भिलाई नगर 22 अक्टूबर 2024:- भाजपा पूर्व झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष शारदा गुप्ता ने कहा कि दो साल बाद भी चमचमाते सेक्टर 5 की तर्ज पर शहर को चमकाने की बात करने वाले अपने दायित्व छोड़कर क्यों भाग रहे हैं टाउनशिप का भी विकास नहीं हो पाने का क्या कारण है बीएसपी टाउनशिप के सभी सेक्टरों को बतौर मॉडल सेक्टर 5 की तर्ज पर विकसित किए जाने की योजना भिलाई नगर निगम क्यों ठंडे बस्ते में चली गई पूर्व में कांग्रेस की राज्य में सरकार होने के बावजूद भी बुनियादी समस्याओं के चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ी ।
उल्लेखनीय कि दो साल पूर्व भिलाई नगर निगम के चुनाव के बाद नए महापौर के शपथ ग्रहण समारोह में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सेक्टर 5 को मॉडल मानते हुए इसकी तरह सभी सेक्टरों एवं वार्डों का विकास की घोषणा की थी। इसके बाद नव पदस्थ महापौर नीरज पाल ने जल्द ही सीएम की घोषणा को अमल करने एमआईसी प्रस्ताव लाने का भरोसा दिया था। मेयर बनने के बाद सेक्टर 5 की तर्ज पर पार्षद रहे नीरज पाल ने अपने सेक्टर 5 तर्ज पर विकास का प्रारूप प्रस्तुत करते हुए महापौर चुनने के लिए अवसर मिला।
लेकिन दो साल बाद भी टाउनशिप को छोड़िए पटरी पार भी लोग पानी और रोड जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए भटक रहें है।सेक्टर क्षेत्र के टाउनशिप में समस्याओं का जाल फैला हुआ है। आवासीय ब्लाक जर्जर हो चुके सीपेज छज्जा गिरने एवं टॉयलेट, जाम आदि की समस्या रोजमर्रे की बात हो गई है। सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी सड़कों पर आवारा मवेशियों का जमघट जर्जर सड़कें इस्पात क्लब बिजली गुल मार्केट की बदहाल व्यवस्था बुनियादी समस्याएं टिमटिमाती कई स्ट्रीट लाइट अवैध कब्जे और बढ़ते अराजकता चारों तरफ समस्याओं से बीएसपी कर्मी परेशान है क्षेत्रवासी नगर निगम और टाउनशिप के प्रति उदासीन रवैये से परेशान है।
महापौर नीरज पाल बताएँ कि उन्होंने भिलाई प्रबंधन के साथ शहर को विकसित बनाने के लिए कितनी बार बैठकें कि कितनी बार समस्याओं के प्रति राज्य सरकार के साथ बैठक की जबकि हर माह महापौर की प्रबंधन के साथ बैठक होनी चाहिए थीं। नगर निगम के सभापति का वार्ड भी समस्याओं से जूझ रहा जिसे अख़बारों में लगातार प्रकाशित किया जा चुका है सुपेला चौक से गदा चौक तक पानी निकासी की समस्या बनी हुई है।बरसात में रोड तालाब बन जाता है क्षेत्र का विकास तेजी से हो सके इसके लिए महापौर ने जितनी मेहनत करनी चाहिए थी उतनी मेहनत दिखी नहीं पटरी पार लोग परेशान हैं ।
महापौर को सड़क पर खड़े होकर शहर का विकास करना था गदा चौक से अवंतीबाई चौक तक रोड की दशा किसी से छुपी नहीं एकएक फीट के बड़े बड़े गड्ढे हैं वार्ड में सीमेंटीकरण डामरीकरण नहीं हो पा रहा है वार्डों में बरसात के पानी की निकासी समुचित व्यवस्था नहीं है आखिर जनता कब तक धूल धक्कड़ एवं रोड जैसी मूलभूत सुविधाओं से परेशान होती रहेगी। । महापौर नीरज पाल ने कितनी बार शासन प्रशासन को स्थिति से अवगत कराया महापौर जी से जनता जवाब चाहती है।