रायपुर. 5 नवम्बर 2023. छत्तीसगढ़ में 7 नवम्बर को होने वाले प्रथम चरण के मतदान के लिए आज प्रचार का शोर थम गया। प्रथम चरण में 7 नवम्बर को होने वाले मतदान के लिए आज दूरस्थ मतदान केंद्रों के मतदान दलों को रवाना किया गया। इनमें कई मतदान दलों को हेलिकॉप्टर से रवाना किया गया है।
प्रथम चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 223 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं जिनमें 198 पुरूष तथा 25 महिला हैं।
प्रथम चरण के मतदान के दौरान प्रदेश के 40 लाख 78 हजार 681 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 19 लाख 93 हजार 937 पुरुष मतदाता, 20 लाख 84 हजार 675 महिला मतदाता तथा 69 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं। सुगम मतदान सुनिश्चित करने के लिए कुल 5304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 200 संगवारी मतदान केंद्र हैं जहां सिर्फ महिला मतदान कर्मी ही पदस्थ रहेंगी।
प्रथम चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में से दस विधानसभा क्षेत्रों में सवेरे सात बजे से दोपहर तीन बजे तक तथा दस विधानसभा क्षेत्रों में सवेरे आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। इनमें पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट विधानसभा क्षेत्रों में सवेरे आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। वहीं मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा विधानसभा क्षेत्रों में सवेरे सात बजे से दोपहर तीन बजे तक वोट डाले जाएंगे।
राज्य में प्रथम चरण में मतदान वाले अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र में 13, भानुप्रतापपुर में 14, कांकेर में 9, केशकाल में 10, कोंडागांव में 8, नारायणपुर में 9, बस्तर में 8, जगदलपुर में 11, चित्रकोट में 7, दंतेवाड़ा में 7, बीजापुर में 8 , कोंटा में 8, खैरागढ़ में 11, डोंगरगढ़ में 10, राजनांदगांव में 29, डोंगरगांव में 12, खुज्जी में 10, मोहला-मानपुर में 9, कवर्धा में 16 तथा पंडरिया में 14 अभ्यर्थी निर्वाचन में भाग ले रहे हैं।
विधानसभा चुनाव-2023 हेतु तैयार की गई व्यापक सुरक्षा व्यवस्था।
मतदान केन्द्र सुरक्षा से लेकर मार्ग व्यवस्था तक तैनात रहेगा केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल एवं DRG/ STF/COBRA/ Bastar Fighters जैसे Special Forces.*
पड़ोसी राज्य तेलंगाना, आन्ध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, ओड़िशा की Special Force भी संभालेगा सीमा में मोर्चा।*
नक्सल संवेदनशीलता के आधार पर 600 से अधिक मतदान केन्द्र रहेगा तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा (Security Cordon) में।*
चुनाव आयोग के मापदण्ड अनुसार निर्धारित अन्य मतदान केन्द्रों में भी रहेगा केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल एवं स्थानीय पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था।
बस्तर संभाग के प्रत्येक जिला में कम से कम 05 मतदान केन्द्र की माध्यम से कुल 35 से अधिक मतदान केन्द्र रहेगा महिला कमाण्डों की सुरक्षा के अधीन।*
माओवादी गतिविधियों के निगरानी हेतु ड्रोन एवं हेलीकॉप्टर के माध्यम से रहेगा निगरानी।
बम डिस्पोजल दल एवं डॉग स्क्वॉड का रहेगा महत्वपूर्ण योगदान।
अंदरूनी क्षेत्र के 156 से अधिक मतदान केन्द्र के दल को पहुॅंचाया जायेगा हेलीकॉप्टर के माध्यम से।
सुरक्षात्मक कारणों से विधानसभा बीजापुर, नारायणपुर, अंतागढ़, दन्तेवाड़ा एवं कोन्टा की कुल-149 मतदान केन्द्र शिफ्ट की गई नजदीकी थाना एवं सुरक्षा कैम्प के पास। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव-2018 में 196 एवं लोकसभा चुनाव-2019 में 330 मतदान केन्द्र को भी की शिफ्टिंग की गई थी।
वर्ष-2018 के विधानसभा चुनाव के तुलना में वर्ष-2023 में 126 से अधिक स्थानों में स्थापित की जा रही नवीन मतदान केन्द्र। इनमें से मिनपा, गलगम, सिलगेर, चांदामेटा जैसे 40 मतदान केन्द्र सकारात्मक सुरक्षित वातावरण के कारण से पुनः मूल गांव में पुनः स्थापित की जा रही है।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, श्री सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि बस्तर क्षेत्र की बदलते हुये परिदृश्य से बौखलायें हुये प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी माओवादी संगठन द्वारा चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने के लिये लगातार हिंसात्मक गतिविधियों को अंजाम देने के लिये प्रयास किया जा रहा है। ये माओवादी संगठन का पुराना तौर तरीका है, जो उनकी लोकतंत्र विरोधी चेहरा का प्रमाण है। लेकिन दूसरी ओर बस्तर के क्षेत्रवासियों तथा स्थानीय प्रशासन एवं समस्त सुरक्षा बल सदस्य द्वारा गणतंत्र व्यवस्था को मजबूत करने तथा बस्तर की शांति, सुरक्षा एवं विकास हेतु संकल्पित है। पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, श्री सुन्दरराज पी. द्वारा बस्तर क्षेत्र के नागरिकों को चुनाव प्रक्रिया हेतु की जा रही समस्त सुरक्षा बंदोबस्त से आश्वास्त करते हुये मतदाताओं को बिना किसी डर एवं भय के अधिक से अधिक संख्या में मतदान केन्द्र तक पहुंचकर अपना संवैधानिक जिम्मेदारी को निभाने हेतु अपील की गई l