रायपुर 13 अक्टूबर 2023:- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक अधिकारी के घर चोरी की बात कही है. उन्होंने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि अच्छी-खासी रकम की चोरी हुई है, लेकिन चोरी होने की जानकारी नहीं दे रहे हैं. न ही रिपोर्ट लिखा रहे हैं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि रिपोर्ट तो लिखानी पड़ेगी.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि दिल्ली में होने वाली केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक में सभी प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए जाएंगे। प्रत्याशियों की पहली सूची 15 अक्टूबर को जारी हो सकती है। सीईसी की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि पितृ पक्ष तक तो सूची जारी नहीं की जाएगी। सीईसी की बैठक में पहले और दूसरे चरण के नामों पर चर्चा होगी।
वहीं भाजपा के टिकट बंटवारे पर सीएम ने कहा कि कैडर बेस पार्टी कहने वाले लोग कैडर का दुरुपयोग कर रहे हैं। उनको सिर्फ वोट दिलाने के लिए रखा है, राय शुमारी में कोई मतलब नहीं है। यदि कार्यकर्ताओं की बात सुन लेते तो 15 साल सत्ता में रहने के बाद 15 सीट पर सिमटते नहीं। सीईसी के सामने. तय नाम : इस बैठक में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उप मुख्यमंत्री टी एस सिंह देव, शामिल होंगे वह कमेटी के सामने प्रदेश स्तर पर तय किए गए नाम की सूची रखेंगे इसके बाद इन नाम पर मोहर लगेगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली रवाना होने से पहले एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा में छत्तीसगढ़ में भाजपा के टिकट वितरण को लेकर कहा कि यहां केवल और केवल रमन सिंह का चला है. रमन सिंह का मतलब है, यहां के सब खदान को सौंपना, इसलिए बहुत होशियारी से अमन सिंह को अडानी जी ने अपने पास रखा है. रमन सिंह को सामने किया है, इसका मतलब है यहां फिर से चिटफंड कंपनी आएगी, अभिषेक सिंह और सारे लोग लगेंगे, उसके बाद उतराखंड में एक और रिसार्ट खुलेगा. बीजेपी के पुराने चेहरों को टिकट मिलने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सारे लोग डरे हुए हैं. साइंस कॉलेज का हॉल भरा नहीं. बीजेपी के सारे बड़े नेता छत्तीसगढ़ को लूटे, इसलिए सबने हाथ खींच लिया था. अमित शाह परिवर्तन यात्रा में आए नहीं. इस दबाव के चलते सारे लोगों को टिकट मिल गई.
स्वर्गीय भीमा मंडावी की बेटी के भावुक होने और कई लोगों के टिकट कटने से नाराज़ नेताओं के सवाल पर सीएम बघेल ने कहा कि भाजपा कहती है कॉडर बेस पार्टी है, और कॉडर का दुरुपयोग करते हैं. उनको सिर्फ़ वोट दिलाने के लिए रखे है. रायशुमारी में कोई मतलब नहीं है. यदि कार्यकर्ताओं की बात सुन लेते तो पंद्रह साल सत्ता में रहने के बाद 15 सीट में सिमटते नहीं, वही चेहरा फिर से आ गए हैं. पहले सोचे थे कि परिवर्तन कर लेंगे, लेकिन माथुर साहब की भी नहीं चली.