संयंत्र के बोरिया गेट पर नहीं मिल रही जाम से राहत
00 ट्रक ट्रेलर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन ने फिर सौंपा ज्ञापन

भिलाई नगर 06 अप्रैल 2025:- भिलाई इस्पात संयंत्र के बोरिया गेट पर जाम से राहत नहीं मिल पा रही है। महीने भर पहले भिलाई ट्रक ट्रेलर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन ने इस समस्या से निजात दिलाने संयंत्र प्रबंधन से गुहार लगाई थी।

एसोसिएशन को शीघ्र समस्या के समाधान का आश्वासन भी मिला था। लेकिन अभी भी समस्या जस की तस बनी हुई है। लिहाजा फिर एक बार संयंत्र के कार्यपालक निदेशक वर्क्स को ज्ञापन सौंपकर समस्या की ओर ध्यानाकर्षण कराया गया है।
भिलाई ट्रक ट्रेलर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष इन्द्रजीत सिंह छोटू ने बताया कि बोरिया गेट पर जाम की स्थिति एवं गेट नं 7 के उपयोग के संबंध में कार्यपालक निदेशक वर्क्स को ज्ञापन सौंपा गया है। उन्होंने ज्ञापन में बताया कि पूर्व में बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि बोरिया गेट पर उत्पन हो रही जाम की समस्या को देखते हुए, स्लैग की गाडी को 7 नं गेट पर शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया था। जिसके लिए 7 नं गेट को तैयार भी किया गया। इसकी टेस्टिंग 22 फरवरी को मंगलम स्टील की 5 गाड़ियों के माध्यम से की जा चुकी है। परन्तु आज पर्यन्त 7 नं गेट को सुचारु रूप से चालू करने में बीएसपी प्रबंधन सफल नहीं हो सकी है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष इन्द्रजीत सिंह छोटू ने बताया कि बोरिया गेट की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। जाम के चलते पिछले तिमाही में 56000 एमटी स्लैग लिफ्ट नहीं हो पाया। जिससे पार्टी को और परिवहनकर्ताओं को काफी आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ा है। इस तिमाही में 110000 एमटी स्लैग लिफ्टिंग करनी है। यदि यह समस्या जल्द से जल्द हल नहीं होती है तो परिवहन कार्य करने में बहुत अड़चन होगी। इससे पार्टी और परिवहनकर्ताओं को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा।
ज्ञापन के माध्यम से एसोसिएशन ने मांग रखी है कि गेट नं 7 को शीघ्र प्रारम्भ कर बोरिया गेट की स्थिति को सामान्य किया जाये। ताकि स्टील और अन्य गाड़ियां समय से प्रवेश कर सके और लिफ्टिंग कार्य सुचारू रूप से चल सके। यदि रविवार 6 अप्रैल तक प्रबंधन से कोई समाधान न निकाला गया तो सभी प्रभावित लोग 7 अप्रैल सोमवार से बोरिया गेट से किसी भी तरह का परिवहन अपनी मालवाहक से नहीं करेंगे। ज्ञापन सौंपते समय एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल चौधरी, महासचिव मलकीत सिंह सहित अन्य पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित थे।



