भिलाई नगर 22 फरवरी 2025:- “श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में द्वितीय अभिभावक शिक्षक संघ की बैठक संपन्न”श्री शंकराचार्य महाविद्यालय, जुनवानी में द्वितीय अभिभावक-शिक्षक संघ (पीटीए) की बैठक 22 फरवरी 2025 को सफलतापूर्वक संपन्न हुई। सहा. प्रोफेसर डॉ. कंचन सिन्हा (पीटीए संयोजक) ने सभी अभिभावकों, प्राचार्य डॉ. अर्चना झा, डीन एवं अतिरिक्त निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव और विभिन्न विभागों के संकाय सदस्य का हार्दिक स्वागत किया।


बैठक में मुख्य रूप से राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत द्वितीय सेमेस्टर में लागू की जाने वाली शैक्षणिक योजनाओं और बदलावों पर चर्चा की गई।









बैठक में एनईपी 2020 के बहु-विषयक दृष्टिकोण, कौशल-आधारित शिक्षा, लचीले पाठ्यक्रम, सतत मूल्यांकन और तकनीक के समावेश जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया। अभिभावकों को नैतिक मूल्यों, पर्यावरणीय जागरूकता और समग्र विकास के प्रति जागरूक किया गया, जो एनईपी 2020 का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

बैठक में मॉडल परीक्षा की उपस्थिति एवं परिणाम तथा एक्स्ट्रा क्लास एवं डाउट क्लास की व्यवस्था पर चर्चा की गई। अभिभावकों से अनुरोध किया गया कि वे अपने बच्चों की कॉलेज उपस्थिति का ध्यान रखें। और अभिभावकों से भी अपेक्षा की गई कि वे अपने बच्चों को बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करें।

इसके अतिरिक्त, महाविद्यालय द्वारा द्वितीय वर्ष और अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए मोडल प्रश्न पत्र वितरित किए जाने की जानकारी भी साझा की गई। इन मॉडल प्रश्न पत्रों का उद्देश्य विद्यार्थियों को परीक्षा पैटर्न से अवगत कराना, महत्वपूर्ण विषर्यो पर अभ्यास कराना और उनकी तैयारी को सुदृढ़ बनाना है।

महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अर्चना झा ने अपने संबोधन में कहा, “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। अभिभावकों का सहयोग विद्यार्थियों की सफलता में अहम भूमिका निभाएगा।”

डीन अकादमिक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने कहा, “विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए महाविद्यालय सतत प्रयासरत है। मॉडल प्रश्न पत्र और एनईपी 2020 के अंतर्गत दी जाने वाली लचीली शिक्षा प्रणाली से विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा निखारने का अवसर मिलेगा।”

अभिभावकों ने महाविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों की शैक्षणिक उन्नति के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। बैठक का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि शिक्षक और अभिभावक मिलकर विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए कार्य करते रहेंगे।




