों ने कलेक्टर दुर्ग और नगर निगम भिलाई के आयुक्त से की है।
पार्षद पति सुमन सागर सिन्हा और साकेत नगर विकास समिति कोहका के लोगों ने इसकी शिकायत की है। उन्होने बताया कि कोहका साकेत नगर वार्ड 9 में चामुंडा मंदिर के पास भेलवा तालाब के पास पूर्व दिशा में अर्बन लैंड सीलिंग की खसरा नंबर 4581/1 से लेकर 4581/5 तक कुल 0.17 हेक्टेयर जमीन स्थित है। भू माफियाओं ने पहले इस जमीन को किसी लक्ष्मी बाई नाम की महिला को खड़ा कर सेक्टर 6 निवासी राजेंद्र कुमार वाजपेयी को को बेच दिया। . उस समय विक्रेता महिला लक्ष्मी बाई हस्ताक्षर की जगह अंगूठा लगाया करती थी यह वाक्य यह वाक्य 1984 का बताया जाता है जमीन के फर्जी वाडा के मामले में शांति नगर के रहने वाला कथित ट्रांसपोर्ट अपराधी तत्व कथित सफेदपोश चेहरों के साथ-साथ शहर के दलाल नुमा लोग इस तथाकथित धंधे में लोगों को चूना लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं इतना ही नहीं फर्जी दस्तावेज तैयार कर शासन की करोड़ों की जमीन  दर्जनों लोगों को बेच दी है इनके इस कार्य में शासकीय कर्मचारी नोटरी टाइपिस्ट सहित रजिस्ट्री पेपर तैयार करने वाले कथित लेखाकार की शामिल है पुलिस इस मामले की विस्तार से छानबीन करे तो जमीन फर्जी वाला का सबसे बड़ा मामला उजागर होगा. इतना ही नहीं जमीन का जो पुस्तिका बना है उपरोक्त काल में भी पटवारी के सहयोग से पटवारी कार्यालय के कर्मचारियों ने अमेरिका में ऋण पुस्तिका में व्हाइटनर लगाकर लक्ष्मीबाई का नाम लिखा है जानकारों का कहना है कि अशिक्षित महिला लक्ष्मीबाई पूर्व में जमीन बेचने के दस्तावेजों में अंगूठा लगाए करती थी वर्तमान में उसके द्वारा भेजे गए समस्त दस्तावेजों में अंगूठे के स्थान पर हस्ताक्षर उल्लेखित किया जा रहा है जो इस बात को इंगित करता है कि लक्ष्मी बाई की आड़ में इस जालसाजी के कार्यों में संलग्न भू माफियाओं द्वारा अधिकारियों के सहभागिता अधिकारियों के मिलीभगत से दस्तावेजों में अगुठा के स्थान पर हस्ताक्षरकरके भिलाई वासियों को चूना लगाया जा रहा है

विक्री के दौरान लक्ष्मी बाई ने फर्जी आधार कार्ड और ऋण पुस्तिका दस्तावेज के नाम पर रजिस्टार कार्यालय में जमा किया था। शिकायत कर्ताओं का आरोप है कि लक्ष्मी बाई ने एक अपन दस्तावेजों में एक जगह अंगूठा लगाया और दूसरी जगह हस्ताक्षर किया है। वहीं लक्ष्मी बाई ने जो जमीन बेची वो 0.17 हेक्टेयर थी, जबकि राजेंद्र कुमार के नाम 0.18 हेक्टेयर जमीन चढ़ी है।


जानकारी के मुताबिक इस पूरे मामले में शांति नगर के एक बहुचर्चित ट्रांसपोर्ट व्यवसायी सहित जमीन दलाल, कथित सफेदपोश नेता और बाहुबली अपराधी तत्वों का संगठित गिरोह शामिल है। साकेत नगर के लोगों ने दी शिकायत में कहा है कि यदि जल्द इस जमीन की जांच कर कार्रवाई नहीं होती है तो वो लोग इसे लेकर बड़ा आंदोलन करेंगे।

लगाया 13 अंक का आधार कार्ड
शासकीय जमीन की खरीदी बिक्री के इस खेल में लक्ष्मी बाई ने अपना आधार कार्ड संख्या 9082222607263 लगाया है। शिकायत कर्ताओं ने आरोप लगाया है कि यह आधार नंबर 13 अंक का है, जो कि फर्जी है। भारत में बन रहे सभी आधार कार्ड 12 अंक के हैं। इतना ही आधार कार्ड में महिला ने अपना पता खुर्सीपार बताया है। जब वहां जाकर उसका पता लगाया गया तो पता चला कि इस नाम की महिला वहां रहती ही नहीं है।


बन गए पक्के मकान
भू माफियाओं ने कोहका मुख्य मार्ग से कुछ दूर पर स्थित इस शासकीय जमीन को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर अलग-अलग लोगों के नाम रजिस्ट्री कर दी है। लोगों ने यहां पक्के मकान तक बनाना शुरू कर दिया है।


निगम आयुक्त ने कही कार्रवाई की बात
भिलाई नगर निगम के आयुक्त रोहित व्यास ने कहा कि इस मामले की जांच करवाई जाएगी। यदि शासकीय जमीन को फर्जी तरीके से बेचा गया है तो आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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