भिलाई नगर 02 फरवरी 2023/ दुपहिया वाहन चालकों के लिए शत प्रतिशत हेलमेट की अनिवार्यता लागू करने दुर्ग पुलिस की कवायद सड़क पर बेअसर साबित हो रही है। दुपहिया वाहन चालकों में हेलमेट पहनने के प्रति कोई खास गंभीरता देखने को नहीं मिल रही है। पखवाड़े भर पहले ही दुर्ग पुलिस ने जिले में शत प्रतिशत हेलमेट की अनिवार्यता को कड़ाई से लागू करने का ऐलान किया था। लेकिन यह विशेष अभियान चालानी कार्यवाही तक सिमटकर रह गया है।
एससी डॉ अभिषेक पल्लव के निर्देश पर दुर्ग जिले में बीते 18 जनवरी से दुपहिया वाहन चालकों के लिए शत प्रतिशत हेलमेट की अनिवार्यता लागू किया गया है। लेकिन इस अभियान को शुरू किए पखवाड़े भर का समय बीत जाने के बावजूद सड़क पर अभी भी गिनती के दुपहिया वाहन चालक हेलमेट पहने नजर आ रहे हैं। कुल मिलाकर यह कहना गलत नहीं होगा कि दुर्ग पुलिस दुपहिया वाहन चालकों में हेलमेट को लेकर जागरूकता पैदा करने में सफल नहीं हो पा रही है। जबकि 18 जनवरी से शत प्रतिशत हेलमेट की अनिवार्यता लागू करने के साथ ही लापरवाही बरतने वाले दुपहिया वाहन चालकों पर कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी पुलिस के द्वारा दी गई थी। लेकिन जिस तादाद में बिना हेलमेट पहने दुपहिया वाहन चालक भिलाई – दुर्ग की सड़कों पर नजर आ रहे हैं उससे ट्रैफिक पुलिस की जांच कार्यवाही में भी एक तरह से प्रश्न वाचक चिन्ह लग रहा है।
यहां पर यह बताना लाजिमी होगा कि दुपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट पहनना ट्रैफिक नियमों के तहत अनिवार्य है। हेलमेट पहने होने की स्थिति में दुर्घटना होने पर सिर पर लगने वाले जानलेवा चोट से बचाव की संभावना काफी ज्यादा रहती है। बावजूद इसके ज्यादातर दुपहिया वाहन चालक लापरवाही बरतते हैं। बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चलाने वालों को आए दिन दुर्घटना में जान गंवानी पड़ रही है। पिछले दिनों सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान दुर्ग जिले में तीन ऐसे दुर्घटनाएं हुई जिसमें बगैर हेलमेट दुपहिया वाहन चला रहे तीन लोगों की मौत हो गई। इसके बाद दुर्ग एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने 18 जनवरी से दुपहिया वाहन चालकों के लिए शत प्रतिशत हेलमेट की अनिवार्यता लागू किया है।
गौरतलब रहे कि शत प्रतिशत हेलमेट अभियान का आगाज करने से पहले दुर्ग पुलिस ने इस बात को विशेष रूप से रेखांकित किया था कि महज 10 के करीब दुपहिया वाहन चालकों में ही हेलमेट पहनने के प्रति जागरूकता देखी जा रही है। एसपी का यह भी कहना था कि दुपहिया वाहन में दुर्घटना होने पर यह देखा जाएगा कि चालक हेलमेट पहना था या नहीं। जांच में बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चलाने की पुष्टि होने पर चालक के खिलाफ कार्यवाही किया जा सकता है। इसके बाद भी दुपहिया वाहन चालकों में हेलमेट को लेकर कोई खास गंभीरता देखने को नहीं मिल रही है। ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी और जवान चौक चौराहों पर चालानी कार्यवाही करते देखे जा रहे हैं। फिर भी ज्यादातर दुपहिया वाहन चालकों का सड़क पर बिना हेलमेट पहने नजर आना समझ से परे बना हुआ है।