भिलाई नगर 15 अक्टूबर 2022 सोमनी नर्सरी के पास पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र के अंतर्गत लूट की वारदात झूठी निकली महिला ने बीसी की रकम रखा हूं ना लौटा पाने की वजह से अपने पति के साथ मिलकर लूट का यह षड्यंत्र रचा महिला को बीसी की रकम वापस करनी थी पिछले 11 महीने से महिला बीसी की रकम नहीं लौटा पा रही पुलिस ने महिला और उसके पति के खिलाफ फर्जी लूट की रिपोर्ट के मामले में अपराध पंजीबद्ध कर पति पत्नी को हिरासत में ले लिया है पुलिस कप्तान डॉ अभिषेक पल्लव ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि महिला के बताए हुए रास्तों की सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया जिसमें महिला की बात झूठी साबित होती नजर आई महिला के द्वारा पूछताछ करने पर महिला टूट गई और वास्तविकता से अवगत करा दिया महिला अपने पति के साथ मिलकर बीसी की रकम न लौटाना पड़े इस मकसद से झूठ की लूट की झूठी कहानी बता बता कर पुलिस में शिकायत की थी चंद घंटे के अंदर ही पुलिस ने इस कथित लूट की वारदात को . पर्दाफाश करते हुए महिला और उसके पति के खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखवाने के आरोप में अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है. पुरानी बुलेट पुलिस में पुरानी भिलाई पुलिस में महिला और उसके पति के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 182,211 के तहत अपराध दर्ज किया है पुलिस के अनुसार महिला ने बीसी की रकम को 6- 7 लोगों को ब्याज पर दे रखा था
आज 15.10.2022 को प्रार्थीया भावना राठौर पति भूपेंद्र राठौर उम्र 28 वर्ष निवासी एरावत परिसर पदमनाभपुर दुर्ग ने थाना पुरानी भिलाई में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि दिन में 11.45 बजे अपने घर से बीसी की रकम 464000 रू को एक गुलाबी रंग की बैग में रखकर स्कूटी के हैंडल में टांगकर कुम्हारी में जमा करने के लिए लेकर निकली जो तालपुरी मरोदा होते हुए उतई गई जहां पर एक टेलर को कपडा सिलने के लिए देने के लिए गई उसके बाद स्कूटी से डुंडेरा मोरिद होते हुए (सोमनी के पास पहुंची थी प्यास लगने पर स्कूटी रोककर अपने पास रखे बोतल के पानी को पी रही थी इसी दौरान एक काले रंग की मोटर सायकल में सवार दो व्यक्ति आए और स्कूटी के हैंडल में टंगे पैसों से बैग को चोरी कर ले गए कि रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था आरोपियों की शीघ्र पतासाजी हेतु एंटी क्राईम एंड साईबर यूनिट दुर्ग एवं थाना पुरानी भिलाई की संयुक्त टीम गठित कर लगाया गया था, प्रार्थीया से विस्तृत पूछताछ किया गया, मार्गों में लगे सीसीटीवी फुटेज का सुक्ष्मता से अवलोकन किया गया, तकनीकी आधार पर भी जानकारी जुटाई गई जिससे कुछ विरोधाभास दिखाई देने लगे जिससे प्रार्थीया से विस्तृत एवं तथ्यात्मक पूछताछ करने पर बीसी की रकम उठाकर 6-7 लोगों को व्याज पर दे देना, उनके द्वारा मूल और ब्याज की रकम नहीं देने से बीसी की रकम वापस जमा करने से बचने के लिए 464000 रू को रास्ते से चुराकर ले जाने की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराना बताई, टीम द्वारा चंद घंटो में ही उक्त मामले का खुलासा करने में सफलता प्राप्त हुई