देश और प्रदेश की राजनीति में शुक्ल बंधुओं को भूलाया नहीं जा सकता…. बदरुद्दीन कुरैशी

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भिलाई नगर 2 अगस्त 2023 :- छत्तीसगढ़ राज्य के पूर्व मंत्री बदरूदीन कुरैशी ने प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पं. रविशंकर शुक्ल के एवं उनके पुत्र पूर्व केबिनेट मंत्री विद्याचरण शुक्ल के जयंती के अवसर पर उनके तैल्यचित्र पर माल्यअर्पण कर 2 मिनट का मौन श्रद्धांजलि अर्पित किया

कुरैशी ने बताया कि पं. रविशंकर शुक्ल जी का जन्म सन् 1877 में सागर म0प्र0 में हुआ था सन् 1936 में प्रांतीय धारा सभा के चुनाव में पं. रविशंकर शुक्ल जी विजयी हुए और डॉ. खरे द्वारा त्याग पत्र देने के बाद अगस्त 1938 से लेकर 10 नवम्बर 1939 तक मुख्यमंत्री बने रहे

सन् 1952 के पहले आम चुनाव में पं. रविशंकर शुक्ल दोबारा मुख्यमंत्री बने इसके बाद शुक्ल राज्य पुर्नगठन के बाद गठित नये मध्यप्रदेश के सर्वसमति से मुख्यमंत्री बने। दिल्ली के संसद भवन परिसर में पं. रविशंकर शुक्ल की प्रतिमा मौजूद है।

विद्याचरण शुक्ल का जन्म 2 अगस्त सन् 1929 में हुआ था इनके पिता पं . रविशंकर शुक्ल वकील थे विद्याचरण शुक्ल सन् 1951 में नागपुर के मेरिस कॉलेज से बी.ए. पास किये सन् 1957 के आम चुनाव में बलौदाबाजार लोकसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी बने और सन् 1962 से महासमुंद लोकसभा के सांसद 1977 तक बने रहे इस बीच 1966 में श्रीमति इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनी तो उनके केबिनेट में मंत्री बने

सन् 1977 में रायपुर लोकसभा से चुनाव लड़े और हार गये उसके बाद पुनः केबिनेट मंत्री बने सन् 2013 मई में कांग्रेस की परिर्वतन यात्रा में नक्सलियों ने कांग्रेस नेताओं के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महेन्द्र कर्मा सहित 27 लोग मारे गये और विद्याचरण शुक्ल एवं अन्य लोग जख्मी हो गये शुक्ल जी को गुडगांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका दुखद निधन हो गया। देश और प्रदेश में शुक्ल बंधुओं ने जो योगदान दिया है उसको भुलाया नहीं जा सकता। Jai. Q


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